रिपोर्ट
दिन की वो ख़बरें जो बनी रहीं चर्चा में
केरल नन रेप केस: बिशप फ्रेंको के ख़िलाफ़ खड़े हुए 4 ननों को केरल कान्वेंट से बाहर किया गया
जालंधर के बिशप फ्रैंको मुलक्कल पर 2014 में कुराविलंगड के एक गेस्टहाउस में और बाद में कई अवसरों पर केरल के एक 44 वर्षीय नन के बलात्कार करने के आरोप हैं।
विश्व स्तर पर प्रगति कर रहे भारतीय विश्वविद्यालयः THE
सूची में भारत के भारतीय विज्ञान संस्थान 14वें, जबकि भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान बॉम्बे 27वें नम्बर पर रहा।
राहुल गाँधी भ्रष्टाचार के मामले में बड़ी बातें करते हैं, लेकिन तेजस्वी मामले में थे चुप: नीतीश कुमार
नीतीश कुमार ने अपने प्रेस कॉन्फ़्रेन्स के दौरान यह भी कहा कि अयोध्या, धारा 370 व यूनिफॉर्म सीविल कोड आदि के मामले में हमारे बीच असहमति है, लेकिन इसके बावजूद हम दोनों पार्टी एक साथ हैं
अब बियर की बोतल पर भगवान गणेश की तस्वीर हुई वायरल
सोशल मीडिया पर भगवान गणेश की तस्वीर के साथ एक बियर की बोतल शेयर की जा रही है, जिसपर भगवान गणेश की फोटो है।
कॉन्ग्रेस के कार्यक्रम में पहली पंक्ति में दिखे सिख दंगों के आरोपित जगदीश टाइटलर
टाइटलर दिल्ली कॉन्ग्रेस की नवनियुक्त अध्यक्षा शीला दीक्षित के पद संभालने के औपचारिक कार्यक्रम में उपस्थित रहे। इसको लेकर राजनीति शुरू हो गई है
LOC पर शहीद हुए मेजर शशिधरन की प्रेम कहानी एक मिसाल है
मेजर नायर तृप्ति नाम की लड़की से प्रेम करते थे। सेना में नौकरी मिलने के बाद उन्होंने तृप्ति से शादी करने का फ़ैसला लिया था।
पंजाब के ‘आप’ विधायक ने दिया पार्टी से इस्तीफ़ा, कहा- भटक गई है पार्टी की विचारधारा !
पार्टी को छोड़ने से पहले बलदेव सिंह ने अरविंद केजरीवाल को भेजे ई-मेल में लिखा है, कि वो बेहद दुखी मन के साथ आम आदमी पार्टी की सदस्यता से इस्तीफ़ा दे रहे हैं।
पाकिस्तान में ‘द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर’ को मिली हरी झंडी
यह फ़िल्म संजय बारू की किताब के आधार पर बनी है। संजय, मनमोहन सिंह के मीडिया सलाहकार भी रहे हैं। इस फ़िल्म में संजय बारू का किरदार अक्षय खन्ना द्वारा निभाया जा रहा है।
बिहार में आंध्र से आने वाली मछलियाँ बैन, व्यापारियों में भारी आक्रोश
बिहार सरकार द्वारा आयातित मछलियों पर प्रतिबन्ध के बाद मछली व्यापारियों को भारी घाटे का सामना करना पड़ा है।
2016 में राहुल पहुँचे थे कन्हैया के लिए JNU, फिर अब बिलकुल चुप क्यों हैं?
राहुल के इस चुप्पी पर सवाल ये उठता है, जब 2016 मे वो जेएनयू की भीड़ से मिलने पहुँचे थे, तो अब आरोपितों के प्रति उनकी सहानुभूति कहाँ चली गई?