केरल पुलिस (Kerala Police) ने 7 दिसंबर को डेमोक्रेटिक यूथ फेडरेशन ऑफ इंडिया (DYFI) के स्थानीय नेता जिनेश जयन को विलावुरक्कल मलयम के जिनेश भवन से 16 वर्षीय लड़की का यौन शोषण करने के आरोप में गिरफ्तार किया है। पुलिस ने नाबालिग सहित लगभग 30 महिलाओं के साथ आरोपित द्वारा यौन संबंध बनाने का आपत्तिजनक का वीडियो साक्ष्य के रूप में बरामद करने के बाद की। बता दें कि DYFI सत्तारूढ़ CPI (M) पार्टी की युवा शाखा है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, पुलिस ने जिनेश के साथ 7 अन्य लोगों को गिरफ्तार किया है। ये सब भी नाबालिग का यौन शोषण करने में शामिल बताए जा रहे हैं। ये सभी एंटी-ड्रग एक्टिविस्ट थे। पुलिस ने सभी आठों आरोपितों के खिलाफ POCSO ऐक्ट में मामला दर्ज किया है। गिरफ्तार किए गए आरोपितों में त्रिशूर का एस सुमेज (21), मलयम चिथिरा का ए अरुण (27), शाजी भवन का एस अभिजीत (20), पूझिकुन्नु का आर विष्णु (20), पेरुकाव का सिबी (20) और ए अनंतु (18) शामिल है।
पुलिस ने जिनेश के फोन की जाँच की तो उसमें खंजर, चाकू और तलवार जैसे घातक हथियारों का इस्तेमाल करते हुए उसकी कई तस्वीरें मिलीं। फोन में सेव किए गए कुछ वीडियो में आरोपित लड़कियों को नशीला पदार्थ खिलाते हुए भी नजर आ रहे हैं। DYFI के स्थानीय नेताओं में से एक जिनेश का फोन जाँच के लिए भेज दिया गया है। वहीं, आरोपित अभी रिमांड पर है।
पीड़िता किशोरी ने पुलिस को दिए अपने बयान में कहा है कि वह आरोपी से फोन के जरिए मिली थी। कोडुंगल्लुर के रहने वाले आरोपित को पुलिस ने एक लड़की के साथ भागने की कोशिश करने के दौरान गिरफ्तार कर लिया। इस लड़की से वह इंस्टाग्राम पर मिला था। लड़की के भाई ने उसे अपना बैग पैक करते देख लिया और अपनी माँ एवं पंचायत सदस्यों को इसके बारे में बताया। इसके बाद लोगों ने पुलिस को फोन करके सूचित किया। किशोरी ने खुलासा किया कि पिछले दो साल से उसका यौन शोषण किया जा रहा था।
रिपोर्ट में कहा गया है कि आरोपित छह साल पहले इसी तरह के एक मामले में शामिल था। उस दौरान एक लड़की ने आरोप लगाया था कि जिनेश ने उसका नंबर कुछ अश्लील व्हाट्सएप ग्रुपों में साझा किया था। जब लड़की ने जिनेश के खिलाफ कार्रवाई की बात कही तो पार्टी ने हस्तक्षेप किया और उसे बचाया था। इसके बाद जिनेश के माता-पिता ने माफी माँगी और गाँधी भवन नामक एनजीओ को 25,000 रुपए का भुगतान किया। ये पीड़िता की माँग थी।