Tuesday, November 26, 2024
Homeरिपोर्टअंतरराष्ट्रीयहर फिदायीन आतंकी मदरसा का छात्र, यही कड़वी सच्चाई: पाक मंत्री फवाद चौधरी ने...

हर फिदायीन आतंकी मदरसा का छात्र, यही कड़वी सच्चाई: पाक मंत्री फवाद चौधरी ने कबूली थी असलियत

"मदरसों में पढ़ने वाले सभी छात्र आत्मघाती हमलावर नहीं होते। लेकिन, यह एक कड़वी सच्चाई है कि सभी आत्मघाती हमलावर मदरसों के छात्र होते हैं।"

अपने उल-जुलूल बयानों के कारण सुर्खियाँ बटोरने वाले पाकिस्तान के विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री चौधरी फवाद हुसैन एक बार फिर से अपनी बात के कारण चर्चा का विषय बने हैं। दरअसल, उन्होंने एक ट्वीट में माना है कि हर फिदायीन हमले में मदरसे का ही छात्र शामिल होता है।

उन्होंने ट्विटर पर एक ट्वीट के रिप्लाई में लिखा था, “मदरसों में पढ़ने वाले सभी छात्र आत्मघाती हमलावर नहीं होते। लेकिन, यह एक कड़वी सच्चाई है कि सभी आत्मघाती हमलावर मदरसों के छात्र होते हैं।”

हालाँकि, ये ट्वीट 5 साल पुराना है, लेकिन कल से सोशल मीडिया पर इसे प्रासंगिक बनाकर तेजी से शेयर किया जा रहा है और फवाद हुसैन लगातार ट्रोल हो रहे हैं।

कुछ ट्विटर यूजर फवाद के इस बयान के बाद पाकिस्तान की चुटकी लेते हुए, उसे धन्यवाद कह रहे हैं कि उसने फवाद जैसा नेता चुना, जो उनके देश की फजीहत ही करवाता रहता है। तो कुछ कह रहे हैं कि पहले फवाद ठीक शख्सियत थे लेकिन इमरान खान की पार्टी में आने के बाद वो पूरे पागल हो चुके हैं।

कुछ यूजर ऐसे भी हैं जो फवाद हुसैन के इस बयान पर भारत में तथाकथित लिबरल्स को घेर रहे हैं। उनका कहना है कि जब कोई भारतीय इस संबंध में अपनी मिलती-जुलती राय रखता है तो उसे भारत के छद्म सेकुलरों द्वारा ‘सांप्रदायिक’ घोषित कर दिया जाता है।

गौरतलब है कि ये ट्वीट तो उनका पुराना है, जिसके कारण पाकिस्तान को शर्मिंदगी झेलनी पड़ रही है। लेकिन, अभी हाल में भी उन्होंने श्रीलंकाई क्रिकेटर्स को लेकर अफवाह उड़ाने की कोशिश की थी, जब खुद श्रीलंका के खेल मंत्री को उन्हें झूठा बोलना पड़ा था।

फवाद हुसैन ने लिखा था, “कमेंटेटर्स ने मुझे बताया कि भारत ने श्रीलंकाई खिलाड़ियों को धमकी दी है कि अगर उन्होंने पाकिस्तान दौरे से इनकार नहीं किया तो उन्हें आईपीएल से बाहर कर दिया जाएगा।” जिस पर स्वयं श्रीलंका के खेल मंत्री हरिन फर्नांडो ने हुसैन का दावा झूठा बताया। उन्होंने कहा था कि 2009 में हमारे खिलाड़ियों पर पाकिस्तान में जो हमला हुआ था, उसकी वजह से कुछ कुछ प्लेयर्स ने दौरे पर न जाने का फैसला किया।

इसके अलावा चंद्रयान-2 पर भी जब पूरा विश्व भारत के प्रयासों पर नतमस्तक था, तब पाकिस्तान के ही इन मंत्री ने कहा था, “जो काम आता नहीं है उससे पंगा नहीं लेते डियर इंडिया।” जिसके बाद न केवल भारतीयों ने बल्कि विश्व के कोने-कोने से उनको शर्मिंदा होना पड़ा था।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

‘आप चुनाव जीते तो EVM सही, आप हारे तो हुई छेड़छाड़’: सुप्रीम कोर्ट ने सिस्टम बदलने से किया इनकार, अब बैलेट पेपर के लिए...

सुप्रीम कोर्ट में जस्टिस विक्रम नाथ और जस्टिस पीबी वराले की बेंच ने याचिका को सुनवाई के योग्य ही नहीं पाया।
- विज्ञापन -