पंजाबी गायक और कॉन्ग्रेस नेता रहे सिद्धू मूसेवाला के हत्या की हत्या की जिम्मेदारी लॉरेंस गैंग के कनाडा में रह रहे गैंगस्टर गोल्डी बराड़ ने ली है। इस हत्या के बीच पंजाब के सीएम भगवंत मान के साथ गोल्डी बराड़ नाम के ही एक व्यक्ति की तस्वीर सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है। इसमें दावा किया जा रहा है कि ये वही गैंगस्टर है, जिसने सिद्धू मूसेवाला की हत्या की जिम्मेदारी ली थी।
हालाँकि, जब ऑपइंडिया ने इस मामले की जाँच की तो पता चला किजिस गोल्डी बराड़ की इमेज सीएम भगवंत मान के साथ वायरल हो रही है वो ‘गैंगस्टर’ गोल्डी बराड़ नहीं हैं। जिस व्यक्ति को गैंगस्टर बताया जा रहा है वो दरअसल पंजाब के फजिल्का जिले के जंदवाला गाँव के रहने वाले हैं।
सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट कर बराड़ ने ये स्पष्ट किया, “मैं गोल्डी बराड़, गाँव जंदवाला से राजिंदर सिंह का बेटा हूँ। सिद्धू मूसेवाला की हत्या की आज की दु:खद घटना में सोशल मीडिया पर मेरी तस्वीर का गलत इस्तेमाल हो रहा है। मैं उन लोगों के खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई करूँगा (मेरी तस्वीर साझा कर रहा हूँ)।”
#FactCheck
— Pulkit (@PulkitS_) May 29, 2022
AAP volunteer Goldy Brar releases video complaining BJP-Cong leaders sharing his image claiming him to be Goldy Brar, the Canadian Gangster who took responsibility of #sidhumoosewala's gruesome murder. pic.twitter.com/rxveIAAQVU
कनाडा बेस्ड गैंगस्टर ली हत्या की जिम्मेदारी
पंजाब में सिंगर सिद्धू मूसेवाला के हत्या की जिम्मेदारी लॉरेंस बिश्नोई गैंग के एक गैंगस्टर गोल्डी बराड़ ने ली है। ये कनाडा में रहता है। फेसबुक अकाउंट से एक पोस्ट के जरिए बराड़ ने विवादित गायक की हत्या की जिम्मेदारी ली। उसने पोस्ट में लिखा कि मूसेवाला उसके कई साथियों की हत्या के मामले में जिम्मेदार था, लेकिन पुलिस ने उसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की। ऐसे में उसने उसकी हत्या कर दी। हालाँकि, ये फैक्ट बड़ा ही दिलचस्प है कि राज्य में भगवंत मान की अगुआई वाली आम आदमी पार्टी ने मूसेवाला की हत्या से ठीक एक दिन पहले ही उनकी सुरक्षा को वापस ले लिया था।
हालाँकि, इस मामले में पंजाब पुलिस की प्रेस कॉन्फ्रेंस में डीजीपी ने दावा किया कि हत्या के दिन सिद्धू मूसेवाला जब अपने घर से निकले तो ये खुद ही कार चला रहे थे, उनके साथ दो अन्य लोग भी थे। इनके पीछे एक गाड़ी थी और इनके आगे दो गाड़ियाँ थीं। पुलिस का मानना है कि ये एक गैंगवार का केस हैं, क्योंकि सिद्धू मूसेवाला का शगनप्रीत का बिट्टू मूसेवाला केस में सामने आया था। ये उसी का रिएक्शन है।
पुलिस ने दावा किया कि सिद्धू मूसेवाला की सुरक्षा में पंजाब पुलिस के चार कमांडो तैनात थे, जिनमें से दो को वापस ले लिया गया था, जबकि दो इनके साथ थे। लेकिन उस दिन सिद्धू इन कमांडोज को अपने साथ नहीं ले गए और इनके पास एक प्राइवेट बुलेटप्रूफ कार भी थी, लेकिन ये उसे भी नहीं लेकर गए थे।
सिद्धू मूसेवाला की 29 मई को मनसा के एक गांव में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। कथित तौर पर, पंजाब सरकार ने 28 मई को उनकी सुरक्षा हटा दी थी।