पंजाब के अमृतसर स्थित ‘श्री अकाल तख्त’ के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह द्वारा सिखों से आधुनिक हथियार रखने की अपील किए जाने के बाद दल खालसा का भी इस मुद्दे पर विवादित बयान आया है। ये बयान कट्टरपंथी संगठन दल खालसा द्वारा एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में दिया गया जिसमें वह 6 जून को स्वतंत्रता मार्च और श्री अकाल तख्त साहिब पर घल्लूघारा दिवस की बरसी मनाने की माँग कर रहे थे। इस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह को खुद हथियार रखने की सलाह दी और कहा कि वह ऐसा करके उदाहरण सेट करें।
अकाल तख्त के ‘जत्थेदार’ हथियार लेकर सेट करें उदाहरण: दल खालसा
कट्टरपंथी संगठन दल खालसा के प्रवक्ता कवर पाल सिंह बिट्टू ने कहा कि ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने हर सिख को लाइसेंसी हथियार ऱखने की सलाह दी थी। 6 जून को घल्लूघारा दिवस के मौके पर उन्हें भी श्री अकाल तख्त साहिब पर हथियार के साथ पहुँचना चाहिए। बिट्टू ने कहा कि श्री हरमिंदर साहिब में हथियार लेकर जाने पर कोई मनाही नहीं हैं। सिर्फ गुरुघर की ओर हथियार नहीं जा सकता।
अपनी बात रखते हुए बिट्टू ने खालिस्तानी आतंकी भिंडरावाला का उदाहरण दिया। बिट्टू ने कहा, “भिंडरावाले खुद भी हथियार को अपने पास रखते थे और श्री अकाल तख्त साहिब पर वह अपने साथ हथियार ही लेकर जाते थे।” दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के अनुसार दल खालसा के प्रवक्ता ने कहा 6 जून को स्वर्ण मंदिर में खालिस्तान के लगने वाले नारे और लहराई जाने वाली तलवारें सिर्फ लोगों के जज्बात होते हैं। वहाँ वही जाता है जिसे अमृतसर से प्रेम हो।
घल्लूघारा दिवस
बता दें कि हर साल 6 जून को ब्लू स्टार की बरसी के मद्देनजर घल्लूघारा दिवस पंजाब में मनाया जाता है। इस बार इस दिवस के मद्देनजर पंजाब पुलिस ने कई जगहों पर सुरक्षा को बढ़ा दिया है। लगातार भड़काऊ बयानबाजी और धार्मिक स्थलों को उड़ाने की धमकियों के बीच पुलिस पूरी तरह अलर्ट हैं। लेकिन इसी बीच दल खालसा का ये विवादित बयान सामने आया है।
अकाल तख्त के जत्थेदार ने हथियार रखने के लिए की थी अपील
इससे पहले पंजाब के अमृतसर स्थित ‘श्री अकाल तख़्त’ का जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने सिखों से आधुनिक हथियार रखने की अपील की थी, जिसे सुन मुख्यमंत्री भगवंत मान ने उनके बयान पर आपत्ति जताई है। ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने कहा था कि हर सिख आधुनिक हथियार का लाइसेंस रखने की कोशिश करे। उन्होंने मीरी-पीरी के संस्थापक गुरु हरगोबिंद साहिब के गुरुता गद्दी दिवस पर संगत के नाम जारी संदेश में इस तरह की अपील करके दावा किया था कि गुरु हरगोविंद ने चार युद्ध लड़े और चारों में ही उन्होंने जीत दर्ज की। उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है जब सिख बाणी पढ़ कर बलवान बनें और हर सिख शस्त्रधारी भी बने।