Thursday, May 2, 2024
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पंजाब छोड़ जम्मू कश्मीर में ‘लोकतंत्र बचाने’ पहुँचे अकाली MP, गूँजा ‘खालिस्तान ज़िंदाबाद’ का नारा: बोले सांसद – भारत बन गया है हिन्दू राष्ट्र, J&K में सेना का शासन

जम्मू कश्मीर में प्रवेश से रोकने पर सिमरनजीत सिंह ने कहा, "मैं एक सिख हूँ इसलिए भाजपा और आरएसएस मुझे जम्मू-कश्मीर में आने नहीं दे रहे। जम्मू-कश्मीर में कोई विधानसभा नहीं है, वहाँ सेना का शासन है।"

अपने बयानों को लेकर विवादों में रहने वाले शिरोमणि अकाली दल (ए) के अध्यक्ष और पंजाब के संगरूर से सांसद सिमरनजीत सिंह मान ने समर्थकों सहित जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले के लखनपुर में डेरा डाल रखा है। सिमरनजीत किसी कार्यक्रम में शामिल होने के लिए अपने समर्थकों सहित जा रहे थे। लेकिन, इससे पहले ही उन्हें लखनपुर के पास उनके काफिले को रोका गया है। लखनपुर, जम्मू-कश्मीर और पंजाब बॉर्डर के पास स्थित है।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, सिमरनजीत सिंह मान सोमवार (17 अक्टूबर 2022) को अपने समर्थकों के साथ जा रहे थे। इस दौरान, भारी संख्या में तैनात पुलिसकर्मियों ने उन्हें पंजाब की सीमा से लगे जम्मू-कश्मीर के प्रवेश द्वार लखनपुर में यह कहते हुए रोक दिया है कि उनके राज्य में पहुँचने से घाटी में कानून व्यवस्था खराब हो सकती है।

दरअसल, सिमरनजीत सिंह मान को कठुआ के जिलाधिकारी राहुल पांडे के आदेश पर जम्मू कश्मीर में प्रवेश करने से पहले ही रोक दिया गया था। इसके बाद मान व उनके समर्थकों ने प्रदर्शन किया। पांडे ने धारा आदेश जारी करते हुए कहा था कि वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) द्वारा उनके संज्ञान में लाया गया कि मान जम्मू-कश्मीर आने वाले हैं और उनकी यात्रा से ‘शांति भंग’ होने की आशंका है। इसलिए उन्होंने दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 144 के तहत मिले अधिकारों का इस्तेमाल करते हुए मान के कठुआ क्षेत्र में प्रवेश करने पर रोक लगा दी थी।

जम्मू कश्मीर में प्रवेश से रोकने पर सिमरनजीत सिंह ने कहा, “मैं एक सिख हूँ इसलिए भाजपा और आरएसएस मुझे जम्मू-कश्मीर में आने नहीं दे रहे। जम्मू-कश्मीर में कोई विधानसभा नहीं है, वहाँ सेना का शासन है। कोई लोकतंत्र नहीं है। मैं कश्मीर के लोगों से मिलने आया था, मैं खुद देखना चाहता था कि वहाँ क्या हो रहा है। मैं जमीनी स्थिति को दुनिया के सामने लाना चाहता था।”

उन्होंने यह भी कहा है कि क्या जम्मू-कश्मीर भारत का हिस्सा नहीं है? 2019 से जम्मू-कश्मीर के लोगों को परेशानीयों का सामना करना पड़ रहा है। ऐसा लगता है कि भारत हिंदू राष्ट्र बन गया है।

इस दौरान, कठुआ के लखनपुर में डेरा डाले हुए खालिस्तानी समर्थक सिमरजीत सिंह के समर्थकों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ नारे लगाने के अलावा ‘खालिस्तान जिंदाबाद’ के नारे भी लगाए हैं। जिसका एक वीडियो भी वायरल हो रहा है। बता दें कि खालिस्तान समर्थक सिमरनजीत सिंह मान खालिस्तान को लेकर अपना नारा बुलंद करते रहे हैं। सिमरनजीत अकाल तख्त की माँग से लेकर अलग खालिस्तान देश बसाने तक की माँग कर चुके हैं। साल 2020 में उन्होंने ऑपरेशन ब्लू स्टार की 36वीं वर्षगाँठ पर कहा था कि सभी सिख खालिस्तान चाहते हैं।

इसके अलावा, वह महान क्रांतिकारी शहीद भगत सिंह को आतंकवादी भी बता चुके हैं। यही नहीं, इस साल पंजाब में लोकसभा के उपचुनाव में अपनी जीत के बाद उन्होंने ऑपरेशन ब्लू स्टार में मारे गए खालिस्तानी आतंकी जनरैल सिंह भिंडरावाले का महिमामंडन किया था। सिमरनजीत सिंह ने 15 अगस्त पर तिरंगे का बहिष्कार कर सिख झंडे निशान साहिब को फहराने की वकालत भी कर चुके हैं।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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