बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी अपने तेज तर्रार अंदाज के लिए जाने जाते हैं। बेबाकी से बोलना उनकी फितरत है। सुशांत सुसाइड केस में भी स्वामी एक सक्रिय भूमिका निभाते नजर आ रहे हैं। 2 अगस्त को “विराट हिंदुस्तान संगम” के साथ एक लाइव प्रश्न और उत्तर सत्र में बात करते हुए, उन्होंने आरोप लगाया कि जो सबूत उन्होंने एकत्र किए हैं, उससे यह स्पष्ट होता है कि कोई सीएम (उद्धव ठाकरे) को डराने की कोशिश कर रहा है।
उन्होंने कहा, “कोई उनके बेटे (आदित्य ठाकरे) के नाम को इस मामले में खींचने की कोशिश कर रहा है, लेकिन मेरे पास मौजूद सबूतों के आधार पर मैं आपको बता सकता हूँ कि उसका बेटा अभिनेत्रियों के साथ हो सकता है, मगर उसका सुशांत की मौत से कोई लेना-देना नहीं है।”
उन्होंने इंटरव्यू में आईपीएल सहित विभिन्न विषयों पर अपने विचार व्यक्त किए। जैसे कि बॉलीवुड में “माफिया” और सुशांत सिंह राजपूत की मृत्यु।
स्वामी ने आरोप लगाया कि जो व्यक्ति इस मामले में शामिल है वह संभवत: किसी और का बेटा है, जिसका नाम लेने की स्थिति में वे नहीं है क्योंकि उनके पास पर्याप्त सबूत नहीं हैं। उन्होंने दावा किया कि उनके पास ऐसे शख्स के बेटे के खिलाफ सबूत है जोकि बहुत पावरफुल है। जिसका नाम बाहर आने पर वह सिस्टम को काफी प्रभावित कर सकता है।
उन्होंने कहा, “हमारे पास एक ऐसी स्थिति है जहाँ राजनेता, गैंगस्टर और सिनेमा के सितारे जिनको लोग सम्मान देते हैं, उन लोगों ने एक कार्टेल बनाया है जो यह सुनिश्चित करना चाहता है कि सबसे खराब इंसान हमारे अभिनेता और अभिनेत्री बनें।
वहीं कोई और शख्श जो अपने साथ कुछ शालीनता, कुछ शैक्षिक पृष्ठभूमि, और कुछ नैतिकता लेकर आता है उन्हें हटा दिया जाता है। उन्हें (फिल्मों में) रोल नहीं दिया जाता है। इसके अलावा उनकी हत्या कर दी जाती है। यह एक ऐसी चीज है जिसे हम अपने लोकतांत्रिक देश में स्वीकार नहीं कर सकते।
स्वामी ने कहा कि वह सुशांत सिंह को न्याय दिलाने के मामले में लोगों द्वारा उठाई जा रही आवाज को देख कर खुश है। खासकर जब उन्होंने घोषणा की कि वह भी इस मामले में पूरा सहयोग देंगे। भाजपा सांसद ने कहा कि, उन्होंने ईशान सिंह को अदालत में सहायता के लिए नामित किया था। इसके साथ ही कानून के तहत जाँच में भी सहयोग की बात कही।
उन्होंने कहा कि सरकार को न केवल केंद्रीय जाँच ब्यूरो (सीबीआई) से मामले की जाँच के लिए कहना चाहिए बल्कि राष्ट्रीय जाँच एजेंसी (एनआईए) को भी शामिल करना चाहिए क्योंकि इस मामले में दाऊद का एक आतंकवादी एंगल भी है।
सीबीआई द्वारा मामले की जाँच के निर्देश के पहले यह प्रश्न और उत्तर सत्र हुआ था। वहीं जब 5 अगस्त को अटॉर्नी जनरल ने भारत के सर्वोच्च न्यायालय को सूचित किया कि भारत सरकार पहले ही सीबीआई को इस मामले को उठाने का निर्देश दे चुकी है, तो स्वामी ने ट्वीट किया और कहा, “केंद्र ने SC को सूचित किया है कि सुशांत मामले को सीबीआई को सौंप दिया गया है। क्या मैंने अपनी प्रतिबद्धता पूरी कर ली है और मैं स्वतंत्र हूँ? “
The SC has been informed by the Centre that Sushant case has been handed over to CBI. Have I completed my commitment and free to go?
— Subramanian Swamy (@Swamy39) August 5, 2020
सुशांत सिंह राजपूत केस
गौरतलब है कि 14 जून को सुशांत अपने मुंबई स्थित फ्लैट में मृत मिले थे। इस मामले में मुंबई पुलिस की जाँच से असंतुष्ट सुशांत के पिता ने पटना में एफआइआर दर्ज कराई। इसमें उन्होंने बेटे की गर्लफ्रेंड रिया चक्रवर्ती व उनके परिवार पर धन उगाही, ब्लैकमेल, सुसाइड के लिए उकसाने आदि के कई गंभीर आरोप लगाए। इस मामले की जाँच के लिए जब बिहार पुलिस मुंबई पहुँची तो वहाँ उसे असहयोग का सामना करना पड़ा।
फिर, बिहार सरकार की सिफारिश पर केंद्र सरकार ने यह जाँच सीबीआइ को सौंप दी। वहीं अब सोशल मीडिया पर स्टन गन थ्योरी सामने आई है, जिसे एक यूजर ने सोशल मीडिया पर डाला। वहीं इस थ्योरी को मद्देनजर रखते हुए बीजेपी सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने सुशांत सिंह राजपूत मृत्यु मामले की एनआईए जाँच की माँग की है। वहीं शेखर सुमन ने रिया के खिलाफ आवाज बुलंद करते हुए उसकी गिरफ्तारी की माँग की थी।