बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत द्वारा देश की आजादी पर दिए गए बयान के ख़िलाफ़ आम आदमी पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष प्रीति मेनन ने मुंबई पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। मेनन ने कंगना की टिप्पणी को देशद्रोह बताते हुए मुंबई पुलिस से उनके ख़िलाफ़ एफआईआर दर्ज करने की माँग की है।
प्रीति ने अपने ट्वीट में शिकायत की कॉपी शेयर करते हुए लिखा, “टाइम्स नाऊ पर कंगना रनौत के देशद्रोही और भड़काऊ बयानों के ख़िलाफ़ कार्रवाई हेतु मुंबई पुलिस को धारा 504, 505, और 124 ए के तहत शिकायत दी है। उम्मीद है मुंबई पुलिस कोई एक्शन लेगी।”
Submitted an application to @MumbaiPolice requesting action on Kangana Ranaut for her seditious and inflammatory statements on @TimesNow, under sections 504, 505 and 124A.
— Preeti Sharma Menon (@PreetiSMenon) November 11, 2021
Hope to see some action @CPMumbaiPolice @DGPMaharashtra pic.twitter.com/9WxFXJFnEn
बता दें कि प्रीति मेनन के अलावा शिवसेना नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा, “हमारे स्वतंत्रता सेनानियों ने, जितना खून, बलिदान बहाया, झांसी की रानी को लेकर, सब बेकार हैं, सिर्फ मालिक खुश होने चाहिए।”
The question asked was about Savarkar, but the response was on a different matter. Navika Kumar then followed up with a question about whether Kangana was expressing her loyalty to the BJP, and Kangana responded by saying she's a patriot. Here's the complete viral sequence. pic.twitter.com/zXwgnRBLOb
— TIMES NOW (@TimesNow) November 11, 2021
वहीं, सांसद वरुण गाँधी ने भी कंगना के बयान पर अपनी आपत्ति जताई थी। उन्होंने कहा था, “कभी महात्मा गाँधी जी के त्याग और तपस्या का अपमान, कभी उनके हत्यारे का सम्मान, और अब शहीद मंगल पांडेय से लेकर रानी लक्ष्मीबाई, भगत सिंह, चंद्रशेखर आज़ाद, नेताजी सुभाष चंद्र बोस और लाखों स्वतंत्रता सेनानियों की कुर्बानियों का तिरस्कार। इस सोच को मैं पागलपन कहूँ या फिर देशद्रोह?”
इसके बाद कंगना ने भी वरुण के इस ट्वीट पर पलटवार किया था। उन्होंन बताया कि उन्होंने स्पष्ट रूप से जिक्र किया था कि 1857 का युद्ध भारत का प्रथम स्वतंत्रता संग्राम था जिसे दबा दिया गया, जिसके बाद अंग्रेजों और अत्याचार और क्रूरता की घटनाओं को अंजाम देना और तेज़ कर दिया। कंगना रनौत ने तंज कसते हुए कहा, “प्रथम स्वतंत्रता संग्राम के लगभग एक सदी बाद हमें गाँधी के भीख के कटोरे में रख कर आज़ादी मिली। जा और रो अब।”