Sunday, September 8, 2024
Homeदेश-समाजमदरसे से मिली नाबालिग की लाश, रेप के बाद हत्या की आशंका: अगले साल...

मदरसे से मिली नाबालिग की लाश, रेप के बाद हत्या की आशंका: अगले साल अप्रैल में होनी वाली थी शादी

मामले में मदरसा इस्लामिया धोबहा टोला के हेड मदरीस मो. हशमुद्दीन और सेक्रेटरी तैयब अंसारी व किशोरी के पिता से भी पुलिस ने पूछताछ की है। शिकारपुर थानाध्यक्ष अजय कुमार ने बताया कि हत्या के मामले की जाँच की जा रही है। किशोरी के साथ रेप हुआ है कि नहीं इस बारे में मेडिकल रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ कहा जाएगा।

बिहार के बेतिया जिले के एक मदरसे में नाबालिग के साथ दुष्कर्म के बाद उसकी हत्या का मामला सामने आया है। बताया जा रहा है कि यह मदरसे नरकटियागंज शिकारपुर थाना क्षेत्र में स्थित है। रविवार (31 अक्टूबर 2021) को जब बच्चे मदरसे में पढ़ने गए तो उन्होंने किशोरी के शव को देखा। बच्चे शव देखकर मदरसा छोड़कर भाग निकले और गाँववालों को इसके बारे में सूचित किया।

पीड़िता के परिवार के मुताबिक, उनकी बेटी शनिवार (30 अक्टूबर, 2021) रात को घर से शौच के लिए निकली थी, जिसके बाद से लापता थी। धोबहा गाँव के समीप हसनापुर में रविवार को 16 वर्षीय नाबालिग की हत्या की खबर मिलते ही आसपास के इलाके में सनसनी फैल गई। बताया जा रहा है कि युवती की लाश मदरसा इस्लामिया धोबहा के क्लास रूम में मिली थी। उसके चेहरे एवं गले पर गहरे जख्म के निशान पाए गए हैं। मामले की जानकारी लोगों ने पुलिस को दी जिसके बाद शिकारपुर पुलिस घटनास्थल पर पहुँची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम में भेजा।

मामले में मदरसा इस्लामिया धोबहा टोला के हेड मदरीस मो. हशमुद्दीन और सेक्रेटरी तैयब अंसारी व किशोरी के पिता से भी पुलिस ने पूछताछ की है। शिकारपुर थानाध्यक्ष अजय कुमार ने बताया कि हत्या के मामले की जाँच की जा रही है। किशोरी के साथ रेप हुआ है कि नहीं इस बारे में मेडिकल रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ कहा जाएगा।

बता दें कि नाबालिग 5 बहनें और एक भाई थे। उसकी 3 बहनों की शादी हो चुकी है। वह चौथे नंबर पर थी। उसकी माँ की 5 साल पहले ही मौत हो चुकी है। उसके पिता मजदूरी करते हैं। किशोरी की अगले साल अप्रैल में शादी होने वाली थी, लेकिन अचानक बेटी के घर से गायब होने पर परिवार वाले बेहद दुखी थे। उन्होंने लोक लाज के डर से गाँव में किसी को भी नहीं बताया औ उसको चुपचाप खोजने लगे। घर के पीछे बने मदरसे में किशोरी का शव मिलने के बाद उनके होश उड़ गए थे।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

ग्रामीण और रिश्तेदार कहते थे – अनाथालय में छोड़ आओ; आज उसी लड़की ने माँ-बाप की बेची हुई जमीन वापस खरीद कर लौटाई, पेरिस...

दीप्ति की प्रतिभा का पता कोच एन. रमेश को तब चला जब वह 15 वर्ष की थीं और उसके बाद से उन्होंने लगातार खुद को बेहतर ही किया है।

शेख हसीना का घर अब बनेगा ‘जुलाई क्रांति’ का स्मारक: उपद्रव के संग्रहण में क्या ब्रा-ब्लाउज लहराने वाली तस्वीरें भी लगेंगी?

यूनुस की अगुवाई में 5 सितंबर 2024 को सलाहकार परिषद की बैठक में यह निर्णय लिया गया कि इसे "जुलाई क्रांति स्मारक संग्रहालय" के रूप में परिवर्तित किया जाएगा।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -