Wednesday, April 2, 2025
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पंजाब मेल से दिल्ली आ रहे थे 1000+ किसान प्रदर्शनकारी, रेलवे ने रूट बदल कर पहुँचा दिया मुंबई – FACT CHECK

'पंजाब मेल' से 1000+ प्रदर्शनकारी 'किसान आंदोलन' में हिस्सा लेने दिल्ली आ रहे थे। लेकिन रेलवे ने चाल चल दी, ट्रेन को मुंबई पहुँचा दिया। - योगेंद्र यादव से लेकर सभी 'किसान' नेता लगा रहे हैं यह आरोप।

पंजाब के फिरोजपुर से रोहतक होकर दिल्ली में घुसने वाली ‘पंजाब मेल’ से 1000 प्रदर्शनकारी ‘किसान आंदोलन’ में हिस्सा लेने के लिए दिल्ली आ रहे थे, लेकिन भारतीय रेलवे को ‘परिचालन सम्बन्धी दिक्कतें’ आ गईं, जिससे ये ट्रेन दिल्ली में आई ही नहीं और प्रदर्शनकारियों के मंसूबे धरे के धरे ही रह गए। ‘पंजाब मेल’ रोहतक से झज्जर, रेवाड़ी और मथुरा होते हुए निकल गई। रेलवे ने ‘परिचालन सम्बन्धी बाध्यताओं’ को इसका कारण बताया है।

इसी कारण ट्रेन का रूट डायवर्ट करना पड़ा। वहीं अधिकारियों का कहना है कि रोहतक से शकूरबस्ती के बीच ओवरहेड उपकरणों में कुछ खराबी आ गई थी, जिस कारण ऐसा करना पड़ा। हालाँकि, कई किसान नेताओं ने सोशल मीडिया के माध्यम से आरोप लगाया कि चूँकि ‘पंजाब मेल’ से सैकड़ों प्रदर्शनकारी दिल्ली पहुँचने वाले थे, इसीलिए उसे दिल्ली में रोका ही नहीं गया। योगेंद्र यादव ने भी दावा किया कि 1000 किसानों के होने के कारण ‘पंजाब मेल’ दिल्ली नहीं लाई गई।

योगेंद्र यादव के दावे के बाद कइयों ने इसे आगे बढ़ाया

भारत की सबसे पुरानी ट्रेनों में से एक ‘पंजाब मेल’ दिल्ली में 20 मिनट के लिए रुकती आई है। रोहतक के बाद इसका अगला हॉल्ट नई दिल्ली होता है। लेकिन, सोमवार (फ़रवरी 1, 2021) को ये रोहतक से दिल्ली आए बिना ही मुंबई के लिए निकल गई। वहीं कई अन्य ट्रेनों के परिचालन में भी रुकावट आई। बहादुरगढ़ में कुछ ट्रेनों को रोकना पड़ गया। किसान यूनियनों का कहना है कि ये किसान बहादुरगढ़ में ही उतरने वाले थे, लेकिन ऐसा प्रतिबंधित कर दिया गया।

रूट डाइवर्ट होने के कारण जम कर उड़े अफवाह

वहाँ से बॉर्डर की दूरी मात्र 4 किलोमीटर रह जाती है। किसान संगठनों का कहना है कि इन प्रदर्शनकारियों को रोहतक और रेवड़ी में उतरने को मजबूर किया गया। वहीं मथुरा में भी सैकड़ों प्रदर्शनकारियों के पहुँचने की उम्मीद है, जिस कारण वहाँ भी भारी पुलिस बल की तैनाती रही। लेकिन, भीड़ सामान्य ही थी और जैसी आशंका थी, वैसा नहीं हुआ। नॉर्दर्न रेलवे के प्रवक्ता दीपक कुमार ने भी इस बात से इनकार किया कि किसानों के कारण ट्रेन का रूट डायवर्ट हुआ।

उधर दिल्ली में चल रहे ‘किसान आंदोलन’ में शामिल संगठनों ने शनिवार (फ़रवरी 6, 2021) को पूरे देश में ‘चक्का जाम’ का ऐलान किया है। किसान नेताओं ने कहा कि उस दिन दोपहर 12 बजे से लेकर 3 बजे तक सभी राष्ट्रीय और स्टेट राजमार्गों पर ट्रैफिक बाधित किया जाएगा। ये सब तब हो रहा है, जब केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा है कि आम बजट में किसानों के सारे संशयों को स्पष्ट कर दिया गया है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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