Saturday, November 16, 2024
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अमेजन के जंगल में हुआ चमत्कार: कोलंबिया विमान हादसे के 40 दिन बाद जीवित मिले 4 बच्चे, एक की उम्र सिर्फ 1 साल

विमान हादसे में पायलट समेत 3 लोगों की मौत हो गई थी। इसमें इन बच्चों की माँ भी शामिल थी। लेकिन हादसे के बाद से चारों बच्चे लापता हो गए थे। इन बच्चों की तलाश के लिए कोलंबिया सरकार और सेना ने ऑपरेशन होप शुरू किया था। 

कोलंबिया के अमेजन जंगलों में विमान हादसे के 40 दिन बाद 4 बच्चों को जिंदा बचा लिया गया। सेना के जवानों के चारों बच्चे आपस में भाई बहन हैं। इन बच्चों में से एक की उम्र 1 साल है। बच्चों के जीवित मिलने की इस घटना को कोलंबिया के राष्ट्रपति गुस्तावो पेट्रो ने ऐतिहासिक बताया है।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, 1 मई 2023 को प्राइवेट विमान सेसना में सवार होकर 7 लोग अराराकुआरा से सैन जोस डेल ग्वावियारे जा रहे थे। इसी दौरान इंजन में खराबी के चलते विमान हादसे का शिकार हो गया। इंजन में खराबी की सूचना देने के कुछ समय बाद ही विमान राडार से बाहर हो गया था।

हादसे के दो हफ्ते बाद 16 मई को विमान का मलवा मिला था। इसके बाद पुष्टि हुई थी कि हादसे में पायलट समेत 3 लोगों की मौत हो गई है इसमें इन बच्चों की माँ भी शामिल थी। लेकिन हादसे के बाद से चारों बच्चे लापता हो गए थे। इन बच्चों की तलाश के लिए कोलंबिया सरकार और सेना ने ऑपरेशन होप शुरू किया था। 

बच्चों की तलाश के लिए शुरू किए रेस्क्यू ऑपरेशन में 150 सैनिकों, 200 वोलेंटियर के साथ ही 10 खोजी कुत्तों को अमेजन के जंगल में उतारा गया था। इस दौरान, सेना को घटना वाली जगह से करीब 500 मीटर की दूरी पर बच्चों के पैरों के निशान, फलों के टुकड़े व नैपकिन मिले थे। हालाँकि घने जंगल होने के चलते बच्चों की तलाश बेहद मुश्किल लग रही थी। ऐसे में सेना ने हेलिकॉप्टर से बच्चों की दादी की आवाज रिकॉर्ड कर एक मैसेज सुनाया था। इस मैसेज के जरिए सेना का प्रयास था कि बच्चे जहाँ हैं वहीं रुक जाएँ।

हालाँकि बच्चे नहीं रुके। जब शुक्रवार (9 जून 2023) को बच्चे मिले, तब वे अपने पैरों में पॉलीथिन लपेटकर आगे बढ़े जा रहे थे। इन बच्चों की उम्र 13, 9, 4 व एक वर्ष है। हादसे के 40 दिन बाद घने जंगल में इन बच्चों का जीवित रहना किसी चमत्कार से कम नहीं है। बच्चों के मिलने के बाद राष्ट्रपति गुस्तावो पेट्रो ने कहा है, “उन्हें जंगल ने बचा लिया। वे जंगल के बच्चे हैं और कोलंबिया के भी बच्चे हैं।”

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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