पश्चिम बंगाल में अप्रैल/मई 2021 में विधानसभा चुनाव होने हैं और मुस्लिम तुष्टिकरण का आरोप झेलने वाली मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अब ईसाइयों के सबसे बड़े त्यौहार से पहले पूछा है कि क्रिसमस के दिन ‘राष्ट्रीय अवकाश’ क्यों नहीं रहता है? उन्होंने दावा किया कि पहले क्रिसमस के दिन ‘राष्ट्रीय अवकाश’ रहता था, लेकिन भाजपा की सरकार ने इसे हटा दिया। उन्होंने दावा किया कि भावनाएँ सबके पास होती हैं और पूछा कि ईसाइयों ने आखिर बिगाड़ा ही क्या है?
TMC सुप्रीमो ने पूछा कि क्या भारत में धर्मनिरपेक्षता बची भी है? उन्होंने कहा, “मैं माफ़ी चाहती हूँ, लेकिन मुझे कहना पड़ेगा कि आज भारत में एक प्रकार की घृणा की राजनीति की जा रही है।” उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ लोग देश को बाँटने में लगे हुए हैं। सत्ता में आते ही जिस तरह से केंद्र की भाजपा सरकार ने क्रिसमस पर छुट्टियों को कैंसल कर दिया, उससे लगता है कि ईसाई समुदाय की भावनाओं के प्रति उसके मन में कोई सम्मान नहीं है।
बता दें कि इसी दिन दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का जन्मदिवस होने के कारण भाजपा इस दिन को ‘सुशासन दिवस’ के रूप में भी मनाती है, इसीलिए विपक्षी दल आरोप लगाते हैं कि क्रिसमस पर सरकार ध्यान नहीं दे रही। ममता बनर्जी ने दावा किया कि पश्चिम बंगाल में ईद, दुर्गा पूजा और क्रिसमस मिल-जुल मनाया जाता है। वो यहाँ तक दावा कर बैठीं कि जिस संविधान का हम सब सम्मान करते हैं, भाजपा उसका सम्मान नहीं करती।
ममता बनर्जी ने ये बातें सोमवार (दिसंबर 21, 2020) को कोलकाता के पार्क स्ट्रीट क्षेत्र में एलन पार्क के उद्घाटन के मौके पर कही। इस दौरान उन्होंने भाजपा पर ‘झूठ का पुलिंदा’ फैलाने का आरोप लगाते हुए दावा किया कि पश्चिम बंगाल MSME सेक्टर में पहला स्थान रखता है और राज्य न सिर्फ कई सामाजिक कार्यों में सबसे आगे है, बल्कि सरकार की कई योजनाओं को विश्व स्तर पर अटेंशन मिला है।
क्या सचमुच भाजपा ने क्रिसमस को ‘राष्ट्रीय अवकाश’ की श्रेणी से हटा दिया? आइए, सच जानते हैं। ‘नेशनल पोर्टल ऑफ इंडिया’ पर भारत सरकार का कैलेंडर है, जिसमें आपको अवकाशों के बारे में बताया जाता है। इसमें राजपत्रित अवकाश को ‘G’ (Gazetted) और प्रतिबंधित अवकाश को ‘R’ (Restricted) लिख कर अंकित किया जाता है। इस तरह यहाँ पूरे साल में अवकाशों की सिर्फ दो ही श्रेणियाँ हैं।
Why Jesus Christ’s birthday can’t be a national holiday? Why BJP govt has withdrawn it? Everybody has sentiments. What harm have Christians done? Is there secularism in India? I am sorry to say, a typical religious hatred politics is going on: West Bengal CM Mamata Banerjee pic.twitter.com/psY2NFHbX4
— ANI (@ANI) December 21, 2020
इस पर क्रिसमस पर एक दिन नहीं, बल्कि 2 दिनों के अवकाश की सुविधा दी गई है। दिसंबर 24 को ‘क्रिसमस की पूर्व संध्या (R)’ और दिसंबर 25 को ‘क्रिसमस दिवस (G)’ अंकित किया गया है। इस तरह दिसंबर 24 को प्रतिबंधित अवकाश और दिसंबर 25 को राजपत्रित अवकाश की श्रेणी में रखा गया है। इसी तरह 26 जनवरी को ‘गणतंत्र दिवस (G)’, 15 अगस्त को ‘स्वतंत्रता दिवस (G)’ और 2 अक्टूबर को ‘महात्मा गाँधी जन्म दिवस (G)’ का अवकाश है।