Monday, November 25, 2024
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FIR के बाद खान सर ‘लापता’, कोचिंग पर ताला: वीडियो जारी कर छात्रों से कहा- हाथ जोड़ते हैं कोई लड़का प्रोटेस्ट में हिस्सा न ले…

खान सर ने वीडियो में कहा है कि छात्रों की बात से सरकार सहमत है। पीएम मोदी का दखल होने के कारण आसानी से सहमति बन गई है।

प्रतियोगी परीक्षाओं में धाँधली का आरोप लगाते हुए बिहार में छात्रों ने 26 जनवरी 2022 (बुधवार) को हिंसक प्रदर्शन किया था। छात्रों को उकसाने के आरोप में पटना के छह कोचिंग संस्थानों पर एफआईआर दर्ज की गई है। इनमें से एक खान सर भी हैं। उनका एक वीडियो सामने आया है, जिसमें वे छात्रों से 28 जनवरी 2022 को किसी भी विरोध-प्रदर्शन में शामिल नहीं होने की अपील कर रहे हैं। इसमें वे छात्रों को बता रहे हैं उनकी माँगों का समाधान हो चुका हैं। अब उनके नाम पर दूसरे भी उपद्रव कर सकते हैं, जिसके परिणाम छात्रों को ही भुगतने पड़ेंगे। उल्लेखनीय है कि आज विपक्षी दलों ने बंद का आह्वान कर रखा है।

बवाल के बाद 6 कोचिंग संस्थानों पर FIR दर्ज की गई थी। यह केस पटना के पत्रकार नगर थाने में दर्ज किया गया है। इन सभी कोचिंग संस्थानों पर छात्रों को उकसाने और भड़काने का आरोप है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक FIR दर्ज होने के बड़ा से खान सर गायब हैं। उनके नंबर भी बंद आ रहे हैं। उनके पटना स्थित कोचिंग संस्थान ‘Khan GS Research Centre’ पर भी ताला लगा हुआ है। पुलिस का दावा है कि पटना में राजेंद्र टर्मिनल पर हंगामा करने वाले 4 छात्रों ने खान सर का नाम उकसाने वालों में लिया है। दर्ज FIR में खान सर, एसके झा सर, नवीन सर, अमरनाथ सर, गगन प्रताप सर, गोपाल वर्मा सर नामजद किए गए हैं। यह हिंसा RRB-NTPC के हुए एग्जाम के रिजल्ट पर उठे सवालों के बाद भड़की थी।

खान सर व अन्य के खिलाफ पुलिस कस्टडी में छात्रों के बयान

ऑपइंडिया से बातचीत में पत्रकार नगर थाने के SHO ने कहा, “इस केस में पुलिस कोई जल्दबाजी नहीं कर रही। जो भी नाम प्रकाश में आए हैं वो छात्रों से पूछताछ के बाद आए हैं। खान सर कहाँ हैं, ये अभी नहीं पता। हमारा मुख्य मकसद लॉ एन्ड आर्डर सामान्य बनाए रखना है।”

27 जनवरी जारी वीडियो में खान सर ने छात्रों को सम्बोधित करते हुए कहा है, “सारे स्टूडेंट्स के लिए आवश्यक सूचना है। आपकी सारी माँगों को रखा गया है। हम आपकी सारी दुविधाओं को अब क्लियर करते हैं। 28 जनवरी को किसी भी तरह के विरोध-प्रदर्शन में हिस्सा नहीं लीजिए, ये आपके लिए गलत साबित हो जाएगा। अभी वीडियो आया है बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी का। उन्होंने कहा- मैंने रेलमंत्री से बात की, वो स्टूडेंट्स की माँग पर सहमत हैं।”

वे आगे कहते हैं, “रेल मंत्री भी इस बात से सहमत हैं कि 20 गुना ज्यादा रिजल्ट देंगे। नंबर रिपीट नहीं होंगे। 3.5 लाख बच्चों को और जोड़ा जाएगा। एनटीपीसी वालों की समस्या खत्म हो गई। ग्रुप डी वालों के सीबीडीटी 2 को अचानक जोड़ा गया था, उसे हटा दिया जाएगा। पीएम मोदी का भी इसमें दखल था, इसलिए आसानी से सहमति बन गई।”

वीडियो में खान सर कह रहे हैं, “गलती रेलमंत्री या पीएम की तरफ से नहीं थी। गलती आरआरबी की थी। आरआरबी भी कुछ चीजों से जूझ रही थी। उसे इतने बड़ा एग्जाम कराने के लिए कोई कंपनी जल्दी नहीं मिल रही थी। कुछ लोग कह रहे हैं कि कुछ राज्यों में चुनाव है, इसलिए ऐसा हो रहा है। ये सब गलत है। ये किसी छात्र या टीचर का बयान नहीं है। ये राजनीतिक बयान है। रेलवे को इसलिए छात्रों की बात माननी होगी, क्योंकि यह संशोधन हुआ है और जो कमेटी बनाई गई है। यह आरआरबी का फैसला नहीं है। इसमें रेल मंत्रालय और पीएमओ शामिल है। ऐसे में कोई छात्र 28 जनवरी को प्रदर्शन में शामिल नहीं हो। जब छात्र प्रोटेस्ट करेगा, तो उसकी आड़ में अन्य लोग हिंसा और आगजनी करेंगे।”

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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