Sunday, September 8, 2024
Homeदेश-समाजतिरुपति बस की टिकट के पीछे दिखा हज-जेरुसलम यात्रा का सरकारी विज्ञापन, विरोध के...

तिरुपति बस की टिकट के पीछे दिखा हज-जेरुसलम यात्रा का सरकारी विज्ञापन, विरोध के बाद जाँच शुरू

मंत्री ने कहा, "तिरुमाला जैसे पवित्र स्थान पर किसी भी तरह के प्रोपोगेंडा की अनुमति नहीं है। हम इस बारे में बहुत गंभीर विचार कर रहे हैं और इस मामले में दोषियों को सजा भी देंगे।"

तिरुपति से मंदिरों के शहर तिरुमाला जाने वाली आंध्र प्रदेश रोड ट्रांसपोर्ट कॉर्पोरेशन की बस टिकट को लेकर विवाद पैदा हो गया है। बस टिकट के पीछे हज और जेरुसलम यात्रा के बारे में सरकारी विज्ञापन छपा हुआ था।

रिपोर्ट्स के अनुसार, बीजेपी ने इसे लेकर सीएम जगनमोहन रेड्डी पर हमला बोला। अब इस पूरे मामले पर आंध्र प्रदेश सरकार में मंत्री वेल्लमपल्ली श्रीनिवास ने बयान दिया है। उन्होंने कहा कि जाँच से पता चला है कि टिकट के पीछे विज्ञापन देने का टेंडर TDP सरकार ने दिया था। उन्होंने कहा कि टीडीपी और बीजेपी के नेता हर छोटे मुद्दे के लिए सीएम पर बेबुनियाद आरोप लगाने की कोशिश कर रहे हैं और हम उन सभी के खिलाफ कार्रवाई करेंगे जो इस तरह का प्रचार कर रहे हैं।

बुधवार (अगस्त 21, 2019) को बस में सवारी करने वाले यात्रियों की अचानक विज्ञापन पर नजर गई तो उन्होंने इस बारे में क्षेत्रीय प्रबंधक को सूचित किया।

आपत्ति पर उन्होंने जवाब दिया कि गैर-हिंदू तीर्थयात्रा के बारे में छपी हुई टिकट सामग्री के साथ एक बंडल गलत तरीके से तिरुपति में आ गया था। इस मामले में परिवहन निकाय के कार्यकारी निदेशक ने पुष्टि की कि यह मामला उनके संज्ञान में लाया जा चुका है और वह इसमें जाँच कर रहे हैं। अधिकारी ने कहा कि यह अल्पसंख्यक विभाग द्वारा जारी सरकार का एक विज्ञापन है।

आंध्र प्रदेश के राजस्व मंत्री वेल्लमपल्ली श्रीनिवास ने स्पष्ट किया है कि ये टिकट बंडल चुनाव से पहले तेलुगु देशम शासन के दौरान छापे गए थे और टिकट के बंडल नेल्लोर और कडप्पा के लिए थे। वे तिरुमाला-तिरुपति कैसे आए, इसकी अब जाँच की जाएगी।

मंत्री ने कहा, “तिरुमाला जैसे पवित्र स्थान पर किसी भी तरह के प्रोपोगेंडा की अनुमति नहीं है। हम इस बारे में बहुत गंभीर विचार कर रहे हैं और इस मामले में दोषियों को सजा भी देंगे।”

भाजपा नेताओं ने दावा किया कि वह गैर-हिंदू हैं और धर्म में विश्वास नहीं करते हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि वह अल्पसंख्यक धर्मों के लिए अपने एजेंडे को आगे बढ़ा रहे हैं। हैदराबाद के विवादास्पद भाजपा विधायक राजा सिंह पहले ही इस मुद्दे को उठाते हुए वीडियो डाल चुके हैं।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

ग्रामीण और रिश्तेदार कहते थे – अनाथालय में छोड़ आओ; आज उसी लड़की ने माँ-बाप की बेची हुई जमीन वापस खरीद कर लौटाई, पेरिस...

दीप्ति की प्रतिभा का पता कोच एन. रमेश को तब चला जब वह 15 वर्ष की थीं और उसके बाद से उन्होंने लगातार खुद को बेहतर ही किया है।

शेख हसीना का घर अब बनेगा ‘जुलाई क्रांति’ का स्मारक: उपद्रव के संग्रहण में क्या ब्रा-ब्लाउज लहराने वाली तस्वीरें भी लगेंगी?

यूनुस की अगुवाई में 5 सितंबर 2024 को सलाहकार परिषद की बैठक में यह निर्णय लिया गया कि इसे "जुलाई क्रांति स्मारक संग्रहालय" के रूप में परिवर्तित किया जाएगा।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -