उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ के खिलाफ फेसबुक और ट्विटर पर आपत्तिजनक पोस्ट शेयर करने के आरोप में लखनऊ पुलिस ने शनिवार (जून 8, 2019) को स्वतंत्र पत्रकार प्रशांत जगदीश कनौजिया को उसके आवास से गिरफ्तार कर लिया। कनौजिया ने गुरुवार (जून 6, 2019) को अपने फेसबुक और ट्विटर अकाउंट से आपत्तिजनक पोस्ट शेयर किया था।
कनौजिया के खिलाफ सब इंस्पेक्टर अशोक गुप्ता ने लखनऊ के हजरतगंज पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज की है। इसमें आरोप लगाया गया है कि आरोपित ने मुख्यमंत्री के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी कर उनकी छवि धूमिल करने का प्रयास किया। पुलिस अधिकारियों ने पुष्टि की है कि आरोपित ने अपना अपराध कबूल कर लिया है। कनौजिया के खिलाफ आईपीसी की धारा 500, 505 और आईटी अधिनियम की धारा 67 के तहत मामला दर्ज किया गया है।
दरअसल, कनौजिया ने फेसबुक और ट्विटर पर एक वीडियो अपलोड किया था, जिसमें हेमा नाम की एक युवती मुख्यमंत्री कार्यालय के बाहर खड़ी होकर खुद की योगी आदित्यनाथ की प्रेमिका बता रही थी। साथ ही वो ये भी दावा कर रही थी कि सीएम योगी उसके साथ एक साल से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बात कर रहे हैं। प्रशांत ने इस वीडियो को ‘इश्क छुपता नहीं छुपाने से योगी जी’ कैप्शन के साथ शेयर किया था।
प्रेस विज्ञप्ति #NoidaPolice @Uppolice pic.twitter.com/4mcKnaTf8P
— NOIDA POLICE (@noidapolice) June 8, 2019
नोएडा पुलिस ने इस संबंध में प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए इसकी जानकारी दी कि नोएडा सैक्टर- 65 में नेशन लाइव न्यूज़ चैनल के एक कार्यक्रम में महिला के द्वारा सीएम योगी पर लगाए गए कथित मानहानिकारक आरोपों पर चर्चा की गई थी और इसका प्रसारण बिना तथ्यों की जाँच के किया गया था। साथ ही जाँच में ये भी पाया गया कि उक्त चैनल के पास संचालन के संबंध में कोई लाइसेंस नहीं था। वो चैनल नेटवर्क 10 नाम के न्यूज़ चैनल के लाइसेंस पर बिना अनुमति प्रप्त किए संचालित किया जा रहा था। इस बाबत चैनल हेड इशिका सिंह और संपादक अनुज शुक्ला को भी गिरफ्तार किया गया है।
Dalits going to Hindu Temple and offering prayers with coconut is like nurturing own opresser. It’s like Dalit saying in prayer, “hey bhagwan 5000 se aap hamara soshan karwa rahe ho aur chahta hoon aur karte raho”
— Prashant Jagdish Kanojia (@PJkanojia) June 5, 2019
Dalits who claims to be Hindu are like animals with no brain.
आरोपित प्रशांत कनौजिया सोशल मीडिया में फर्जी खबरें फैलाने, हिंदू विरोधी घृणा फैलाने के लिए और खासतौर पर दलितों के खिलाफ घटिया बयानबाजी करने के लिए जाना जाता है। प्रशांत कनौजिया का दलितों और हिंदू संतों पर अभद्र टिप्पणी करने का इतिहास रहा है।
are they looking for monsoon on Mobile screen? Useless religion useless rituals https://t.co/rP4zzQxAoC
— Prashant Jagdish Kanojia (@PJkanojia) June 7, 2019
कनौजिया दलितों को ‘बिना दिमाग वाला जानवर’ भी कहा था और साथ ही हिंदू धर्म का भी मजाक उड़ाते हुए इसे “बेकार धर्म” कहा था। हाल ही में, द वायर मीडिया चैनल से जुड़े समाजवादी पार्टी के एक अन्य पत्रकार रोहिणी सिंह कनोजा ने उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ के खिलाफ इसी तरह का गलत प्रचार किया था।
प्रशांत कुमार कनौजिया ने विभिन्न मीडिया हाउस के साथ काम किया है। जिसमें द वायर, इंडियन एक्सप्रेस, बीबीसी और एनडीटीवी आदि का नाम शामिल है। कनौजिया ने पत्रकारिता की पढ़ाई इंडियन इंस्टीट्यूट और मास कम्युनिकेशन से की है ऐसा उनकी फेसबुक प्रोफाइल बताती है।
OpIndia Disclaimer: कनौजिया या ऐसे ट्रोल आदि की चाहे हर बात गलत हो, द्वेषपूर्ण हो, घृणा फैलाती हो, हम उसका मुखर विरोध करेंगे, लेकिन सोशल मीडिया पर किए गए पोस्ट्स आदि के कारण किसी की गिरफ़्तारी को हमारी सहमति नहीं है।