Saturday, November 16, 2024
Homeविविध विषयमनोरंजनएआर रहमान की बेटी खतीजा की सगाई: बुर्के को बताया था महिला सशक्तिकरण, दादी...

एआर रहमान की बेटी खतीजा की सगाई: बुर्के को बताया था महिला सशक्तिकरण, दादी ने गीतकार से कहा था- हिंदू चिह्न (तिलक) हटाओ

एआर रहमान ने एक बार अपने पिता की मौत के लिए हिंदू देवताओं को जिम्मेदार ठहराया था। उन्होंने कहा था कि जिसे उनके पिता पूजते थे, उन्होंने ही उनकी जान ले ली। बता दें कि एआर रहमान का परिवार पहले हिंदू था, पिता की मौत के बाद उन्होंने सपरिवार धर्मांतरण कर लिया था।

बॉलीवुड के मशहूर सिंगर एआर रहमान (AR Rahman) की बेटी खतीजा रहमान (Khatija Rahman) ने रविवार (2 जनवरी 2022) को अपनी सगाई की जानकारी दी। इंस्टाग्राम (Instagram) पर अपनी फोटो साझा करते हुए उन्होंने बताया कि उनकी सगाई ऑडियो इंजीनियर और भावी उद्यमी रियासदीन शेख मोहम्मद से हुई है। म्यूजिक कंपोजर एआर रहमान ने भी खातीजा के पोस्ट को अपनी इंस्टाग्राम स्टोरी के रूप में शेयर किया और बताया कि कोरोना के कारण एक निजी समारोह में बेटी की सगाई हुई।

खतीजा द्वारा शेयर किए गए इंस्टाग्राम पोस्ट के मुताबिक, खतीजा और ऑडियो इंजीनियर रियासदीन ने 29 दिसंबर 2021 को ही सगाई की थी। खतीजा ने लिखा, “सर्वशक्तिमान के आशीर्वाद से आप सबको मुझे बताते हुए खुशी हो रही है कि मेरी सगाई भावी उद्यमी और विजकिड ऑडियो इंजीनियर रियासदीन शेख मोहम्मद के साथ हुई है। सगाई 29 दिसंबर को मेरे जन्मदिन पर करीबी परिवारों और प्रियजनों की उपस्थिति में हुई।”

बता दें कि एआर रहमान और उनकी बीवी साएरा बानो के तीन बच्चे हैं। खतीजा, रहीमा और एआर अमीन। खतीजा तमिल फिल्मों की प्लेबैक सिंगर हैं। उन्होंने कई फिल्मों में गाना गाया है।

बुर्के को लेकर विवादों में रही हैं खतीजा

खतीजा बुर्के को लेकर विवादों में रही हैं। बुर्के में उनकी एक तस्वीर पोस्ट कर प्रख्यात लेखिका तस्लीमा नसरीन ने खतीजा पर तंज कसा था। तस्लीमा ने 11 फरवरी 2020 को ट्वीट कर किया था, “मुझे एआर रहमान का संगीत बहुत पसंद है, लेकिन जब भी उनकी प्यारी बेटी को मैं देखती हूँ तो मेरा दम घुटने लगता है। यह जानकर निराशा हुई कि एक शिक्षित महिला का भी ‘सांस्कृतिक परिवार’ में बड़ी आसानी से ब्रेनवॉश किया जा सकता है।”

तस्लीमा नसरीन के ट्वीट पर भारी बवाल हो गया था। खतीजा ने बुर्के का बचाव करते हुए कहा था कि वह स्वेच्छा से बुर्का पहनती हैं। उन्होंने यहाँ तक कह दिया था कि इससे लड़कियाँ सशक्त होती हैं। अपनी बेटी के बुर्के का बचाव करते हुए एआर रहमान ने भी कहा था कि अगर संभव होता तो वे भी बुर्का पहन लेते। इसे महिलाओं के लिए उन्होंने अच्छी चीज बताई थी।

एआर रहमान ने एक बार अपने पिता की मौत के लिए हिंदू देवताओं को जिम्मेदार ठहराया था। उन्होंने कहा था कि जिसे उनके पिता पूजते थे, उन्होंने ही उनकी जान ले ली। बता दें कि एआर रहमान का परिवार पहले हिंदू था। उन्होंने उस वक्त इस्लाम स्वीकार किया था, जब उनके पिता और बहन बीमार थे। एक सूफी ने उनसे लड़की की जान बचाने के नाम पर उनका धर्मान्तरण (Religious Conversion) करवा दिया था। उसके बाद वे दिलीप कुमार से अल्लाहरक्खा रहमान बन गए।

रहमान के परिवार की धार्मिक कट्टरता को लेकर तमिल गीतकार पिरईसूदन ने खुलासा किया था। पिरईसूदन ने जुलाई 2020 में में कहा था कि जब वो गीत लिखने के लिए एआर रहमान के घर में गए थे तो एआर रहमान की अम्मी ने हिंदू धर्म के प्रतीकों- विभूति (सिर पर तिलक) और कुमकुम लगाने के कारण उन्हें घर में नहीं घुसने दिया था।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

जिनके पति का हुआ निधन, उनको कहा – मुस्लिम से निकाह करो, धर्मांतरण के लिए प्रोफेसर ने ही दी रेप की धमकी: जामिया में...

'कॉल फॉर जस्टिस' की रिपोर्ट में भेदभाव से जुड़े इन 27 मामलों में कई घटनाएँ गैर मुस्लिमों के धर्मांतरण या धर्मांतरण के लिए डाले गए दबाव से ही जुड़े हैं।

‘गालीबाज’ देवदत्त पटनायक का संस्कृति मंत्रालय वाला सेमिनार कैंसिल: पहले बनाया गया था मेहमान, विरोध के बाद पलटा फैसला

साहित्य अकादमी ने देवदत्त पटनायक को भारतीय पुराणों पर सेमिनार के उद्घाटन भाषण के लिए आमंत्रित किया था, जिसका महिलाओं को गालियाँ देने का लंबा अतीत रहा है।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -