जम्मू-कश्मीर में हाल ही आतंकियों ने जिस कश्मीरी हिंदू की हत्या की थी, उनकी पत्नी ने इस मामले में बड़ा आरोप लगाया है। उन्होंने आरोप लगाया है कि राहुल भट के ठिकाने की जानकारी उनके ही ऑफिस से आतंकियों को मिली होगी। इसके बाद ही आतंकवादियों ने गुरुवार को बडगाम के चदूरा में एक युवा कश्मीरी हिंदू राहुल भट की हत्या की थी।
राहुल भट की पत्नी ने मीडिया से बात करते हुए कहा, “वह कहते थे कि हर कोई उनके साथ अच्छे से पेश आता है औऱ कोई भी उन्हें नुकसान नहीं पहुँचा सकता। फिर भी किसी ने उन्हें नहीं बचाया। उन्होंने (आतंकियों) किसी से उनके बारे में पूछा होगा, अन्यथा उन्हें कैसे पता चलता?”
‘इंडिया टुडे’ से बात करते हुए भट की पत्नी ने इस बात का खुलासा किया कि उनके पति राहुल खुद को काफी असुरक्षित महसूस कर रहे थे और इसी के चलते वो डिस्ट्रिक्ट हेडक्वॉर्टर में अपना ट्रांसफर कराने की कोशिशें कर रहे थे। हालाँकि, कई बार कोशिशें करने के बाद भी उनके अनुरोधों को अस्वीकार कर दिया गया था। बेटे की हत्या की जाँच की माँग की है, ताकि पूरी सच्चाई सामने आ सके। राहुल के पिता ने कहा, “पहले उन्होंने पूछा कि राहुल भट कौन है और फिर उसे गोली मार दी। वहाँ से केवल 100 फीट की दूरी पर पुलिस स्टेशन था। हम मामले की गहन जाँच की माँग करते हैं। ऑफिस में सुरक्षा जरूर रही होगी, लेकिन वहाँ कोई नहीं था। उन्हें सीसीटीवी फुटेज की जाँच करनी चाहिए।”
बहरहाल इस हत्या के बाद कश्मीरी हिंदुओं द्वारा विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए हैं। प्रधानमंत्री के रोजगार पैकेज के तहत काम करने वाले करीब 350 सरकारी कर्मचारियों ने सामूहिक इस्तीफा दे दिया है। इन लोगों का कहना था कि राज्य सरकार उन्हें पर्याप्त सुरक्षा प्रदान नहीं कर सकता है। ऐसे में वे सुरक्षित महसूस नहीं कर रहे हैं। राहुल भट्ट भी इसी योजना के तहत 2011 से घाटी में कार्यरत थे। वो और बडगाम में अपनी पत्नी और 7 साल की बेटी के साथ रहते थे।
इस हत्या के विरोध में सैकड़ों हिंदू सड़कों पर उतरे और उन्होंने राष्ट्रीय राजमार्ग को जाम कर दिया। इन आंदोलनों में सरकारी कर्मचारियों और बडगाम में रहने वाले कश्मीरी हिंदुओं के परिवार भी शामिल हुए। वहीं प्रशासन ने प्रदर्शनकारियों पर लाठी चार्ज किया। आँसू गैस के गोले दागे गए।
राहुल भट के हत्यारे ढेर
राहुल भट की हत्या करने वाले जैश-ए-मोहम्मद के 3 आतंकियों को शुक्रवार को ही सुरक्षाबलों ने ढेर कर दिया। बावजूद इसके कश्मीरी हिंदू भय के साए में जीने को मजबूर हैं, क्योंकि उन्हें टारगेट कर हमले किए जा रहे हैं। इस बडगाम जिले में कश्मीरी हिंदुओं ने राहुल भट के सम्मान में एक कॉलोनी का नाम उनके नाम पर रख दिया है।