Sunday, September 8, 2024
Homeराजनीति'नरेंद्र मोदी का नरेटी (गर्दन) दबाने जा रहे हैं': विपक्ष की मुंबई बैठक से...

‘नरेंद्र मोदी का नरेटी (गर्दन) दबाने जा रहे हैं’: विपक्ष की मुंबई बैठक से पहले प्रधानमंत्री पर लालू यादव का विवादित बयान, जमानत पर बाहर हैं RJD सुप्रीमो

बताते चलें कि लालू यादव फ़िलहाल चारा घोटाला मामले में जमानत पर बाहर हैं। बीमारी के कारण उन्हें झारखंड हाईकोर्ट से बेल मिली थी।

बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर विवादित बयान दिया है। बता दें कि पटना और बेंगलुरु के बाद अब मुंबई में विपक्ष के नए गठबंधन की तीसरी बैठक होने वाली है। ये बैठक 31 अगस्त और 1 सितंबर को होगी। इससे पहले लालू यादव ने कहा है, “मुंबई में नरेंद्र मोदी का नरेटी दबाने जा रहे हैं हमलोग। नरेंद्र मोदी का नरेटी पकड़े हुए हैं हमलोग। हटाना है।” जब लालू यादव ने ये बयान दिया, उस समय बिहार के उप-मुख्यमंत्री और उनके बेटे तेजस्वी यादव भी उनके बगल में ही खड़े थे।

बताते चलें कि लालू यादव फ़िलहाल चारा घोटाला मामले में जमानत पर बाहर हैं। बीमारी के कारण उन्हें झारखंड हाईकोर्ट से बेल मिली थी। हाल ही में बैडमिंटन खेलते हुए उनकी तस्वीर सामने आई, जिसके बाद CBI उनकी जमानत रद्द कराने के लिए कोर्ट पहुँची। हाल ही में लालू यादव बिहार में लक्जरी बोट की सवारी करते हुए भी दिखे थे। दिसंबर 2022 में उनकी सफल किडनी ट्रांसप्लांट सर्जरी हुई है। जून में विपक्ष की पहली बैठक में ही लालू यादव कह चुके हैं कि वो अब पूरी तरह फिट हैं।

लालू यादव और तेजस्वी यादव दिल्ली के लिए निकल गए हैं। कॉन्ग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गाँधी भी इस बैठक में पहुँच रही हैं। इस दौरान लालू यादव ने ये भी कहा है कि इस बार केंद्र की सत्ता में भाजपा की वापसी नहीं होगी। उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी का गला पकड़ के कुर्सी से उतार देंगे, उसके बाद ही कुछ करेंगे। दिल्ली पहुँच कर लालू यादव रक्षाबंधन मनाएँगे, उसके बाद मुंबई में पहुँचेंगे, जहाँ विपक्षी नेताओं का जमघट होना है। बिहार के सीएम नीतीश कुमार भी बैठक में मौजूद रहेंगे

तेजस्वी यादव ने दावा किया है कि गठबंधन के सभी नेता एक साथ खड़े हैं। उन्होंने जातीय सर्वे को लेकर भी भाजपा पर निशाना साधा। बता दें कि विपक्ष की नई बैठक में संयोजक के नाम की घोषणा होगी। बिहार के सीएम नीतीश कुमार का कहना है कि अब उन्हें किसी पद की इच्छा नहीं है। उन्होंने दावा किया कि उनका काम सिर्फ सभी को एकजुट करना है। अब सभी की नजरें इस तरफ हैं कि संयोजक का पद किसे दिया जाता है, कौन सी पार्टी इसमें बाजी मारती है।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

ग्रामीण और रिश्तेदार कहते थे – अनाथालय में छोड़ आओ; आज उसी लड़की ने माँ-बाप की बेची हुई जमीन वापस खरीद कर लौटाई, पेरिस...

दीप्ति की प्रतिभा का पता कोच एन. रमेश को तब चला जब वह 15 वर्ष की थीं और उसके बाद से उन्होंने लगातार खुद को बेहतर ही किया है।

शेख हसीना का घर अब बनेगा ‘जुलाई क्रांति’ का स्मारक: उपद्रव के संग्रहण में क्या ब्रा-ब्लाउज लहराने वाली तस्वीरें भी लगेंगी?

यूनुस की अगुवाई में 5 सितंबर 2024 को सलाहकार परिषद की बैठक में यह निर्णय लिया गया कि इसे "जुलाई क्रांति स्मारक संग्रहालय" के रूप में परिवर्तित किया जाएगा।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -