फेसबुक और इंस्टाग्राम पर एक फेमस मीम पेज है। नाम है – ‘अंधेरी वेस्ट शिट पोस्टिंग (Andheri West Shit Posting)’। इस पेज पर मंगलवार (14 दिसंबर 2021) को एक पोस्ट किया गया। इसमें भारतीय सेना, अर्धसैनिक और पुलिस बलों के खिलाफ लिखा गया था।
बवाल होने के बाद यह पोस्ट अब डिलीट कर दी गई है। लेकिन स्क्रीनशॉट सोशल मीडिया पर मौजूद है। इस पोस्ट में सशस्त्र बलों और अन्य सुरक्षा एजेंसियों को लेकर कहा गया कि वे यह न सोचें कि उनकी नौकरी कठिन है। ‘अंधेरी वेस्ट शिट पोस्टिंग’ ने लिखा, “मुझे नहीं पता कि पुलिस, रक्षा और अर्धसैनिक बलों (और उनके परिवार के सदस्य भी) के लोग हमेशा अन्य लोगों से उनका सम्मान करने के लिए क्यों कहते हैं? उन्हें क्यों लगता है कि उनका काम कठिन है?”
Hello @Balram1801 , so as per you Indian Army officers should resign if they are feeling their Job is tough.
— Aashish (@kashmiriRefuge) December 15, 2021
And then your Meme Page will fight the war with China and Pakistan? @NiteshNRane pic.twitter.com/rjtIQESiSa
इस मेम पेज ने अपनी इस सोच के पीछे तर्क भी दिया, सही ठहराने की कोशिश की। इसने आगे लिखा कि जब इन लोगों ने अपना पेशा चुना, तो ‘बलिदान’ या ‘लंबे समय तक काम’ जैसी चीजों पर जरूर सोचा होगा। और तो और, ‘अंधेरी वेस्ट शिट पोस्टिंग’ ने यह भी लिख दिया कि सेना के इन जवानों को किसी ने धकेल कर वर्दी पहनने को मजबूर नहीं किया था।
नौकरी के साथ होने वाले खतरे पर ज्ञान देते हुए इस मीम पेज ने आगे लिखा कि कैसे अग्निशामक, डॉक्टर, रेलवे फोरमैन, नाली साफ करने वाले… इन सब नौकरियों के भी अपने खतरे होते हैं जैसे – त्योहारों, पारिवारिक कार्यक्रमों आदि में समय से नहीं पहुँच पाना। फिर इनमें से किसी भी नौकरी पेशा को हर समय इन खतरों पर रोते-चिल्लाते नहीं देखा गया है।”
‘अंधेरी वेस्ट शिट पोस्टिंग’ मीम पेज ने सबसे जहरीला अंत में लिखा कि यदि सशस्त्र बलों, पुलिस और अन्य सुरक्षा कर्मियों को अपनी नौकरी कठिन लगती है, तो वे ‘इस्तीफा दे सकते हैं, शांत बैठ सकते हैं। इस मीम पेज के अनुसार हम ऐसे समाज में रहते हैं, जहाँ हर कोई अपना काम करता है और सभी का काम महत्वपूर्ण होता है।
आश्चर्य की बात यह है कि जब देश ने सेना के सबसे बड़े अधिकारी को खोया है, साथ में 12 अन्य वीरों के बलिदान से गमगीन है, इस मीम पेज ने एक तरीके के हमारी सेना का मजाक ही उड़ाया है। इस मीम पेज के एडमिन को शायद यह पता भी नहीं होगा हेलीकॉप्टर दुर्घटना में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह इस समय अपने जीवन के लिए संघर्ष कर रहे हैं।
ऐसे कंटेंट वाले पोस्ट को वायरल होना था, सो हुआ। लेकिन जैसी प्रतिक्रिया आई, उसके तुरंत बाद ‘अंधेरी वेस्ट शिट पोस्टिंग’ मीम पेज के एडमिन ने ‘दक्षिणपंथी ट्रोल’ और ‘फौजियों’ को ही दोषी ठहरा दिया। इनके एडमिन के अनुसार ये लोग इस तरह की बातचीत को तैयार नहीं हैं। इसने तर्क दिया कि एक दिन भारत ऐसी जगह पहुँच जाएगा, जहाँ ‘किसी को किसी पर एहसान नहीं करना पड़ेगा’ और सभी तरह की नौकरियों को समान सम्मान के साथ देखा जाएगा।
अंधेरी वेस्ट शिट पोस्टिंग पेज (Andheri West Shit Posting)
इस मीम पेज की प्रोफाइलिंग वाइस पर की गई है। इसके अनुसार बिहार से ताल्लुक रखने वाले बलराम विश्वकर्मा ( जो वर्तमान में मुंबई में रहता है) ने 2018 में मीम पोस्ट करने के लिए इस ‘मजेदार’ पेज की शुरुआत की थी। अब इस पेज के लगभग एक लाख फॉलोअर्स हैं इंस्टाग्राम पर। फरदीन शेख और मेल्विन दीपक सदनकर इस मीम पेज के 2 और एडमिन हैं।
इस प्रोफाइल के अनुसार, बलराम विश्वकर्मा एक समय मोदी समर्थक थे, हर साल उनके जन्मदिन पर शुभकामनाएँ देते थे, वो समलैंगिकता के विरोधी और सेक्सिस्ट भी थे। फिर वो वामपंथी और उदारवादी बन गए। हालाँकि इस प्रोफाइल में यह स्पष्ट नहीं किया गया है कि मीम पेज लॉन्च करने के समय ये ‘वाम-उदारवादी’ में तब्दील हुए या उसके पहले?
अंधेरी वेस्ट शिट पोस्टिंग पेज के एडमिन को शायद यह अहसास नहीं है कि सेना के जवान सच में देश की रक्षा कर हम नागरिकों के ऊपर एहसान करते हैं। उनके कारण हम सुरक्षित हैं, तभी कोई अंधेरी वेस्ट शिट पोस्टिंग कर पाता है क्योंकि ऐसे लोग खुद दुश्मन की गोली अपने सीने पर सहने के लिए सेना जॉइन करने का साहस नहीं रखते हैं।