तेलंगाना कॉन्ग्रेस ने अपने आधिकारिक ‘X’ (पूर्व में ट्विटर) हैंडल से शनिवार (27 अप्रैल, 2024) को एक वीडियो शेयर किया है। इस वीडियो के माध्यम से कॉन्ग्रेस दावा कर रही है कि भाजपा नेता अमित शाह ने एससी, एसटी और अनुसूचित जनजाति को मिल रहा आरक्षण खत्म करने का एलान किया है। इसी वीडियो के साथ कॉन्ग्रेस ने अपने कैप्शन में SC, ST और OBC के साथ अल्पसंख्यकों को भी भारतीय जनता पार्टी को वोट न देने के लिए भड़काया है।
यह वीडियो 17 सेकेंड का है। वीडियो में अमित शाह एक जनसभा को सम्बोधित करते दिख रहे हैं। इस वीडियो में अमित शाह को कहते दिखाया गया, “भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनेगी तो ये गैर-संवैधानिक SC, ST और OBC का है, वो रिजर्वेशन को हम समाप्त कर देंगे।” रिजर्वेशन खत्म करने की बात अमित शाह ने 2 बार कही है जिस पर जनता की तरफ से खूब तालियाँ बजीं हैं।
మతం పేరిట రాజకీయం చేస్తున్న బిజెపిలో ఉన్న SC,ST,OBC మైనారిటీ సోదర సోదరీమణులారా.. బిజెపికి ఓటు వేయాలా వద్దా అనేది ఈ వీడియో చూశాక నిర్ణయం తీసుకోండి.
— Telangana Congress (@INCTelangana) April 27, 2024
భారత రాజ్యాంగం ఇచ్చిన రిజర్వేషన్ ఫలాలు అనుభవిస్తూ పొగరు, అహంకారంతో మళ్ళీ అధికారంలోకి వస్తే SC, ST, OBC, మైనారిటీల రిజర్వేషన్లు… pic.twitter.com/45VRpXsgJq
कॉन्ग्रेस ने इस वीडियो के साथ कैप्शन में लिखा है कि भाजपा में जो SC, ST, OBC या अल्पसंख्ययक समुदाय से हैं और धर्म की राजनीति कर रहे हैं वो वोट देने से पहले इस वीडियो को देखें। इसी कैप्शन में आगे अमित शाह, नरेंद्र मोदी और भाजपा को अहंकारी बताते हुए सबक सिखाने का आह्वान भी किया गया है। कॉन्ग्रेस ने इसी ट्वीट में संविधान बचाने की दुहाई देते हुए लिखा, “भाजपा को सत्ता से हटाओ, देश बचाओ।” हालाँकि, पोल खुलने के बाद अब ये वीडियो डिलीट कर लिया गया है।
एडिटेड है वीडियो
ऑपइंडिया ने इस वीडियो की पड़ताल की तो पाया कि यह वीडियो एडिटेड है। इसमें इस तरह से काट-छाँट की गई कि लोगों को यह लगे कि केंद्रीय गृहमंत्री जाति-आधारित आरक्षण खत्म करना चाहते हैं। असलियत तो यह है कि अमित शाह ने मुस्लिमों को मिल रहे असंवैधानिक आरक्षण खत्म कर के SC, ST और OBC को देने की कसम खाई थी। अमित शाह का यह वीडियो गुरुवार (25 अप्रैल, 2024) का है। तब वो तेलंगाना में एक चुनावी रैली को सम्बोधित कर रहे थे।
अपने इस पूरे भाषण में अमित शाह ने कहा था, ”कॉन्ग्रेस और TRS कभी भी तेलंगाना मुक्ति दिवस नहीं मनाते क्योंकि वे मजलिस (AIMIM) से डरते हैं। भाजपा ने तेलंगाना मुक्ति दिवस मनाने का निर्णय लिया है क्योंकि हम मजलिस (असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM) से नहीं डरते।” अमित शाह ने इसी सम्बोधन में आगे कहा, “भाजपा ने कॉन्ग्रेस और TRS द्वारा दिए गए मुस्लिम आरक्षण को खत्म करने और इसे एससी, एसटी और ओबीसी को देने का फैसला किया है।”
हमारी पड़ताल में यह बात निकल कर सामने आई कि अमित शाह ने एससी, एसटी और ओबीसी के लिए आरक्षण खत्म करने की बात नहीं की है। कॉन्ग्रेस की यह कोशिश लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण से पहले फर्जी खबरें फैला कर कई समुदायों के बीच उन्माद फैलाने वाली हरकत मानी जा रही है।