इतिहास रचने की कोई उम्र नहीं होती, अगर मेहनत हो और कुछ कर दिखाने का जज़्बा हो तो वो कभी रचा जा सकता है। ऐसा ही कारनामा 16 वर्षीय सौरभ चौधरी ने कर दिखाया। सौरभ ने रविवार को अंतरराष्ट्रीय निशानेबाज़ी खेल महासंघ (ISSF) विश्वकप में न सिर्फ़ विश्व रिकॉर्ड तोड़ा बल्कि गोल्ड मेडल अपने नाम करके देश के लिए टोक्यो ओलंपिक का तीसरा कोटा भी सुनिश्चित किया।
बता दें कि सौरभ ने ISSF सत्र की शुरुआती प्रतियोगिता की 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में शीर्ष स्थान प्राप्त करते हुए 245 अंक हासिल किए। दूसरे स्थान पर सर्बिया के दामी मिकेच रहे जिन्होंने 239.3 प्राप्त किए। और अगर बात करें कांस्य पदक की तो वो 215.2 अंकों के साथ चीन के वेई पांग के हिस्से गया।
सौरभ ने अपनी पारी में आठ पुरुषों के फाइनल में अपनी पकड़ मज़बूत रखी और रजत पदकधारी से 5.7 अंक की बढ़त बनाए रखी। इस प्रकार सौरभ अंतिम शॉट से पहले ही गोल्ड मेडल अपने नाम करने में क़ामयाब रहे।
सर्बियाई निशानेबाज़ के साथ बराबरी पर रहे सौरभ ने काफी अच्छी शुरुआत की थी। दूसरी सीरीज़ में सौरभ ने अपनी क्षमता को बरक़रार रखा और इस तरह वो पहला स्थान प्राप्त करने में वो आगे रहे।