Wednesday, November 27, 2024
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अर्पित त्रिपाठी

अवध से बाहर निकला यात्री...

‘मेरी 1 महीने की सैलरी चली गई…’: कॉन्ग्रेस अध्यक्ष खुद नहीं देना चाहते अपनी पार्टी को पैसा? वीडियो हो गया वायरल

कॉन्ग्रेस को ₹1.38 लाख चंदा देने के बाद अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि इसमें उनकी एक महीने की पगार चली गई। वीडियो देख लोग उड़ा रहे मजाक।

राजस्थान की अर्थव्यवस्था का कबाड़ा कर गए अशोक गहलोत: प्रदेश पर छोड़ा ₹5.37 लाख करोड़ का कर्जा, GDP सुधारने पर ध्यान तक नहीं दिया

राजस्थान में अशोक गहलोत की सरकार ने अर्थव्यवस्था को बेहद गैर-जिम्मेदाराना तरीके से संभाला था। अब नए CM भजनलाल शर्मा के सामने बड़ी चुनौती है।

संसद में स्प्रे करने वाले लौंडे का लाठी से नहीं हुआ ‘स्वागत’ इसलिए छटपटा रहे हैं RJD के ‘लठैत’: कुटाई पर लिबरल प्रलाप ‘दुख’...

जिनकी ट्रेनिंग ही लाठी वाले चरवाहा विद्यालय में हुई हो वे संसद में कूदने वाले लौंडे को झोंटा पकड़कर खींचने, मुक्का मारने, जूतियाने... को तो 'स्वागत' नहीं ही मानेंगे।

जिनकी दादी इंदिरा से लड़ी, जिनके पुरखे भगवान राम के वंशज, जो खुद दो महाराजा की माँ… राजस्थान में अबकी जला वही ​दीया

शेक्सपीयर ने कहा था कि नाम में क्या रखा है। पर राजनीति में एक नाम कई संदेश दे जाती है। खासकर यदि आपका नाम दीया कुमारी हो।

छत्तीसगढ़ CM पद की शपथ लेने से पहले जिनकी तस्वीर को विष्णुदेव साय ने माथे से लगाया, कौन हैं वे दिलीप सिंह जूदेव

जिस युवा विष्णुदेव साय को दिलीप सिंह जूदेव ने कहा था कि वे एक दिन मुख्यमंत्री बनेंगे, आज वही छत्तीसगढ़ के सीएम पद की शपथ लेने जा रहे हैं।

धीरज साहू के ₹500 करोड़ जायज, क्योंकि कॉन्ग्रेस को भी चुनाव लड़ना है: रघुराम राजन आप ‘अर्थशास्त्री’ ही हैं या ‘चम्मच’

रघुराम राजन ने कॉन्ग्रेस सांसद धीरज साहू के ठिकानों से मिले ₹500 करोड़ को सही ठहराया है। कहा है कि चुनाव लड़ने के लिए पैसे चाहिए होते हैं, इसलिए विपक्षी दलों का कालाधन रखना गलत बात नहीं है।

आँखों में मिर्ची झोंकी, 35 बार चाकू से वार कर मार डाला: बिहार में दिन-दहाड़े सड़क पर हत्या, बिहार में 1 साल में साढ़े...

बिहार के नवादा शहर में KLS कॉलेज के पास 21 वर्षीय युवक राहुल कुमार की चाकुओं से 35 बार गोद कर दिनदहाड़े हत्या। आँखों में मिर्ची भी झोंकी।

पहले सर्बानंद, अब हिमंता… असम में जब से आई BJP तब से गिर रहा अपराध का ग्राफ: 90% कम हुए दंगे, NCRB की रिपोर्ट...

असम में वर्ष 2016 में भाजपा की सरकार के बाद से अपराध और दंगों में कमी देखने को मिली है। इस पर NCRB ने आँकड़े दिए हैं।