Monday, July 14, 2025
Homeविविध विषयअन्यमाछ, मखान और पान… मिथिला के सारे शुभ संकेत के साथ आया देश का...

माछ, मखान और पान… मिथिला के सारे शुभ संकेत के साथ आया देश का बजट: कौन हैं दुलारी देवी जिनकी मिथिला पेंटिंग वाली साड़ी निर्मला सीतारमण ने पहनी

दुलारी देवी बिहार के मधुबनी जिले की शान हैं। रांटी गाँव में जन्मीं दुलारी वैसे तो मछुआरा जाति से ताल्लुक रखती हैं। उनके घरवालों ने उनकी शादी छोटी उम्र में ही करवा दी थी। न पढ़ने-लिखने का मौका मिला और न सही से दुनिया समझने का। बाद में एक वक्त आया जब उन्हें आर्थिक तंगी से भी जूझना पड़ा।

केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 1 फरवरी 2025 को 8 वीं बार बजट पेश कर रही हैं। इस खास अवसर वह विशेष परिधान में नजर आईं। उन्होंने क्रीम रंग की साड़ी पहनी, जिस पर अपनी कला की छाप छोड़ी है पद्म पुरस्कार से सम्मानित दुलारी देवी ने। इस साड़ी में मछली, पान, मखाना जैसे चित्र बनाए गए हैं जो मिथिला की संस्कृति में बेहद शुभ माने जाते है।

कौन हैं दुलारी देवी

दुलारी देवी बिहार के मधुबनी जिले की शान हैं। रांटी गाँव में जन्मीं दुलारी वैसे तो मछुआरा जाति से ताल्लुक रखती हैं लेकिन उनकी कला ने उन्हें आज वैश्विक पहचान दिलाई है। जीवन के शुरुआती साल उन्हें संघर्ष भरे बीते। घरवालों ने उनकी शादी छोटी उम्र में ही करवा दी थी। न पढ़ने-लिखने का मौका मिला और न सही से दुनिया समझने का।

बाद में एक वक्त आया जब उन्होंने पति के तानों से तंग आकर उसको भी छोड़ दिया और उन्हें आर्थिक तंगी से भी जूझना पड़ा। इसके बाद खेतों में मजदूरी करके, लोगों के घर झाड़ू-पोंछा करके अपना जीवनयापन किया। इसी बीच वह पहुँची मिथिला पेंटिंग की मशहूर कलाकार कर्पूरी देवी के घर। वहाँ उनका मिथिला पेंटिंग के लिए प्रेम जगा और वह महासुंदरी देवी से ट्रेनिंग लेने लगीं।

आगे चलकर उनकी कला न केवल व्यक्तिगत विकास का माध्यम बनी, बल्कि उन्होंने सामाजिक मुद्दों जैसे बाल विवाह, एड्स और भ्रूण हत्या पर जागरूकता फैलाने का कार्य भी किया।

कैसे दी वित्त मंत्री को मिथिला पेंटिंग वाली साड़ी

पिछले दिनों जब वित्त मंत्री बिहार का दौरा करते हुए मधुबनी के सौराठ स्थित मिथिला पेंटिंग इंस्टिट्यूट पहुँची थीं, वहीं पद्मश्री दुलारी देवी ने उन्हें ये साड़ी भेंट में दी थी। इस साड़ी में उन्होंने सारे शुभ चिह्न उकेरे थे और शायद यही वजह है कि बजट वाले दिन वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इस साड़ी को खास दिन के लिए चुना।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

'द वायर' जैसे राष्ट्रवादी विचारधारा के विरोधी वेबसाइट्स को कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

काशी से लेकर देवघर तक, हरिद्वार से मुंबई में… हर जगह गूँजा ‘हर-हर महादेव’: वाराणसी में तो भक्तों पर फूल भी बरसे, ड्रोन से...

सावन का महीना भगवान शिव को सबसे प्रिय माना जाता है। इस पवित्र दिन पर लाखों श्रद्धालु मंदिरों में जलाभिषेक, पूजा-अर्चना और भक्ति में लीन हैं।

जिन्होंने राम जन्मभूमि से लेकर काशी-मथुरा तक वामपंथियों के प्रोपेगेंडा की उड़ाई धज्जियाँ, उन्हें राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने किया राज्यसभा के लिए नामित: जानिए...

राष्ट्रपति ने डॉ. मीनाक्षी जैन को राज्यसभा के लिए नामित किया, जो भारतीय संस्कृति और इतिहास पर उनके शोध कार्य को मान्यता देने का संकेत है।
- विज्ञापन -