Tuesday, May 7, 2024
Homeविविध विषयअन्यबैट पर फिलिस्तीन का झंडा लगाकर खेलने आए आजम खान, जुर्माना लगा तो समर्थन...

बैट पर फिलिस्तीन का झंडा लगाकर खेलने आए आजम खान, जुर्माना लगा तो समर्थन में उतरे पाकिस्तानी विशेषज्ञ: कहा- जिगरा चाहिए

ICC (अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट बोर्ड) के क्लॉथिंग एन्ड इक्विपमेंट रेगुलेशंस का उल्लंघन करने के लिए उन पर ये जुर्माना लगाया गया है।

पाकिस्तानी क्रिकेटर आज़म खान ने अपने बल्ले पर फिलिस्तीन का झंडा लगा कर मैच में हिस्सा लिया, जिसके बाद विवाद खड़ा हो गया है। उन पर मैच फी का 50% जुर्माना भी लगाया गया है, जिसके बाद पाकिस्तान में लोग वहाँ के क्रिकेट बोर्ड PCB का विरोध कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि ICC (अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट बोर्ड) के क्लॉथिंग एन्ड इक्विपमेंट रेगुलेशंस का उल्लंघन करने के लिए उन पर ये जुर्माना लगाया गया है।

मामला कराची में झेले जा रहे एक नेशनल T20 टूर्नामेंट का है। आज़म खान ‘कराची व्हाइट्स’ नामक टीम से खेल रहे हैं। ये मैच रविवार (26 नवंबर, 2023) को खेला गया जब आज़म खान अपने बैट पर फिलिस्तीन का झंडा लगा कर बल्लेबाजी करने आए। आज़म खान फिलिस्तीनियों के लिए समर्थन दिखाना चाहते थे। लेकिन, ICC का नियम है कि बल्ला या ग्लव्स वगैरह पर किसी भी प्रकार के राजनीतिक, मजहबी या फिर बयानों वाला लोगो नहीं लगाया जा सकता।

बता दें कि अभी इजरायल और फिलिस्तीन के बीच युद्ध चल रहा है। 7 अक्टूबर, 2023 को हमास के इस्लामी आतंकियों ने इजरायल में घुस कर 1500 लोगों का नरसंहार किया और यहूदी राष्ट्र पट 5000 रॉकेट्स दागे गए, जिसके बाद इजरायल ने गाजा में घुस कर आतंकियों को मिटाने के लिए अभियान शुरू किया। इसके बाद दुनिया भर के इस्लामी संगठन हमास के समर्थन में उतर आए और इस्लामी मुल्क इजरायल की निंदा करने लगे।

पाकिस्तानी टीवी पर विशेषज्ञों ने आज़म खान का समर्थन करते हुए कहा कि इसके लिए जिगरा चाहिए। चेतावनी के बावजूद आज़म खान ने अपने बल्ले से इसे नहीं हटाया। पाकिस्तान में इस्लामी लोग इसका समर्थन कर रहे हैं। आज़म खान पहले भी 2 मैचों में ऐसा कर चुके हैं। इससे पहले ODI वर्ल्ड कप में पाकिस्तानी बल्लेबाज मोहम्मद रिजवान में लीग मैच में जीत फिलिस्तीन को समर्पित की थी। पाकिस्तानी पत्रकार हामिद मीर ने भी पाकिस्तानी क्रिकेट बोर्ड से इस पर सफाई माँगी है।

Special coverage by OpIndia on Ram Mandir in Ayodhya

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

बंगाल भर्ती घोटाले पर ममता सरकार को सुप्रीम कोर्ट की फटकार, बताया ‘फ्रॉड’: CJI चंद्रचूड़ बोले – जनता का विश्वास चला जाता है तो...

सुप्रीम कोर्ट ने पश्चिम बंगाल शिक्षक भर्ती घोटाला मामले में कलकत्ता हाई कोर्ट के भर्ती रद्द करने के फैसले पर रोक लगा दी है।

‘पतंजलि’ केस में अब IMA ही फँस गया: जिस नियम के तहत बाबा रामदेव पर हुई कार्रवाई अब वही विवाद में, पुनर्विचार करेगी केंद्र...

ASG ने बताया कि 2018 में ड्रग्स-कॉस्मेटिक्स कानून की नियम संख्या 170 की अधिसूचना जारी की गई थी। उन्होंने बताया कि इसके खिलाफ 8-9 याचिकाएँ दायर हैं।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -