नवंबर 2022 में पंजाब में हिंदूवादी नेता सुधीर सूरी की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। शिवसेना (टकसाली) के इस नेता की हत्या को अब पंजाबी अभिनेत्री सोनिया मान ने जायज ठहराया है। हिरोइन से एक्टिविस्ट बनी मान का कहना है कि सूरी मारे जाने के ही लायक थे। उसने उन्हें गोली मारने वाले संदीप सिंह की भी प्रशंसा की है।
पंजाबी न्यूज चैनल रोजाना स्पोक्समैन को दिए एक एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में सोनिया ने कहा कि सूरी की हत्या कर सिंह ने बढ़िया काम किया। उसने कहा, “संदीप जी ने सूरी को मार डाला। उन्होंने बढ़िया काम किया। वह इसी लायक था। वैसे तो हत्या और हिंसा में किसी को शामिल नहीं होना चाहिए, लेकिन सूरी की हत्या जरूरी थी।” मान ने यह बात खालिस्तान समर्थक और ‘वारिस पंजाब दे’ के मौजूदा प्रमुख अमृतपाल सिंह की आलोचना करते हुए कही। उसने कहा कि अमृतपाल सिंह ने संदीप सिंह का साथ नहीं दिया।
मान ने कहा , “संदीप सिंह अमृतपाल के भाषणों और गतिविधियों से प्रभावित थे। आपने (अमृतपाल सिंह) उनके लिए क्या किया। वह इस बात से आहत थे कि उनका करीबी लवप्रीत तूफान तीन दिनों से जेल में था। जब पुलिस ने सूरी की हत्या के लिए संदीप सिंह को गिरफ्तार किया था तो उन्होंने आवाज क्यों नहीं उठाई?”
Shocking: Punjabi actor Sonia maan justified killing of Hindu leader Sudhir Suri by Sandip Singh👇👇
— PunFact (@pun_fact) March 3, 2023
पंजाबी एक्टर सोनिया मान ने हिंदू नेता की हत्या करने वाले अमृतपाल के करीबी संदीप सिंह को सही ठहराया पर हैरानी की बात यह है कि सोनिया मान के बाप को भी खालिस्तानियों ने मारा था 🤨🤨 pic.twitter.com/gf52notunR
अमृतपाल सिंह को स्वार्थी बताते हुए सोनिया मान ने कहा कि उसकी खालिस्तान की विचारधारा कमजोर है। वह सिख साम्राज्य के पहले महाराजा रंजीत सिंह के ‘खालिस्तान’ के विचार को आगे बढ़ाएँगी, न कि अमृतपाल सिंह के विचार को। मान ने कहा, “इन दोनों (रणजीत सिंह और अमृतपाल सिंह) के खालिस्तान के विचार ऐसे हैं जैसे एक लाइन के दो छोर हों। वे कभी नहीं मिल सकते। राजा रणजीत सिंह ने एक ऐसे साम्राज्य का लक्ष्य रखा था, जिसमें हर व्यक्ति के साथ समान व्यवहार हो। वहाँ शिक्षा को महत्व और सभी के लिए सम्मान हो। आज अमृतपाल सिंह जिस चीज के लिए लड़ रहे हैं, वह सिर्फ सत्ता है। वह एक कट्टरपंथी नेता हैं और खालिस्तान क्या होना चाहिए, इसके बारे में उनका अलग विचार है।”
सोनिया मान ने कहा कि अमृतपाल सिंह इस बात को लेकर भी असमंजस में है कि वह अपनी जिंदगी को निजी रखना चाहता है या सिख समुदाय के लिए काम करना चाहता है। उसने कहा, “अमृतपाल सिंह खालिस्तानी समर्थक नारे लगाकर पंजाब की छवि खराब कर रहे हैं। हाल ही में अजनाला विरोध प्रदर्शन कट्टरता का ही परिणाम था। उन्होंने अपने करीबी के जेल में होने के कारण पुलिस स्टेशन को घेर लिया। लेकिन जब संदीप जी को जेल भेजा गया था, तब वह कहाँ थे?” दिलचस्प बात यह है कि सोनिया के पिता बलदेव सिंह मान की साल 1986 में खालिस्तानियों ने ही हत्या की थी। तब सोनिया महज एक साल की थी।
बता दें कि सुधीर सूरी अमृतसर में कूड़े में भगवान की मूर्तियाँ मिलने के बाद गोपाल मंदिर के बाहर धरना दे रहे थे। इसी दौरान उनकी गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।