कौन हैं दुलारी देवी
दुलारी देवी बिहार के मधुबनी जिले की शान हैं। रांटी गाँव में जन्मीं दुलारी वैसे तो मछुआरा जाति से ताल्लुक रखती हैं लेकिन उनकी कला ने उन्हें आज वैश्विक पहचान दिलाई है। जीवन के शुरुआती साल उन्हें संघर्ष भरे बीते। घरवालों ने उनकी शादी छोटी उम्र में ही करवा दी थी। न पढ़ने-लिखने का मौका मिला और न सही से दुनिया समझने का।
FM @nsitharaman is wearing a Madhubani saree by Dulari Devi, a 2021 Padma Shri awardee.
— DD News (@DDNewslive) February 1, 2025
During her visit to Madhubani for a credit outreach initiative at the Mithila Art Institute, FM spoke to Dulari Devi about Madhubani art in #Bihar. Dulari Devi gifted her a saree and… pic.twitter.com/kR7cyKtXqJ
बाद में एक वक्त आया जब उन्होंने पति के तानों से तंग आकर उसको भी छोड़ दिया और उन्हें आर्थिक तंगी से भी जूझना पड़ा। इसके बाद खेतों में मजदूरी करके, लोगों के घर झाड़ू-पोंछा करके अपना जीवनयापन किया। इसी बीच वह पहुँची मिथिला पेंटिंग की मशहूर कलाकार कर्पूरी देवी के घर। वहाँ उनका मिथिला पेंटिंग के लिए प्रेम जगा और वह महासुंदरी देवी से ट्रेनिंग लेने लगीं।
FM .@nsitharaman Ji wearing a saree in tribute to Madhubani Art. 2021 Padma awardee Dulari Devi had gifted & requested Madam FM to wear it on budget day during credit outreach activity at Mithila Art Institute.
— BhikuMhatre (@MumbaichaDon) February 1, 2025
That's lovely gesture, Mam🙏
More lovely gestures in #Budget2025… pic.twitter.com/itSxNUvOgq
आगे चलकर उनकी कला न केवल व्यक्तिगत विकास का माध्यम बनी, बल्कि उन्होंने सामाजिक मुद्दों जैसे बाल विवाह, एड्स और भ्रूण हत्या पर जागरूकता फैलाने का कार्य भी किया।
कैसे दी वित्त मंत्री को मिथिला पेंटिंग वाली साड़ी
पिछले दिनों जब वित्त मंत्री बिहार का दौरा करते हुए मधुबनी के सौराठ स्थित मिथिला पेंटिंग इंस्टिट्यूट पहुँची थीं, वहीं पद्मश्री दुलारी देवी ने उन्हें ये साड़ी भेंट में दी थी। इस साड़ी में उन्होंने सारे शुभ चिह्न उकेरे थे और शायद यही वजह है कि बजट वाले दिन वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इस साड़ी को खास दिन के लिए चुना।