Thursday, November 28, 2024
148 कुल लेख

अर्पित त्रिपाठी

अवध से बाहर निकला यात्री...

3 साल में 4 गुना हुआ बैंक फ्रॉड, लेकिन नुकसान की रकम एक तिहाई हुई: RBI रिपोर्ट से खुलासा, प्राइवेट बैंक के कस्टमर झाँसे...

वित्त वर्ष 2023-24 में लोगों से बैंक धोखाधड़ी के 36,075 मामले हुए। इस धोखाधड़ी के कारण लोगों का ₹13,930 करोड़ का नुकसान हुआ है।

जिस PSPCL के मुनाफे पर जश्न मना रहे CM केजरीवाल, पंजाब में AAP की सत्ता आते ही उसका हो गया था बेड़ा गर्क: ₹4775...

जहाँ CM केजरीवाल ने जहाँ यह बात जोरशोर से बताई कि 2023-24 में PSPCL को ₹900 करोड़ का मुनाफा हुआ है, वहीं उन्होंने यह नहीं बताया कि इस कम्पनी को मुनाफे से घाटे में भी उनकी ही सरकार ले गई थी।

‘द वायर’ ने लोकसभा चुनाव में कम वोट पड़ने को लेकर चलाई झूठी स्टोरी, डाटा का किया हेरफेर, बताए गलत आँकड़े: जानें क्या है...

द वायर ने एक बार फिर लोकसभा चुनावों को लेकर एक फर्जी स्टोरी छापी है। वायर का दावा है कि 2019 के मुकाबले 2024 में 19 करोड़ वोट कम पड़े हैं।

बंगाल की OBC लिस्ट में 179 जाति, इनमें 117 मुस्लिम: ज्योति बसु ने की शुरुआत, ममता बनर्जी ने किया मनमाना तुष्टिकरण; हाई कोर्ट के...

पश्चिम बंगाल की CM ममता बनर्जी ने कहा है कि वह कलकत्ता हाई कोर्ट OBC प्रमाण पत्र रद्द करने के निर्णय के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जाएँगी।

’48 घंटे में मिले हर बूथ का डेटा’: चुनाव आयोग ने ठुकराई माँग, कहा – चुनाव प्रक्रिया में नहीं डाल सकते रुकावट

सुप्रीम कोर्ट ने मतदान के 48 घंटों के भीतर कुल वोटों की संख्या चुनाव आयोग द्वारा जारी करने की माँग पर आदेश जारी करने से इनकार कर दिया।

कहाँ गुम हो गई फहद की बेगम स्वरा भास्कर, किन वादियों में खो गई शेहला रशीद: कभी बेगूसराय की सड़कों पर बहा था जिनका...

स्वरा भास्कर ने 2019 के चुनाव में जिन भी उम्मीदवारों के लिए चुनाव प्रचार किया था, वह सभी हार गए थे। शायद इस बार उनको किसी ने नहीं पूछा है।

महाभारत, चाणक्य, मराठा, संत तिरुवल्लुवर… सबसे सीखेगी भारतीय सेना, प्राचीन ज्ञान से समृद्ध होगा भारत का रक्षा क्षेत्र: जानिए क्या है ‘प्रोजेक्ट उद्भव’

न सिर्फ वेदों-पुराणों, बल्कि कामंदकीय नीतिसार और तमिल संत तिरुवल्लुवर के तिरुक्कुरल का भी अध्ययन किया जाएगा। भारतीय जवान सीखेंगे रणनीतियाँ।

क्यों चीन की कंपनियाँ भी कर रहीं ‘मेक इन इंडिया’ का जाप, क्यों भारतीय बाजार के लिए ‘गद्दार’ कहलाना भी है कबूल?

भारत का बाजार चीन की कम्पनियों के अनुरूप है। उनके उत्पाद भारतीय ग्राहकों के अनुरूप हैं। यह कम्पनियाँ बाकी जगह कारोबार नहीं बढ़ा पा रहीं।