Wednesday, November 13, 2024
Homeविविध विषयअन्यलॉन बॉल्स में 'गोल्ड' जीत महिला टीम ने रचा इतिहास, टेबल टेनिस में भी...

लॉन बॉल्स में ‘गोल्ड’ जीत महिला टीम ने रचा इतिहास, टेबल टेनिस में भी भारत को ‘सोना’: 346 किलो उठाकर विकास ठाकुर को मिली ‘चांदी’

कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में भारत को पाँचवा गोल्ड मेडल हासिल हुआ है। पुरुष टेबल टेनिस टीम ने 2 अगस्त को खेले गए फाइनल मुकाबले में सिंगापुर को 3-1 से शिकस्त देकर गोल्ड मेडल अपने नाम कर लिया। दूसरा गोल्ड मेडल भारत की बेटियों ने लॉन बॉल साउथ अफ्रीका को हराकर जीता है।

बर्मिंघम में चल रहे कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 (Commonwealth Games 2022) में भारत को पाँचवा गोल्ड मेडल हासिल हुआ है। पुरुष टेबल टेनिस टीम ने मंगलवार (2 अगस्त 2022) को खेले गए फाइनल मुकाबले में सिंगापुर को 3-1 से शिकस्त देकर गोल्ड मेडल अपने नाम कर लिया। दूसरा गोल्ड मेडल भारत की बेटियों ने लॉन बॉल (Lawn Bowls) में साउथ अफ्रीका को हराकर जीता है। वहीं, भारत के वेटलिफ्टर विकास ठाकुर (Vikas Thakur) ने वेटलिफ्टिंग में सिल्वर मेडल पर कब्जा किया।

भारतीय पुरुष टेबल टेनिस टीम ने हरमीत देसाई और जी साथियान ने डबल्स मैच में जीत दर्ज कर भारत को शानदार शुरुआत दिलाई। हालाँकि, सिंगापुर की च्यू झे यू क्लेरेंस ने अगला गेम जीतकर सिंगापुर को 1-1 से बराबरी पर ला दिया, लेकिन जी. साथियान और हरमीत देसाई ने अपने-अपने मुकाबले जीतकर भारत के लिए गोल्ड पक्का कर दिया।

यह पहली बार भारत ने एक अनजाने खेल लॉन बॉल (Lawn Bowls) में साउथ अफ्रीका को 15-10 से हराकर गोल्ड मेडल पर कब्जा किया है। अभी तक इस खेल में भारत ने कोई पदक नहीं जीता था। लॉन बॉल्स ज्यादातर भारतीय लोगों के लिए बिल्कुल अनजाना सा खेल है। लेकिन इस अनजाने खेल में देश के लिए गोल्ड मेडल जीतकर भारत की बेटियों ने इतिहास रच दिया है।

भारत के विकास ठाकुर ने पुरुषों के 96 किग्रा वेटलिफ्टिंग में दूसरे स्थान पर रहे। विकास ने स्नैच राउंड में 155 और क्लीन एंड जर्क राउंड में 191 किग्रा भार उठाया। इस तरह उन्होंने रजत जीतने के लिए कुल 346 किग्रा भार उठाया। विकास से आगे समोआ के डॉन ओपेलोग रहे। ओपेलोग ने स्नैच राउंड में 171 और क्लीन एंड जर्क राउंड में 210 किग्रा भार उठाया। इस तरह उन्होंने कुल 381 किग्रा भार उठाया। इस भार के साथ ओपेलोग गोल्ड मेडल जीता।

बता दें कि कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में भारत को अब तक 12 मेडल मिले हैं, जिसमें पाँच गोल्ड, चार सिल्वर और तीन ब्रॉन्ज मेडल शामिल हैं।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

गैर मुस्लिमों को जबरन नहीं परोसा जाएगा ‘हलाल मांस’, एअर इंडिया का बड़ा फैसला: जानें यह कैसे सही दिशा में कदम

देश की प्रमुख एयरलाइन एअर इंडिया ने फैसला किया है कि वह अब गैर-मुस्लिम यात्रियों को हलाल माँस नहीं परोसेगी।

बढ़कर 21% हुए मुस्लिम, 54% तक घटेंगे हिंदू: बांग्लादेशी-रोहिंग्या बदल रहे मुंबई की डेमोग्राफी, TISS की जिस रिपोर्ट से घुसपैठ पर छिड़ी बहस उसके...

अवैध बांग्लादेशियों और रोहिंग्या मुस्लिमों का घुसपैठ मुंबई में बड़े पैमाने पर सामाजिक, आर्थिक एवं राजनीतिक बदलाव ला रहा है।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -