न्यूज चैनल TV9 भारतवर्ष ने हाल ही में उस विवाद को फिर खड़ा कर दिया है, जिसमें ISIS की ‘जेहादी दुल्हन’ शमीमा बेगम को भारतीय राष्ट्रीय कॉन्ग्रेस पार्टी के लोगो वाला दस्तावेज पकड़े हुए दिखाया गया था। TV9 भारतवर्ष के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर 11 जून 2021 को एक विवादित वीडियो अपलोड किया गया था। वीडियो के लगभग 2 मिनट 30 सेकंड में शमीमा बेगम कागज का एक टुकड़ा पकड़े हुए दिखाई दी। हैरानी की बात यह है कि इसके पीछे कॉन्ग्रेस पार्टी का लोगो चिपका हुआ देखा जा सकता है। इस खुलासे ने सोशल मीडिया पर हड़कंप मचा दिया था।
चैनल के इस वीडियो को मूल रूप से फरवरी 2019 में गार्जियन न्यूज द्वारा अपलोड की गई 2 साल पुरानी एक डॉक्यूमेंट्री से लिया गया था। दस्तावेज, जिसे शमीमा बेगम ने अपने हाथ में पकड़ा हुआ था। इसे यूके गृह मंत्रालय द्वारा जारी किया गया था, जिसमें उसकी ब्रिटिश नागरिकता छीन लेने की घोषणा की गई थी। गार्जियन न्यूज वीडियो में लगभग 3 सेकंड में और बाद में भी यह देखा जा सकता था कि दस्तावेज के पीछे कॉन्ग्रेस का लोगो नहीं था और कागज का वह हिस्सा पूरी तरह से खाली था।
ऐसे में यह निष्कर्ष निकाला जा सकता है कि शमीमा को जारी यूके होम ऑफिस के आदेश पर कॉन्ग्रेस का लोगो नहीं था, लेकिन जब TV9 भारतवर्ष ने अपने वीडियो में एक फ्रेम का इस्तेमाल किया, तो लोगों को उस पेपर पर कॉन्ग्रेस का लोगो दिखाई दिया।
फुटेज में दस्तावेज के पीछे कॉन्ग्रेस का लोगो कैसे दिखाई दे रहा है इसको लेकर हमने जाँच की। हमने पाया कि TV9 भारतवर्ष ने एक व्यंग्य साइट से इस छवि का इस्तेमाल किया है। उन्होंने शायद इसकी जाँच नहीं कि थी। दरअसल, यह एडिट किया गया है।
अप्रैल 2019 में यह वीडियो सामने आने के ठीक एक महीने बाद भारतीय व्यंग्य साइट द फौक्सी (The fauxy) ने “ISIS ब्राइड शमीना बेगम गिव्स थम्स अप टू कॉन्ग्रेस मेनिफेस्टो” शीर्षक से एक लेख प्रकाशित किया था। व्यंग्य लेख में कहा गया था कि शमीमा बेगम ने आम चुनाव के लिए कॉन्ग्रेस पार्टी के घोषणापत्र की प्रशंसा की थी।
बता दें कि 15 साल की उम्र में इंग्लैंड से भागकर सीरिया में इस्लामिक स्टेट (ISIS) के आतंकियों के गढ़ में पहुँची शमीमा बेगम अब 21 साल की हो चुकी है। शमीमा को ‘जेहादी दुल्हन’ के नाम से भी जाना जाता है। सीरिया के एक कैंप में रह रही शमीमा ब्रिटिश नागरिकता दोबारा हासिल करने के लिए जंग लड़ रही है।