‘किसानों’ का प्रदर्शन अब प्रदर्शनकारियों की हरकत के कारण संदेह के घेरे में आता दिख रहा है। पिछले दिनों हमने वायरल वीडियो में किसानों को Jio मोबाइल टावर कुल्हाड़ी से काटते देखा और अब एक नई वीडियो सामने आई है, जिसमें वह जियो के जेनरेटर लूट कर शेखी बघार रहे हैं।
प्रदर्शन के नाम पर वीडियो में देख सकते हैं कि ये कथित प्रदर्शनकारी टेलीकॉम टॉवर्स से जुड़े जियो जेनरेटर को वीडियो में ट्रैक्टर से बाँध कर उसे उसकी जगह से जबरदस्ती हटा रहे हैं और फिर उसे सड़क पर घसीट कर गुरुद्वारे में ले जाकर डोनेट करते दिख रहे हैं। इस दौरान ट्रैक्टर पर एक झंडा भी लगाया गया है और कई लोग उसके पीछे चल रहे हैं। ये वीडियो अब सोशल मीडिया में वायरल है।
गौरतलब हो कि ये प्रदर्शनकारी रिलायंस जियो टावर को इसलिए अपना निशाना बना रहे हैं क्योंकि कॉन्ग्रेस राजनेताओं ने झूठ फैलाया था कि अडानी और अंबानी किसानों को बर्बाद करना चाहते हैं। इससे पहले इसी प्रकार नए कृषि कानूनों के विरोध में प्रदर्शन कर रहे किसानों ने हाल ही में रिलायंस के पेट्रोल पंप और जियो (Jio) सिम का बहिष्कार करने का ऐलान किया था। उसके बाद रिलायंस मॉल के बाहर भी नारेबाजी और प्रदर्शन भी देखे गए थे। मगर, ये विरोध यही तक सीमित नहीं रहा बल्कि सार्वजनिक संपत्तियों को नुकसान पहुँचाने पर आमादा हो गया।
कुछ वीडियोज में हमने देखा था कि कैसे पंजाब के किसान रिलायंस जियो की दूरसंचार आपूर्ति सेवाओं को बाधित कर रहे थे। सोशल मीडिया पर ऐसे वीडियो शेयर किए जा रहे थे, जिनमें लोग जियो टॉवर की बिजली सप्लाई को बंद कर रहे थे। समाचार पत्रों ने भी इस खबर की पुष्टि की थी कि पंजाब के नवांशहर, फिरोजपुर, मानसा, बरनाला, फाजिल्का, पटियाला और मोगा जिलों में कई Jio टॉवर्स की बिजली आपूर्ति बंद कर दी गई।
यहाँ बता दें कि कुछ दिन पहले तक किसानों को कृषि आंदोलन के नाम पर बरगलाने वाले पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने जब बिगड़ती स्थिति देखी तो उन्हें खुद किसानों से इस प्रकार के नुकसान न करने की अपील करनी पड़ी। सूचना के अनुसार, इस अपील के बाद प्रदर्शनकारी अब सिर्फ़ शनिवार और रविवार के बीच ही 150 से ज्यादा टेलीकॉम टॉवर को ध्वस्त कर चुके हैं। जिसके कारण कुल प्रभावित टॉवरों की संख्या 1,388 पहुँच गई। पीटीआई के सूत्र बताते हैं कि इन प्रदर्शनकारियों ने साइट मैनेजर से मारपीट और गाली गलौच भी की।
ये ध्यान देने वाली बात है कि अडानी अंबानी के विरोध में जो किसान टॉवर्स को नुकसान पहुँचा रहे हैं, वो टेलीकॉम कंपनी के नहीं है। उनकी कंपनी अलग है। टेलीकॉम कंपनी सिर्फ़ एंटीना का किराया देता है। इस प्रकार एक सिंगल टॉवर में कई मोबाइल फोन के एंटीना होते हैं। इसलिए ये प्रदर्शनकारी सिर्फ़ एक टेलीकॉम के विरोध में बहुत कंपनियों को नुकसान पहुँचा रहे हैं।