Sunday, September 8, 2024
Homeराजनीति'डोर टू डोर' चुनाव प्रचार के लिए गुजरात पहुँचे थे ओवैसी, लोगों ने काले...

‘डोर टू डोर’ चुनाव प्रचार के लिए गुजरात पहुँचे थे ओवैसी, लोगों ने काले झंडों के साथ किया स्वागत: लगे ‘गो बैक’ के नारे, रैली में ‘अल्लाह’ का नाम लेकर रोए थे

यह पहली बार नहीं है जब गुजरात में असदुद्दीन ओवैसी को विरोध का सामना करना पड़ा है। इससे पहले भी गुजरात के कई मुस्लिम इलाकों में ओवैसी को भारी विरोध का सामना करना पड़ा था।

गुजरात विधानसभा चुनाव के पहले चरण का मतदान हो चुका है। अब सियासी पार्टियाँ सोमवार(5 दिसंबर, 2022) को होने वाले दूसरे चरण के मतदान के लिए एड़ी चोटी की ताकत लगा रही हैं। इसी दौरान अहमदाबाद में डोर टू डोर कैंपेन कर रहे एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी को भारी विरोध का सामना करना पड़ा। प्रचार के दौरान उन्हें काले झंडे दिखाए गए। विरोध कर रहे लोग उनके खिलाफ नारेबाजी भी कर रहे थे। बताया जा रहा है कि विरोध कर रहे लोग कॉन्ग्रेस के समर्थन में नारेबाजी कर रहे थे।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ओवैसी अहमदाबाद के शाहपुर मिल कंपाउंड के पास मुस्लिम बहुल इलाके में वोट माँगने पहुँचे थे। असदुद्दीन ओवैसी पैदल चलते हुए जमालपुर से एआईएसआईएम उम्मीदवार साबिर काबलीवाला के लिए वोट माँग रहे थे। ओवैसी के साथ उनके सैकड़ों समर्थक भी थे। इस बीच स्थानीय लोगों ने ओवैसी का विरोध शुरू कर दिया। कैंपेनिंग के दौरान ‘ओवैसी गो बैक’ के नारे भी लगाए गए। ओवैसी को काले झंडे दिखाए जाने लगे। दावा किया जा रहा है कि स्थानीय लोगों ने कॉन्ग्रेस के समर्थन में नारेबाजी की।

यह पहली बार नहीं है जब गुजरात में असदुद्दीन ओवैसी को विरोध का सामना करना पड़ा है। इससे पहले भी गुजरात के कई मुस्लिम इलाकों में ओवैसी को भारी विरोध का सामना करना पड़ा था। तकरीबन दो सप्ताह पहले सूरत ईस्ट में मुस्लिम नौजवानों ने ओवैसी की सार्वजनिक सभा में काले झंडे दिखाए थे।

इसके पहले शुक्रवार (02 दिसंबर, 2022) को इसी विधानसभा क्षेत्र (जमालपुर) में एक रैली के दौरान असदुद्दीन ओवैसी फफककर रोने लगे थे। ओवैसी रोते हुए अल्लाह से अपने उम्मीदवार को जिताने की भीख माँग रहे थे।

जमालपुर में रैली के दौरान ओवैसी ने राहुल गाँधी पर भी जमकर निशाना साधा था। ओवैसी ने कहा था कि राहुल गाँधी बहस में पाँच मिनट भी मेरे सामने टिक नहीं पाएँगे। ओवैसी ने कहा था, “हमारी सच्चाई के सामने कॉन्ग्रेस का झूठ चकनाचूर हो जाएगा, हमारी जुबान के सामने कॉन्ग्रेस के लोग गूंगे बन जाएंगे।” माना जा रहा है कि उनके इस भाषण के बाद कॉन्ग्रेस समर्थकों में नाराजगी थी।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

ग्रामीण और रिश्तेदार कहते थे – अनाथालय में छोड़ आओ; आज उसी लड़की ने माँ-बाप की बेची हुई जमीन वापस खरीद कर लौटाई, पेरिस...

दीप्ति की प्रतिभा का पता कोच एन. रमेश को तब चला जब वह 15 वर्ष की थीं और उसके बाद से उन्होंने लगातार खुद को बेहतर ही किया है।

शेख हसीना का घर अब बनेगा ‘जुलाई क्रांति’ का स्मारक: उपद्रव के संग्रहण में क्या ब्रा-ब्लाउज लहराने वाली तस्वीरें भी लगेंगी?

यूनुस की अगुवाई में 5 सितंबर 2024 को सलाहकार परिषद की बैठक में यह निर्णय लिया गया कि इसे "जुलाई क्रांति स्मारक संग्रहालय" के रूप में परिवर्तित किया जाएगा।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -