Saturday, July 27, 2024
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एशिया के सबसे बड़े मिर्च मार्केट में आंध्र प्रदेश के किसान को मिली अब तक की सबसे बड़ी कीमत

“पहली बार मैं अपनी उपज बेचने कर्नाटक स्थित एशिया के सबसे बड़े मिर्च मार्केट बैदागी में आया था। मैंने कभी सोचा भी नहीं था कि मुझे अपनी उपज की इतनी कीमत मिलेगी। पिछले साल मैंने अपनी फसल गुंटूर में बेची थी लेकिन मुझे उसका सही दाम नहीं मिला था। मिर्च के पैदावार पर करीब 10,500 रुपए प्रति क्विंटल मैंने खर्च किए थे।”

आंध्र प्रदेश के एक किसान को डब्बी (Dabbi) मिर्च की अब तक की सबसे बड़ी कीमत मिली है। वह अपनी उपज बेचने कर्नाटक के बैदागी स्थित एशिया के सबसे बड़े मिर्च मार्केट में गुरुवार को पहुँचे थे। टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार उन्हें 36,999 रुपए प्रति क्विंटल की दर से अपनी उपज बेची। यह डब्बी मिर्च का अब तक का सबसे बड़ा भाव है।  

आंध्र प्रदेश के अनंतपुर जिले स्थित अवुलादत्ता गाँव के निवासी किसान गुलेप्पा ने मिर्च की फसल ‘किशोर एंड कंपनी’ को रिकॉर्ड दाम पर बेची। 

गुलेप्पा ने बताया, “पहली बार मैं अपनी उपज बेचने कर्नाटक स्थित एशिया के सबसे बड़े मिर्च मार्केट बैदागी में आया था। मैंने कभी सोचा भी नहीं था कि मुझे अपनी उपज की इतनी कीमत मिलेगी। पिछले साल मैंने अपनी फसल गुंटूर में बेची थी लेकिन मुझे उसका सही दाम नहीं मिला था। मिर्च के पैदावार पर करीब 10,500 रुपए प्रति क्विंटल मैंने खर्च किए थे।”

बीते हफ्ते इसी किस्म (वैरायटी) की मिर्च 35,555 रुपए प्रति क्विंटल के दाम पर बेची गई थी, लेकिन यह एक वैरायटी की मिर्च की पैदावार के लिए किसी किसान को किया गया सर्वाधिक भुगतान है। 2019 में इस किस्म की मिर्च के लिए 33,333 रुपए प्रति क्विंटल का भुगतान किया गया था।मीडिया रिपोर्ट के अनुसार डब्बी मिर्च का व्यापार पिछले महीने कर्नाटक के बैदागी (Byadagi) में शुरू हुआ था, लेकिन ग्राम पंचायत चुनावों की वजह से इसकी आवक प्रभावित हुई। गुरुवार (17 दिसंबर 2020) को इस मार्केट में मिर्च के कुल 60,957 बोरियाँ आई थीं, इसी कड़ी में आंध्र प्रदेश के किसान गुलेप्पा अपनी फसल बेचने के लिए आए थे।

भारत की तमाम तरह की मिर्च में दूसरा सबसे बड़ा कारोबार

बैदागी मिर्च काफी मशहूर है और इसकी पैदावार मुख्यतः कर्नाटक में ही होती है। इसका नाम बैदागी नाम की जगह पर रखा गया है जो कि कर्नाटक के हावेरी जिले में स्थित है। इस मिर्च की सालाना बिक्री लगभग 300 करोड़ रुपए की है जिसका कारोबार पूरे देश में तमाम तरह की मिर्च में दूसरे पायदान पर आता है। इस मिर्च मार्केट में पूरे कर्नाटक समेत पड़ोसी राज्य आंध्र प्रदेश के किसान भी आते हैं। 

बैदागी मिर्च के दो प्रकार होते हैं, डब्बी और कड्डी। बैदागी डब्बी छोटी और गोल मटोल होती है। यह अपने रंग, स्वाद और फ्लेवर के लिए मशहूर है और इसमें बीज की संख्या कम होती है यानी यह कड्डी मिर्च की तुलना में कम तीखी होती है। यह ज़्यादातर मसाले तैयार करने में इस्तेमाल की जाती है। तमाम बड़ी खाद्य कंपनी अपने उत्पादों के लिए इस वैरायटी का ही इस्तेमाल करते हैं। इसका उपयोग कई सौंदर्य उत्पादों जैसे लिपस्टिक और नेल पॉलिश में भी किया जाता है।     

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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