Friday, April 19, 2024
Homeविविध विषयअन्यस्टार पहलवान विनेश फोगाट को कुश्ती संघ ने अस्थायी रूप से किया निलंबित, सोनम...

स्टार पहलवान विनेश फोगाट को कुश्ती संघ ने अस्थायी रूप से किया निलंबित, सोनम मलिक को भी नोटिस: ये है वजह

"यह अनुशासनहीनता है। विनेश फोगाट को अस्थायी रूप से निलंबित किया गया है। उन्हें कुश्ती से जुड़ी सभी गतिविधियों से प्रतिबंधित किया गया है। जब तक वह इस मामले पर अपना जबाव नहीं देती हैं तक वह किसी राष्ट्रीय या अन्य घरेलू प्रतिस्पर्धा में भाग नहीं ले पाएँगी। WFI अंतिम फैसला करेगा।''

भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) ने टोक्यो ओलंपिक में अनुशासनहीनता को लेकर स्टार पहलवान विनेश फोगाट पर बड़ी कार्रवाई की है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, विनेश को कुश्ती संघ ने अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया है। वहीं, WFI ने 19 वर्षीय युवा पहलवान सोनम मलिक को भी दुर्व्यवहार के लिए नोटिस जारी किया है। बताया जा रहा है कि सोनम को टोक्यो ओलंपिक में जाने से पहले खुद या परिवार के किसी सदस्य के हाथों WFI के ऑफिस से पासपोर्ट लेना था, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया। हालाँकि, विनेश फोगाट को इस मामले पर अपना पक्ष रखने के लिए 16 अगस्त तक का समय दिया गया है। 

कुश्ती संघ के एक सूत्र के हवाले से बताया जा रहा है कि विनेश ने टोक्यो ओलंपिक के क्वार्टरफाइनल मुकाबले में नियमों का उल्लंघन किया था। उन्होंने मैच के दौरान भारतीय दल के आधिकारिक स्पांसर ‘शिवनरेश’ की पोशाक पहनने की बजाय मुकाबलों में ‘नाईकी’ की ड्रेस पहनी थी। इसके अलावा हरियाणा की विनेश ना तो खेलों के दौरान खेलगाँव में ठहरीं और ना ही उन्होंने अन्य भारतीय खिलाड़ियों के साथ ट्रेनिंग ली।

WFI के सूत्र ने पीटीआई से कहा, “यह अनुशासनहीनता है। विनेश फोगाट को अस्थायी रूप से निलंबित किया गया है। उन्हें कुश्ती से जुड़ी सभी गतिविधियों से प्रतिबंधित किया गया है। जब तक वह इस मामले पर अपना जबाव नहीं देती हैं तक वह किसी राष्ट्रीय या अन्य घरेलू प्रतिस्पर्धा में भाग नहीं ले पाएँगी। WFI अंतिम फैसला करेगा।”

रिपोर्ट्स के मुताबिक, हंगरी से टोक्यो ओलंपिक में खेलने गई गई विनेश ने सोनम, अंशु मलिक और सीमा बिस्ला के बगल वाले कमरे में रहने से इनकार कर दिया था और काफी हंगामा किया था। बता दें कि विनेश टोक्यो ओलंपिक के क्वार्टरफाइनल में बेलारूस की वनेसा से करारी हार का सामना करना पड़ा था।

Special coverage by OpIndia on Ram Mandir in Ayodhya

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

लोकसभा चुनाव 2024: पहले चरण में 60+ प्रतिशत मतदान, हिंसा के बीच सबसे अधिक 77.57% बंगाल में वोटिंग, 1625 प्रत्याशियों की किस्मत EVM में...

पहले चरण के मतदान में राज्यों के हिसाब से 102 सीटों पर शाम 7 बजे तक कुल 60.03% मतदान हुआ। इसमें उत्तर प्रदेश में 57.61 प्रतिशत, उत्तराखंड में 53.64 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया।

कौन थी वो राष्ट्रभक्त तिकड़ी, जो अंग्रेज कलक्टर ‘पंडित जैक्सन’ का वध कर फाँसी पर झूल गई: नासिक का वो केस, जिसने सावरकर भाइयों...

अनंत लक्ष्मण कन्हेरे, कृष्णाजी गोपाल कर्वे और विनायक नारायण देशपांडे को आज ही की तारीख यानी 19 अप्रैल 1910 को फाँसी पर लटका दिया गया था। इन तीनों ही क्रांतिकारियों की उम्र उस समय 18 से 20 वर्ष के बीच थी।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -

हमसे जुड़ें

295,307FansLike
282,677FollowersFollow
417,000SubscribersSubscribe