कोरोना संकट के बीच पश्चिम बंगाल सरकार ने अगले महीने से सिनेमा हॉल, संगीत और नृत्य शो के संचालन को फिर से शुरू करने का फैसला किया है। ममता सरकार द्वारा यह निर्णय ऐसे समय में लिया गया है जब राज्य में कोरोना वायरस का प्रसार अपने चरम पर है।
रिपोर्ट्स के अनुसार, राज्य में कुल संक्रमितों का आँकड़ा 2 लाख पार गया, जिसमें 27 सितंबर तक के आँकड़ों के हिसाब से 25,374 एक्टिव केस है। वहीं, मरने वालों की संख्या बढ़कर 4,665 हो गई है।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शनिवार को कहा कि यह कदम राज्य की स्थिति को वापस बहाल करने के लिए है। उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा, “सामान्य परिस्थितियों की ओर लौटते हुए जटरास, प्ले, ओएटी, सिनेमा, म्यूजिकल और डांस कार्यक्रम तथा मैजिक शो को 1 अक्टूबर से 50 या इससे कम लोगों के साथ खोलने की अनुमति होगी। इस दौरान लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन करना होगा, मास्क लगाना होगा व अन्य प्रोटोकॉल को फॉलो करना होगा।”
To return to normalcy, Jatras, Plays, OATs, Cinemas & all musical, dance, recital & magic shows shall be allowed to function with 50 participants or less from 1 Oct, subject to adherence to physical distancing norms, wearing of masks & compliance to precautionary protocols.
— Mamata Banerjee (@MamataOfficial) September 26, 2020
बता दें कि कोरोना संकट की तेज होती दस्तक के साथ ही केंद्र सरकार ने मार्च में सिनेमाघरों को बंद करने का आदेश दिया था। लेकिन पहले पश्चिम बंगाल सरकार ने 1 जून से ही फिल्म, वेब सीरीज और टीवी सीरियल शूटिंग शुरू करने की अनुमति दे दी थी। सरकार ने फिल्म सेट पर 35 से लोगों से ज्यादा की उपस्थिति की अनुमति नहीं दी थी। संक्रमण के बढ़ाते मृत्यु दर के बीच पश्चिम बंगाल फिल्म थिएटरों को फिर से शुरू करने वाला भारत का पहला राज्य बना गया है।
मल्टीप्लेक्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (MAI) और ईस्टर्न इंडिया मोशन पिक्चर्स एसोसिएशन (EIMPA) ने पहले ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली सरकार से जून में सिनेमा घरों को फिर से खोलने का अनुरोध किया था। बंगाल फिल्म इंडस्ट्री में कई अभिनेताओं द्वारा इसी तरह की माँग की गई थी, जिसमें टीएमसी सांसद मिमी चक्रवर्ती और नुसरत जहाँ भी शामिल हैं। उन्होंने दावा किया था कि सिनेमाघरों व अन्य मनोरंजन क्षेत्रों के बंद होने से कारोबारियों व कर्मचारियों को आर्थिक तंगी से जूझना पड़ रहा है।