Thursday, April 25, 2024
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राहुल और प्रियंका को लखीमपुर जाने की मिली इजाजत, लखनऊ में लगे पोस्टर- ‘सिख दंगों के जिम्मेदारों से नहीं चाहिए फर्जी सहानुभूति’

पोस्टर में लिखा है, "1984 के सिख दंगों के जिम्मेदारों से लखीमपुर खीरी के किसानों को फर्जी सहानुभूति नहीं चाहिए।" वहीं दूसरे पोस्टर में लिखा है, "1984 सिख दंगों के जिम्मेदार सिखों के जख्मों पर नमक न डालें।"

लखीमपुर खीरी हिंसा मामले पर यूपी में पार्टी में जान फूँकने में लगी कॉन्ग्रेस लगातार भाजपा और योगी सरकार पर हमलावर है। लखीमपुर खीरी जा रहीं महासचिव प्रियंका गाँधी वाड्रा को हिरासत में लिए जाने के बाद अब आज (6 अक्टूबर, 2021) कॉन्ग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गाँधी पार्टी के प्रतिनिधिमंडल के साथ वहाँ जाने की तैयारी कर रहे हैं। इसके लिए कॉन्ग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव केसी वेणुगोपाल ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, मुख्य सचिव आरके तिवारी और पुलिस महानिदेशक मुकुल गोयल को पत्र लिखकर इसके लिए अनुमति माँगी है। हालाँकि सरकार ने राहुल गाँधी को लखीमपुर जाने की पहले अनुमति नहीं दी थी लेकिन अब शासन द्वारा परमिशन दे दिया गया है।

यूपी सरकार के गृह विभाग के हवाले से ANI ने बताया है कि राज्य सरकार ने कॉन्ग्रेस नेताओं राहुल गाँधी, प्रियंका गाँधी और 3 अन्य लोगों को लखीमपुर खीरी जाने की अनुमति दी है।

लखीमपुर खीरी की घटना पर प्रशांत कुमार, ADG (क़ानून-व्यवस्था) ने बताया कि राज्य सरकार का स्पष्ट निर्देश था कि किसी भी कीमत पर दोषियों को बख्शा न जाए और पूरे पारदर्शी तरीक से कार्रवाई की जाए। वहीं उन्होंने आगे इस बात की पुष्टि की है कि अब लखीमपुर खीरी में 5-5 के ग्रुप में लोगों को जाने की अनुमति दे दी गई है। राज्य सरकार का उद्देश्य हर हाल में शांति व्यवस्था बनाए रखना है।

बता दें की लखीमपुर जाने की तैयारी कर रहे कॉन्ग्रेस के प्रतिनिधिमंडल में राहुल गाँधी के अलावा छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह ‘चन्नी’ और केसी वेणुगोपाल शामिल हैं हालाँकि अब प्रियंका गाँधी के साथ कुल पाँच नेताओं को लखीमपुर खीरी जाने की अनुमति यूपी सरकार की तरफ से मिल चुकी है। जबकि मंगलवार (5 अक्टूबर, 2021) को दिल्ली से लखनऊ आए भूपेश बघेल को पुलिस ने एयरपोर्ट से बाहर नहीं निकलने दिया था और उन्हें वापस दिल्ली लौटना पड़ा। वहीं राहुल के लखनऊ पहुँचने से पहले ही कई जगह पोस्टर लगे हैं जिसमें राहुल और प्रियंका गाँधी के लखीमपुर जाकर सिख परिवारों व मारे गए किसानों के प्रति संवेदना व्यक्त करने को फर्जी सहानुभूति बताया गया है।

लगाए गए पोस्टर

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, सरदार त्रिलोचन सिंह और सटल सिंह मीत की तरफ से लगाए गए इन पोस्टर्स में 1984 के सिख दंगों का जिक्र करते हुए कॉन्ग्रेस के प्रतिनिधियों का विरोध शुरू हो गया है। पोस्टर में लिखा है, “1984 के सिख दंगों के जिम्मेदारों से लखीमपुर खीरी के किसानों को फर्जी सहानुभूति नहीं चाहिए।” वहीं दूसरे पोस्टर में लिखा है, “1984 सिख दंगों के जिम्मेदार सिखों के जख्मों पर नमक न डालें।”

लगाए गए पोस्टर

वहीं इन विरोधों को दरकिनार करते हुए कॉन्ग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव केसी वेणुगोपाल ने पत्र में लिखा है कि राहुल गाँधी की अगुआई में कॉन्ग्रेस का 5 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल बुधवार को लखीमपुर खीरी में शोक संतप्त परिवारों से मिलकर अपनी शोक संवेदनाएँ व्यक्त करने के साथ ही वहाँ की घटना के बारे में जानकारी हासिल करना चाहता है।

हालाँकि राहुल गाँधी के लखनऊ आने से पहले ही यूपी सरकार ने कहा कि माहौल बिगाड़ने नहीं देंगे। सरकार की ओर से प्रवक्ता व एमएसएमई मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने राहुल गाँधी के लखनऊ दौरे को लेकर कहा कि लखीमपुर खीरी आपको जाना है तो कुछ दिन बाद चले जाइएगा। आप दुखी परिवारों से मिलें, इसमें कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन माहौल बिगाड़ने के लिए अनुमति नहीं दी जाएगी।

उन्होंने आगे कहा कि हम चीजों को नियंत्रण में रखने के लिए काम कर रहे हैं और जल्द ही राजनीतिक नेताओं को लखीमपुर खीरी जाने की अनुमति देंगे, लेकिन फिलहाल जो जरूरी है वही किया जा रहा है। योगी सरकार दोषियों को गिरफ्तार करने और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि सरकार ने किसानों की माँगे मान ली हैं। मृतकाश्रित को मुआवजा और सरकारी नौकरी दी जा रही है।

वहीं रिपोर्ट के अनुसार, राहुल गाँधी प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद लखीमपुर आने के लिए दिल्ली एयरपोर्ट के लिए निकल चुके हैं। राहुल के साथ छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी और संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल भी आ रहे हैं। जबकि यूपी सरकार ने राहुल को लखीमपुर जाने की अनुमति नहीं दी है। बावजूद इसके कॉन्ग्रेस कार्यकर्ता उन्हें रिसीव करने के लिए लखनऊ एयरपोर्ट पर पहुँच रहे हैं।

गौरतलब है कि लखीमपुर खीरी हिंसा पर आज राहुल गाँधी ने दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर केंद्र व योगी सरकार पर निशाना साधा। राहुल गाँधी ने कहा कि आज हम दो मुख्यमंत्रियों के साथ उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जाएँगे और वहाँ की स्थिति को समझेंगे और किसानों के परिवारों का समर्थन करेंगे। उन्होंने कहा प्रियंका को नजरबंद किया गया है, लेकिन यह किसानों से जुड़ा मामला है। किसानों को जीप से कुचला जा रहा है, उनकी हत्या की जा रही है, इस घटना में एक केंद्रीय मंत्री और उनके बेटे का नाम सामने आ रहा है। प्रधानमंत्री लखनऊ गए लेकिन लखीमपुर खीरी नहीं गए। यह किसानों पर सुनियोजित हमला है। उन्होंने पत्रकारों से कहा कि इस मुद्दे को उठाने की आपकी जिम्मेदारी है, लेकिन जब हम सवाल पूछते हैं, इस मुद्दे को उठाते हैं, तो आप कहते हैं कि हम राजनीति कर रहे हैं।

राहुल गाँधी ने आगे कहा, “लखीमपुर खीरी में धारा 144 लागू है, जो केवल पाँच लोगों को रोकती है। हम तीन लोग जा रहे हैं। हमने उनको चिट्ठी लिख दिया है। विपक्ष का काम दबाव बनाने का है ताकि कार्रवाई हो। पूरे देश के किसानों पर योजना बद्ध तरीके से हमला हो रहा है। जो किसानों का हक है उनसे छीना जा रहा है। यह चोरी खुलेआम सबके सामने हो रही है। इसीलिए देश के किसान दिल्ली के बाहर बैठे हैं।”

राहुल गाँधी की जिद को देखते हुए लखनऊ के पुलिस आयुक्त ने कहा था कि सरकार ने राहुल गाँधी को अनुमति देने से इनकार कर दिया है। अगर वह लखनऊ आते हैं, तो हम उनसे हवाई अड्डे पर लखीमपुर खीरी और सीतापुर नहीं जाने का अनुरोध करेंगे। लखीमपुर और सीतापुर के एसपी और डीएम ने हमें कानून-व्यवस्था की स्थिति के मद्देनजर उन्हें आने से रोकने का आग्रह किया है। जिस पर बाद में शासन द्वारा जाने की अनुमति प्रदान कर दी गई है।

बता दें कि लखीमपुर खीरी में हिंसा के बाद अब यूपी पुलिस शांति-व्यवस्था कायम कराने में जुटी है। रिपोर्ट के अनुसार आइजी लखनऊ रेंज लक्ष्मी सिंह ने घटना को लेकर दर्ज कराए गए मुकदमों की निष्पक्ष व गुणवत्तापूर्ण विवेचना कराने के लिए एएसपी लखीमपुर खीरी अरुण प्रताप सिंह की अध्यक्षता में एक समिति गठित की है। समिति में सीओ व इंस्पेक्टर स्तर के अन्य अधिकारी भी शामिल हैं, जिनके पर्यवेक्षण में विवेचना होगी। वहीं सोमवार को केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी के बेटे आशीष मिश्रा समेत 14 लोगों के विरुद्ध हत्या का मुकदमा दर्ज हुआ था। तो मंगलवार को सुमित जायसवाल की ओर से अज्ञात लोगों के विरुद्ध हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। दोनों ही मुकदमों की गहनता से छानबीन कराई जा रही है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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