Sunday, September 8, 2024
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‘यूपी पुलिस की गाड़ी में नहीं जाऊँगा’: लखनऊ एयरपोर्ट पर ड्रामे के बाद दूसरे रास्ते से लखीमपुर खीरी निकले राहुल गाँधी, देखें वीडियो

यूपी पुलिस उन्हें अपने वाहन से सीतापुर ले जाना चाहती है, जबकि कॉन्ग्रेस नेता की माँग है कि वे अपने वाहन पर ही सीतापुर और फिर वहाँ से लखीमपुर खीरी जाएँगे। इसी मसले पर नया ड्रामा क्रिएट करते हुए राहुल एयरपोर्ट पर ही धरने पर बैठ गए थे।

उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा पर कॉन्ग्रेस, सपा सहित सहित सभी विपक्षी दलों द्वारा जबरदस्त राजनीति हो रही है। यूपी में पार्टी में नई जान फूँकने में लगी कॉन्ग्रेस इस मामले में केंद्र और राज्य सरकार की घेराबंदी में जुट गई है। जिसका परिणाम यह हुआ है कि लखीमपुर खीरी जाने का परमिशन मिलने के बाद भी राहुल गाँधी लखनऊ एयरपोर्ट पर धरने पर बैठ गए हैं। माहौल गरमाता हुआ देखकर अपनी जिद पर अड़े राहुल गाँधी फिलहाल खुद की गाड़ी और अपनी शर्तों पर लखीमपुर के लिए रवाना हो गए हैं।

हालाँकि उन्हें सीतापुर होते हुए जाना था लेकिन अभी खबर आ रही है कि यूपी प्रशासन को हलकान करने के लिए उन्होंने कोई दूसरा रुट ले लिया है। यूपी पुलिस लगातार उनके साथ बनी हुई है क्योंकि मसला सुरक्षा व्यवस्था का भी है।

दरअसल खबर है कि यूपी पुलिस उन्हें अपने वाहन से सीतापुर ले जाना चाहती है, जबकि कॉन्ग्रेस नेता की माँग है कि वे अपने वाहन पर ही सीतापुर और फिर वहाँ से लखीमपुर खीरी जाएँगे। इसी मसले पर नया ड्रामा क्रिएट करते हुए राहुल एयरपोर्ट पर ही धरने पर बैठ गए थे।

वहीं लखीमपुर खीरी हिंसा में मारे गए 8 लोगों के परिजनों को पंजाब और छत्तीसगढ़ सरकार ने 50-50 लाख रुपए के मुआवजे की घोषणा की है।

छ्त्तीसगढ के सीएम भूपेश बघेल और पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने लखनऊ एयरपोर्ट पहुँचते ही इसका ऐलान किया है।

बता दें कि यूपी सरकार ने विपक्ष के नेताओं को लखीमपुर जाने की इजाजत दे दी है। प्रियंका गाँधी, राहुल समेत कॉन्ग्रेस के पाँच नेताओं को लखीमपुर जाने की इजाजत मिली है। इसमें छ्त्तीसगढ के सीएम भूपेश बघेल, पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी और सचिन पायलट शामिल हैं।

वहीं सीतापुर की अस्थाई जेल में बंद प्रियंका गाँधी वाड्रा को यूपी सरकार ने रिहा कर दिया है। खबर थी कि राहुल गाँधी के सीतापुर पहुँचते ही प्रियंका उनके साथ लखीमपुर जाएँगी। लेकिन अब कॉन्ग्रेस की सियासत ने इस मामले में नया मोड़ ले लिया है और लखनऊ एयरपोर्ट पर ही धरना-प्रदर्शन शुरू हो गया है।

वहीं कॉन्ग्रेस नेता सचिन पायलट ने कहा कि हम कोई कानून नहीं तोड़ रहे हैं। हम तो प्रियंका गाँधी और लखीमपुर के किसानों से मिलने जाना चाहते हैं। उनसे मिलकर उनके आँसू पोंछना चाहते हैं। इसके लिए हमको बार-बार रोका गया है। मैं अधिकारियों से आग्रह कर रहा कि हमको जाने दें।

गौरतलब है कि लखीमपुर खीरी की घटना पर एडीजी (क़ानून-व्यवस्था), उत्तर प्रदेश प्रशांत कुमार ने कहा कि राज्य सरकार का स्पष्ट निर्देश था कि किसी भी कीमत पर दोषियों को बख्शा न जाए और पूरे पारदर्शी तरीक से कार्रवाई की जाए। प्रदेश सरकार ने अब 5-5 के समूह में लोगों को लखीमपुर खीरी जाने की अनु‍मति दे दी है। दरअसल, राज्‍य सरकार ने कानून व्‍यवस्‍था कायम रखने के लिए पाबंदी लगाई थी, किसी आंदोलन को रोकने के लिए नहीं। लेकिन अब जो शख्‍स वहाँ जाना चाहता है, वो जा सकता है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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