एग्जिट पोल्स आने शुरू ही हुए हैं, और जैसा कि लोगों को अपेक्षा थी, कॉन्ग्रेस के चिराग और लिबरल गिरोह के चहेते ‘कॉनज़ूमेट पॉलिटिशियन’ (पूर्ण राजनेता) श्री राहुल गाँधी ने अपने ट्विटर से प्रतिक्रिया देनी शुरू कर दी है।
राहुल गाँधी ने ट्वीट करते हुए कहा है, “इलेक्टोरल बॉन्ड्स से लेकर, EVM और चुनाव की तारीखों से छेड़छाड़, NaMo टीवी, ‘मोदी की सेना’, केदारनाथ में हुई नौटंकी, चुनाव आयोग का मोदी और उनके गैंग के सामने घुटने टेकने की बात सबके सामने है। एक समय में चुनाव आयोग एक सम्मानित संस्था हुआ करती थी, अब नहीं!”
From Electoral Bonds & EVMs to manipulating the election schedule, NaMo TV, “Modi’s Army” & now the drama in Kedarnath; the Election Commission’s capitulation before Mr Modi & his gang is obvious to all Indians.
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) May 19, 2019
The EC used to be feared & respected. Not anymore.
श्री चिदंबरम ने भी मालिक की बातों का मान रखते हुए, कोरस में पार्श्व गायन किया है। उन्होंने भी ट्वीट करते हुए लिखा है, “हमारा आरोप यही रहा है कि चुनाव आयोग नींद में था। अब हम आगे बढ़ कर कह सकते हैं कि चुनाव आयोग नेअपनी स्वतंत्रता और अधिकारों को सरेंडर कर दिया है। ये शर्म की बात है।”
Our charge had been that the EC was sleeping on the job. Now, we can go further and say that the EC completely surrendered its independence and authority. Shame!
— P. Chidambaram (@PChidambaram_IN) May 19, 2019
श्री गाँधी की इस प्रतिक्रिया से आम लोग यही मान रहे हैं कि कॉन्ग्रेस अपनी हार के कारण बनाने में व्यस्त है। ये इनका पैटर्न है कि इनको ज्योंहि भीतर से खबर आनी शुरू होती है कि कॉन्ग्रेस की हालत ख़राब है, ये तमाम अजीबोगरीब कारण, बिना पूछे ही बताने लगते हैं।