उत्तर प्रदेश के कौशांबी जिले में हाल ही में दो लोगों द्वारा एक महिला के साथ कथित तौर पर सामूहिक बलात्कार करने का मामला सामने आया है। हालाँकि, पुलिस ने महिला की शिकायत पर एफआईआर दर्ज कर ली है। लेकिन, अभी तक दोनों आरोपितों शेर मोहम्मद उर्फ़ शेरू और जुबैर अहमद की गिरफ़्तारी नहीं हुई है। जिससे महिला ने अपने जान को खतरा बताया है। गैंगरेप की यह घटना कथित तौर पर 3 अगस्त को हुई थी जब महिला कड़ा धाम शीतला माता मंदिर से दर्शन कर घर लौट रही थी।
वहीं दैनिक भास्कर से की गई बातचीत में गैंगरेप पीड़िता ने अपनी जान को खतरा बताया है। पीड़ित महिला ने अपने बयान में कहा, ”मुझे जान से मारने के लिए वो लोग घर तक आ पहुँचे। छिपते-छिपाते, इधर-उधर भाग रही हूँ। पूरा परिवार परेशान है। पुलिस ने उन्हें अब तक गिरफ्तार नहीं किया है। क्या करूँ-कहाँ जाऊँ, किससे इंसाफ माँगूँ। कुछ भी समझ नहीं आ रहा।”
क्या है पूरा मामला
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, पीड़ित महिला ने पुलिस से की गई शिकायत में बताया था कि जब महिला कड़ा धाम स्थित शीतला माता मंदिर में पूजा-अर्चना करने और आशीर्वाद लेने गई थी तो वहाँ से जब वह दर्शन कर घर लौट रही थी तब अँधेरा हो चुका था। जब वह सार्वजनिक परिवहन का इंतजार कर रही थी, तभी दो व्यक्ति, जिनमें शेर मोहम्मद उर्फ़ शेरू नाम का एक जिला पंचायत सदस्य और जुबैर अहमद नाम का एक अन्य व्यक्ति एक चार-पहिया वाहन से उसके पास आए। उन्होंने उससे कहा कि इस समय उसे घर जाने के लिए कोई गाड़ी नहीं मिलेगी। दोनों ने महिला को अपनी कार में बैठा लिया।
शिकायत में पीड़िता ने बताया है कि बाद में दोनों उसे जंगल में ले जाकर कार को लॉक कर दिया और बारी-बारी से उसके साथ बलात्कार किया, और उसका वीडियो भी बना लिया था। महिला ने दावा किया कि जब उसने मदद के लिए चिल्लाने की कोशिश की तो अपराधियों ने उसके मुँह में कपड़ा ठूँस दिया था।
गैंगरेप पीड़िता ने अपने बयान कहा, “दोनों ने मेरा रेप करने के बाद मेरा मुँह खोला। उसके बाद मेरी कनपटी में तमंचा सटाकर गाली देने लगे। कहने लगे कि ज्यादा चू-चपड़ करेगी तो तुझे जान से मार देंगे। काट कर नदी में फेंक देंगे। मैंने उनके पैर पकड़कर कहा कि भैया जाने दो, मैं किसी से कुछ नहीं कहूँगी।”
पीड़िता ने कहा, “तब शेरू ने कहा कि तुमने अगर किसी से कहा तो ये वीडियो इंटरनेट में डाल देंगे। पूरे देश में फैल जाएगा। शांति से गाड़ी में बैठी रहो। तुम मुझे नहीं जानती हो। हम लोग एक मिनट में पूरा खानदान तहस-नहस कर देंगे। बम फुड़वा देंगे।” पीड़िता ने कहा कि वह उनकी बातें सुनकर डर गई थी। वो लोग रात के करीब 10 बजे उसे एक चौराहे पर उतारकर आँखें दिखाते हुए चले गए। महिला किसी तरह रात में अपने घर पहुँची और उसने अपने पति को पूरी बात बताई। महिला ने बताया कि उसके पति ने आरोपित शेरू और जुबैर के बारे में पता कराया कि ये लोग कहाँ के हैं।
उसके बाद महिला कौशांबी के कड़ाधाम थाने में 10 अगस्त, 2023 को गैंगरेप की शिकायत दर्ज कराने पहुँची। महिला का आरोप था कि उसके साथ चार पहिया गाड़ी में दो लोगों ने गैंगरेप किया। शिकायत के मुताबिक, वारदात को अंजाम देने वाला एक आरोपित जिला पंचायत सदस्य शेरू और दूसरा उसका साथी जुबैर था।
तहरीर मिलते ही सैनी थाना क्षेत्र के सयारा मीठेपुर के शेरू और जुबैर के खिलाफ एसपी के आदेश पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया था। इन पर IPC की धारा 376-D, 504 और 506 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया। पुलिस का कहना था कि जाँच-पड़ताल के बाद आगे की कार्रवाई होगी। पुलिस ने महिला का मेडिकल भी करवाया। लेकिन, घटना के 15 दिन बीत जाने के बाद भी आरोपितों की गिरफ्तारी नहीं हुई है।
वहीं पुलिस में शिकायत के बाद से ही आरोपितों की तरफ से महिला को जान से मारने की धमकी मिल रही है जिससे महिला ने अपनी जान को खतरा बताया है। वहीं मीडिया रिपोर्ट दोनों आरोपितों के पहले के भी आपराधिक रिकॉर्ड सामने आए हैं।
आरोपितों का पहले से है आपराधिक इतिहास
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, जिला पंचायत सदस्य शेर मोहम्मद उर्फ़ शेरु पर कोखराज पुलिस ने 27 अक्टूबर, 2022 को एक मुकदमा दर्ज किया था। उस मामले में भी गैंगरेप सहित अन्य गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर उसे जेल भेजा गया था। वहीं यह बात भी सामने आई है कि शेरू AIMIM का सक्रिय कार्यकर्ता हुआ करता था।