Tuesday, May 20, 2025
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‘भारत के बहादुर बेटे थे वीर सावरकर’: अनुपम खेर ने बताया ‘The India House’ में क्या खास, प्रोड्यूसर बोले – क्रांतिकारियों को भुलाया गया, ऐसी कहानियाँ लाता रहूँगा

वरिष्ठ अभिनेता अनुपम खेर ने कहा कि कि भारत के स्वतंत्रता संग्राम में वीर सावरकर का योगदान बाकी स्वतंत्रता सेनानियों से कम नहीं है। उन्होंने याद किया कि कैसे लंबे समय तक वीर सावरकर ने कालापानी की सज़ा काटी थी।

तेलुगु फिल्म इंडस्ट्री में ‘ग्लोबल स्टार’ के रूप में पहचाने जाने वाले राम चरण नई फिल्म लेकर आ रहे हैं, जो बतौर प्रोड्यूसर उनकी पहली फिल्म होगी। उन्होंने ‘The Kashmir Files’ और ‘कार्तिकेय 2’ के निर्माता अभिषेक अग्रवाल से हाथ मिलाया है। दोनों साथ मिल कर ‘The India House’ बना रहे हैं, जिसकी घोषणा वीर विनायक दामोदर सावरकर के जयंती के दिन की गई। फिल्म में निखिल सिद्धार्थ और अनुपम खेर मुख्य भूमिकाओं में होंगे।

इस फिल्म के बारे में हमने निर्माता अभिषेक अग्रवाल, वरिष्ठ अभिनेता अनुपम खेर और यंग एक्टर निखिल सिद्धार्थ से बातचीत की। प्रोड्यूसर अभिषेक अग्रवाल ने कहा कि ‘The India House’ उनके लिए काफी स्पेशल फिल्म है। इसका कारण बताते हुए उन्होंने कहा कि ये फिल्म भारत के ऐसे क्रांतिकारियों की कहानियाँ लेकर आ रही है, जिन्हें भुला दिया गया। ये ऐसे स्वतंत्रता सेनानी हैं, जो विदेश से क्रांति की ज्वाला जला रहे हैं, लंदन से अपनी गतिविधियाँ संचालित कर रहे थे।

‘The India House’: अपनी अगली फिल्म के बारे में अभिषेक अग्रवाल ने दी जानकारी

उन्होंने कहा कि इस फिल्म का नाम ‘इंडिया हाउस’ के नाम पर है, जो उस समय लंदन में भारतीय क्रांतिकारियों की गतिविधियों का हब हुआ करता था। वहीं से ‘The Indian Sociologist’ नाम का एक अख़बार भी संचालित होता था। अभिषेक अग्रवाल ने बताया कि श्यामजी कृष्ण वर्मा की विचारधारा पर चलते हुए वीर सावरकर ने ‘इंडिया हाउस’ के संचालन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। अभिषेक अग्रवाल ने इस दौरान अन्य भुला दिए गए क्रांतिकारियों की भी चर्चा की।

उन्होंने इनमें मदनलाल ढींगरा और VVS अय्यर का नाम लिया। आगे बढ़ने से पहले बता दें कि मदनलाल ढींगरा ने अंग्रेजों के सैन्य अधिकारी विलियम हट कर्जन वायली को मार गिराया था। उन्हें अंग्रेजों ने युवा उम्र में ही फाँसी दे दी थी। उनके शव का अंतिम संस्कार तक नहीं होने दिया गया। इसी तरह तमिलनाडु के तिरुचिरपल्ली में जन्मे वीवीएस अय्यर भी अंग्रेजों की वॉन्टेड लिस्ट में थे। वो महर्ष शुद्धानन्द भारती के अनन्य मित्र थे।

फिल्म निर्माता अभिषेक अग्रवाल ने कहा कि ये देश के लिए बड़े दुर्भाग्य की बात है कि ऐसी विभूतियों को भुला दिया गया। उन्होंने कहा कि ‘The India House’ में एक काल्पनिक प्रेम कहानी भी देखने को मिलेगी। इस लव स्टोरी को भारतीय क्रांतिकारियों की कहानियों के बीच में सेट किया गया है और इसका उद्देश्य है कि लोग इस भुला दिए गए चैप्टर को देखें। अभिषेक अग्रवाल ने कहा कि वीर सावरकर की 140वीं जयंती पर फिल्म की घोषणा करने पर उन्हें गर्व है।

फ़िलहाल ‘मास महाराजा’ रवि तेजा अभिनीत ‘टाइगर नागेश्वर राव’ के प्रोमोशंस में व्यस्त अभिषेक अग्रवाल ने कहा कि वो हमेशा अपनी धरती की कहानियों को कहने के लिए आगे आते रहेंगे, जिन्हें भुला दिया गया। उनका कहना है कि भारत की युवा पीढ़ी को इन सबके बारे में पता चले, इसीलिए ये ज़रूरी है। ‘इंडिया हाउस’ की स्थापना अंग्रेजों ने छात्र हॉस्टल के रूप में की थी। बाद में ‘इंडियन होमरूल सोसाइटी’ समेत कई संस्थानों ने यहाँ अपना मुख्यालय बनाया।

भारत माँ का महान बेटे थे वीर सावरकर: अनुपम खेर

फिल्म ‘The India House’ में श्यामजी कृष्ण वर्मा का किरदार निभा रहे अनुपम खेर ने भी ऑपइंडिया से बातचीत की। वो अभिषेक अग्रवाल की पिछली दोनों फिल्मों ‘The Kashmir Files’ और ‘कार्तिकेय 2’ का भी हिस्सा रहे हैं। इतना ही नहीं, अभिषेक अग्रवाल की आगामी फिल्म ‘टाइगर नागेश्वर राव’ में भी अनुपम खेर एक महत्वपूर्ण भूमिका में दिखेंगे। 68 साल के अनुपम खेर 1984 में आई ‘सारांश’ से चर्चा में आए थे और तब से 535 से भी अधिक फिल्मों में कई किस्म के किरदार निभा चुके हैं।

उन्होंने कहा कि ‘The India House’ की स्क्रिप्ट काफी अच्छी है, ये एक बड़ा प्रोजेक्ट है। उन्होंने कहा कि वीर सावरकर के बारे में उन्होंने जो पढ़ा है, उससे यही पता चलता है कि वो भारत के सबसे बहादुर और महान बेटों में से एक थे। उन्होंने कहा कि भारत के स्वतंत्रता संग्राम में वीर सावरकर का योगदान बाकी स्वतंत्रता सेनानियों से कम नहीं है। उन्होंने याद किया कि कैसे लंबे समय तक वीर सावरकर ने कालापानी की सज़ा काटी थी।

भारतीय फिल्म सेंसर बोर्ड (CBFC) के अध्यक्ष, भारतीय फिल्म एवं टेलीविजन संस्थान (FTII) के चेयरपर्सन और राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय (NSD) के चेयरमैन रह चुके अनुपम खेर ने कहा कि ‘The India House’ एक काफी बढ़िया स्क्रिप्ट है, जो एक उम्दा विषय पर आधारित है। उन्होंने कहा कि वीर सावरकर भले ही एक वर्ग के लोगों को पसंद न हों, लेकिन सच्ची कहानियाँ ज़रूर लोगों के सामने आनी चाहिए। उन्होंने बताया कि फिल्म में उनका किरदार काफी अच्छा है।

फिल्म के मुख्य अभिनेता निखिल सिद्धार्थ ने भी ऑपइंडिया से की बात

हमने इस फिल्म में लीड रोल निभा रहे निखिल सिद्धार्थ से भी ‘The India House’ को लेकर बातचीत की। उन्होंने कहा कि ये फिल्म एक महाकाव्य की तरह प्रेम गाथा है, जिसका पैमाना और दायरा बहुत बड़ा है। साथ ही उन्होंने बताया कि इस फिल्म की कहानी वैसी है, जिसके बारे में बहुतों को पता नहीं है। हालाँकि, उन्होंने साफ़ किया कि जैसी कि चर्चा चल रही है, ‘The India House’ वीर सावरकर की बायोपिक फिल्म नहीं है।

उन्होंने कहा कि ये फिल्म विदेश से काम कर रहे उन क्रांतिकारियों के बारे में है, जिन्होंने लंदन स्थित स्टूडेंट हॉस्टल ‘इंडिया हाउस’ को अपना गढ़ बनाया था। फिल्म में अपने किरदार के बारे में बताते हुए निखिल सिद्धार्थ ने कहा कि वो ग्रामीण भारत के एक नाविक के रूप में पर्दे पर दिखेंगे। उन्होंने बताया कि इस कैरेक्टर को निर्देशक राम वामसी द्वारा काफी अच्छे तरीके से लिखा गया है। निखिल सिद्धार्थ की अगली फिल्म ‘SPY’ भी जल्द सिनेमाघरों में आ रही है, जिसका टीजर इंडिया गेट पर नेताजी सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा के सामने जारी किया गया।

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अनुपम कुमार सिंह
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भारत की सनातन परंपरा के पुनर्जागरण के अभियान में 'गिलहरी योगदान' दे रहा एक छोटा सा सिपाही, जिसे भारतीय इतिहास, संस्कृति, राजनीति और सिनेमा की समझ है। पढ़ाई कम्प्यूटर साइंस से हुई, लेकिन यात्रा मीडिया की चल रही है। अपने लेखों के जरिए समसामयिक विषयों के विश्लेषण के साथ-साथ वो चीजें आपके समक्ष लाने का प्रयास करता हूँ, जिन पर मुख्यधारा की मीडिया का एक बड़ा वर्ग पर्दा डालने की कोशिश में लगा रहता है।

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