शाहीन बाग का मास्टरमाइंड शरजील इमाम भारत को इस्लामिक मुल्क बनाना चाहता है। दिल्ली पुलिस के सूत्रों के हवाले से न्यूज एजेंसी एएनआई ने यह खबर दी है। इसके मुताबिक वह कट्टरपंथ से बहुत ज्यादा प्रभावित है। उसने माना है कि उसके अलग-अलग भाषणों के वीडियो के साथ कोई छेड़छाड़ नहीं की गई है।
सूत्रों ने बताया कि पुलिस इस्लामिक यूथ फेडरेशन और पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया के साथ उसके संपर्कों की पड़ताल कर रही है। उसने कहा है कि उसे अपनी गिरफ्तारी का कोई पछतावा नहीं है। उसके सारे वीडियो जॉंच के लिए फोरेंसिक लैब में भेजे गए हैं और उसके सोशल मीडिया अकाउंट की पड़ताल हो रही है।
Delhi Police Sources: Police are also examining Sharjeel Imam’s connections with Islamic Youth Federation & Popular Front of India. He has said he has no remorse over his arrest. All his videos are being sent to Forensic Science Lab & his social media accounts are being examined. https://t.co/NV9DzoFVhf pic.twitter.com/gxc0i8R0JL
— ANI (@ANI) January 30, 2020
शरजील इमाम को 28 जनवरी को बिहार के जहानाबाद के काको से गिरफ्तार किया गया था। उससे पहले लगातार चार दिनों तक उसकी तलाश में देश के कई हिस्सों में छापेमारी की गई थी। देशद्रोह के आरोपित इमाम को गिरफ्तारी के बाद दिल्ली पुलिस ने बुधवार को कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने उसे 5 दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया। सुरक्षा कारणों के चलते पुलिस ने शरजील इमाम की पेशी पटियाला हाउस कोर्ट में न करके जज के साकेत काम्प्लेक्स स्थित आवास पर की गई थी।
Delhi Police Sources: Interrogation has revealed that Sharjeel Imam is highly radicalized and believes that India should be an Islamic state, he has also admitted that no tampering has been done with the videos of his different speeches.
— ANI (@ANI) January 30, 2020
अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में भड़काऊ भाषण देते हुए उसने देश को तोड़ने की बात कही थी। वायरल हुए वीडियो में शरजील ने कहा था, “अब वक्त आ गया है कि हम गैर मुस्लिमों से बोलें कि अगर हमारे हमदर्द हो तो हमारी शर्तों पर आकर खड़े हो। अगर वो हमारी शर्तों पर खड़े नहीं होते तो वो हमारे हमदर्द नहीं हैं। एक चीज तो यह है और दूसरी चीज जो मैंने बिहार में देखा। मैं यहाँ पर बिहार का उदाहरण दूँगा। वहाँ पर बहुत सारी रैलियाँ हो चुकी हैं। हर रोज एक-दो बड़ी रैलियाँ होती हैं। कन्हैया वाली रैली देखी थी। 5 लाख लोग थे उस रैली में। अब मसला यहाँ पर यह है कि अगर 5 लाख लोग हमारे पास ऑर्गेनाइज्ड हों तो हम नार्थ ईस्ट और हिंदुस्तान को परमानेंटली काट कर सकते हैं। परमानेंटली नहीं तो कम से कम एक-आध महीने के लिए असम को हिंदुस्तान से काट ही सकते हैं। मतलब इतना मवाद डालो पटरियों पर, रोड पर कि उनको हटाने में एक महीना लगे। जाना हो तो जाएँ एयरफोर्स से।”
उसने कहा था, “असम को काटना हमारी जिम्मेदारी है। असम और इंडिया कटकर अलग हो जाए, तभी ये हमारी बात सुनेंगे। असम में मुस्लिमों का क्या हाल है, आपको पता है क्या? CAA-NRC लागू हो चुका है वहाँ। डिटेंशन कैंप में लोग डाले जा रहे हैं और वहाँ तो खैर कत्ले-आम चल रहा है। 6-8 महीनों में पता चलेगा कि सारे बंगालियों को मार दिया गया वहाँ, हिंदु हो या मुस्लिम। अगर हमें असम की मदद करनी है तो हमें असम का रास्ता बंद करना होगा फौज के लिए और जो भी जितना भी सप्लाई जा रहा है बंद करो उसे। बंद कर सकते हैं हम उसे, क्योंकि चिकन नेक जो इलाका है, वह मुस्लिम बहुल इलाका है।”
वीडियो में शरजील ने चिकन नेक को बंद करने की बात कही थी। बता दें कि सिलीगुड़ी कॉरिडोर को चिकन नेक कहा जाता है। इस चिकन नेक के माध्यम से ही नॉर्थ इंडिया हिंदुस्तान की मुख्य भूमि से जुड़ा हुआ है। इस गलियारे की लंबाई 21 से 24 किमी है। इससे भूटान, म्यामार, बांग्लादेश और चीन जैसे देशों की सीमा जुड़ती है। यहीं से भारत में घुसपैठ सबसे अधिक होती है।