अपने उल-जुलूल बयानों के कारण सुर्खियाँ बटोरने वाले पाकिस्तान के विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री चौधरी फवाद हुसैन एक बार फिर से अपनी बात के कारण चर्चा का विषय बने हैं। दरअसल, उन्होंने एक ट्वीट में माना है कि हर फिदायीन हमले में मदरसे का ही छात्र शामिल होता है।
उन्होंने ट्विटर पर एक ट्वीट के रिप्लाई में लिखा था, “मदरसों में पढ़ने वाले सभी छात्र आत्मघाती हमलावर नहीं होते। लेकिन, यह एक कड़वी सच्चाई है कि सभी आत्मघाती हमलावर मदरसों के छात्र होते हैं।”
@AainaFirdos all Madressa students r nt suicide bombers true bt all suicide bombers r Madressa students this is bitter reality..
— Ch Fawad Hussain (@fawadchaudhry) January 11, 2014
हालाँकि, ये ट्वीट 5 साल पुराना है, लेकिन कल से सोशल मीडिया पर इसे प्रासंगिक बनाकर तेजी से शेयर किया जा रहा है और फवाद हुसैन लगातार ट्रोल हो रहे हैं।
Thank you Pakistan for making @fawadchaudhry a minister. Pakistan ka bada naam roshan kar rha hai. ???? Keep it up, India is with you ????
— ????????? ?????? ?? (@GagandeepKamboj) September 11, 2019
कुछ ट्विटर यूजर फवाद के इस बयान के बाद पाकिस्तान की चुटकी लेते हुए, उसे धन्यवाद कह रहे हैं कि उसने फवाद जैसा नेता चुना, जो उनके देश की फजीहत ही करवाता रहता है। तो कुछ कह रहे हैं कि पहले फवाद ठीक शख्सियत थे लेकिन इमरान खान की पार्टी में आने के बाद वो पूरे पागल हो चुके हैं।
Before joining Imran Khan party, he had liberal outlooks but now turned out to be complete crazy.
— saurabh bhadauria (@saurabhbhadauri) September 11, 2019
कुछ यूजर ऐसे भी हैं जो फवाद हुसैन के इस बयान पर भारत में तथाकथित लिबरल्स को घेर रहे हैं। उनका कहना है कि जब कोई भारतीय इस संबंध में अपनी मिलती-जुलती राय रखता है तो उसे भारत के छद्म सेकुलरों द्वारा ‘सांप्रदायिक’ घोषित कर दिया जाता है।
इससे मिलती-जुलती राय जब कोई भारतीय व्यक्त करता है तो उसे भारत के छद्म सेकुलरों द्वारा ‘सांप्रदायिक’ घोषित कर दिया जाता है। pic.twitter.com/Z1OQeTx6Hb
— Jatan Acharya ?? (@jatanacharya) September 11, 2019
गौरतलब है कि ये ट्वीट तो उनका पुराना है, जिसके कारण पाकिस्तान को शर्मिंदगी झेलनी पड़ रही है। लेकिन, अभी हाल में भी उन्होंने श्रीलंकाई क्रिकेटर्स को लेकर अफवाह उड़ाने की कोशिश की थी, जब खुद श्रीलंका के खेल मंत्री को उन्हें झूठा बोलना पड़ा था।
फवाद हुसैन ने लिखा था, “कमेंटेटर्स ने मुझे बताया कि भारत ने श्रीलंकाई खिलाड़ियों को धमकी दी है कि अगर उन्होंने पाकिस्तान दौरे से इनकार नहीं किया तो उन्हें आईपीएल से बाहर कर दिया जाएगा।” जिस पर स्वयं श्रीलंका के खेल मंत्री हरिन फर्नांडो ने हुसैन का दावा झूठा बताया। उन्होंने कहा था कि 2009 में हमारे खिलाड़ियों पर पाकिस्तान में जो हमला हुआ था, उसकी वजह से कुछ कुछ प्लेयर्स ने दौरे पर न जाने का फैसला किया।
इसके अलावा चंद्रयान-2 पर भी जब पूरा विश्व भारत के प्रयासों पर नतमस्तक था, तब पाकिस्तान के ही इन मंत्री ने कहा था, “जो काम आता नहीं है उससे पंगा नहीं लेते डियर इंडिया।” जिसके बाद न केवल भारतीयों ने बल्कि विश्व के कोने-कोने से उनको शर्मिंदा होना पड़ा था।