Sunday, September 1, 2024
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सिर्फ 1 दिन में 3800 नेताओं ने थामा BJP का हाथ: अमित शाह के बंगाल दौरे के बाद बदला समीकरण, सबका हुआ स्वागत

"हम सब मिल कर सोनार बांगला का निर्माण करेंगे। विश्व के सबसे बड़े राजनीतिक दल में स्वागत है।" लेकिन जिनके ऊपर भाजपा कार्यकर्ताओं को प्रताड़ित करने का इतिहास है, ऐसे नेताओं को लेकर BJP सांसद ने कहा कि...

पश्चिम बंगाल में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष ने जानकारी दी है कि आसनसोल में सोमवार (दिसंबर 21, 2020) को हुई रैली के दौरान विभिन्न राजनीतिक दलों के 3800 कार्यकर्ताओं ने भाजपा का दामन थामा। इससे 2 दिन पहले मिदनापुर में हुई पूर्व भाजपा अध्यक्ष अमित शाह की रैली में शुभेंदु अधिकारी सहित 10 विधयकों और एक TMC सांसद भाजपा का हिस्सा बने थे। दिलीप घोष ने ट्वीट कर के इसकी जानकारी दी।

उन्होंने लिखा, “विभिन्न पार्टियों के 3800 कार्यकर्ता आसनसोल संगठन जिले के रानीगंज में हुई रैली में भाजपा परिवार का हिस्सा बने। हम आप सब का विश्व के सबसे बड़े राजनीतिक दल में स्वागत करते हैं। हम सब मिल कर सोनार बांगला का निर्माण करेंगे।” 2021 के अप्रैल-मई में होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले TMC और भाजपा राज्य में सीधी टक्कर में हैं, जहाँ तृणमूल पर हिंसा और धमकियों के जरिए भाजपा कार्यकर्ताओं को डराने के आरोप लग रहे हैं।

उधर पांडवेश्वर के विधायक जितेंद्र तिवारी ने अपने इस्तीफे पर यूटर्न ले लिया। कहा जा रहा है कि भाजपा किसी को भी शामिल नहीं करना चाहती है, इसीलिए उनकी एंट्री बंद की गई। केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन राज्यमंत्री बाबुल सुप्रियो आसनसोल से ही सांसद हैं, जहाँ से जितेंद्र तिवारी चुन कर आते हैं। बाबुल सुप्रियो ने कहा कि वो ऐसे किसी भी नेता को भाजपा में नहीं आने देंगे, जिनका भाजपा कार्यकर्ताओं को प्रताड़ित करने का इतिहास रहा है।

भाजपा की आक्रामक रणनीति से अब ममता बनर्जी खुद को नेपथ्य में रख कर प्रशांत किशोर और अभिषेक बनर्जी जैसे लोगों को आगे कर रही हैं। मीडिया रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि एक तो प्रशांत किशोर के आने से TMC के वरिष्ठ नेता नाराज हैं, ऊपर से अम्फान चक्रवात से हुई तबाही के प्रबंधन में असफल रहने के कारण भी लोगों में राज्य सरकार से नाराजगी है। हिन्दू भाजपा की तरफ जा रहे हैं और मुस्लिमों को ओवैसी ने लुभाना शुरू कर दिया है।

उधर प्रशांत किशोर का कहना है कि बीजेपी दोहरे अंक में पहुँचने के लिए संघर्ष करेगी। बीजेपी ने पलटवार करते हुए कहा है कि चुनाव के बाद देश एक रणनीतिकार खो देगा। ध्यान रहे पीके 2021 में होने वाले बंगाल चुनाव के लिए टीएमसी की रणनीति बना रहे हैं। हाल में कई नेताओं ने उनके तौर-तरीकों का विरोध करते हुए टीएमसी छोड़ी है। भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय ने लिखा, ”भाजपा की बंगाल में जो सुनामी चल रही है, सरकार बनने के बाद इस देश को एक चुनाव रणनीतिकार खोना पड़ेगा।”

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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