Tuesday, May 21, 2024
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आरजू, साइमा, हिना… UP में 3 मुस्लिम लड़कियों ने हिंदू युवकों से शादी कर की ‘घर वापसी’, लगाए जय श्रीराम के नारे: कहा- हलाला और बुर्का से चिढ़

मुस्लिम लड़की हिना ने शपथ दे कर बताया है कि उन्हें पता है कि उनके पूर्वज हिन्दू थे जिन्होंने मुगल आक्रांताओं के दबाव में इस्लाम कबूल किया था।

उत्तर प्रदेश के 2 जिलों में 3 मुस्लिम युवतियों ने इस्लाम छोड़ कर हिन्दू धर्म अपनाया है। इसमें से 2 लड़कियाँ बरेली और 1 महोबा की है। इन सभी ने अपने-अपने हिन्दू प्रेमियों से वैदिक विधि-विधान से शादी कर ली है। विवाह के दौरान ‘जय श्री राम’ और ‘हर-हर महादेव’ के नारे लगाए गए हैं। हिन्दू संगठनों ने इन शादियों में शामिल हों कर वर-वधू को आशीर्वाद दिया है। ये तीनों विवाह हिन्दू देवस्थलों पर सोमवार (29 अप्रैल, 2024) को सम्पन्न हुए हैं।

महोबा में आरजू बनीं आरती

पहला मामला महोबा जिले का है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, यहाँ के पनवाड़ी इलाके की रहने वाली आरजू का लम्बे समय से दिनेश जयसवाल से प्रेम प्रसंग चल रहा था। आरजू के अम्मी-अब्बा इस रिश्ते के खिलाफ थे। 2 साल पहले आरजू अपनी मर्जी से दिनेश के साथ दिल्ली चली गईं थीं। अब दिल्ली से वापस आ कर सोमवार (29 अप्रैल) को दिनेश जयसवाल और आरजू पनवाड़ी कस्बे के गौरेया दाई मंदिर पहुँचे। दिनेश के परिजन भी साथ थे। यहाँ दोनों ने शादी की इच्छा जताई।

दोनों की आपसी सहमति देख कर मंदिर के पुजारी ने वैदिक विधि-विधान से आरजू और दिनेश का विवाह सम्पन्न करवाया। इस मौके पर दिनेश के रिश्तेदार और दोस्त भी मौजूद थे। इन सभी ने मिल कर ‘जय श्री राम’ का उद्घोष किया। विवाह के बाद पुजारी ने नवदम्पति को सदा सुखी रहने का आशीर्वाद दिया। दिनेश और आरजू ने 7 जन्मों तक एक दूसरे का साथ निभाने का वादा किया। यहाँ आरजू को नया नाम आरती मिला। बाद में वर-वधू ख़ुशी-ख़ुशी अपने घर चले गए।

बरेली में हिना बनी आकांक्षा

‘घर वापसी’ का दूसरा मामला बरेली जिले से है। यहाँ के बहेड़ी थाना क्षेत्र की रहने वाली मुस्लिम लड़की हिना ने शपथ दे कर बताया है कि उन्हें पता है कि उनके पूर्वज हिन्दू थे जिन्होंने मुगल आक्रांताओं के दबाव में इस्लाम कबूल किया था। 25 वर्षीया हिना ने पहले से ही खुद को पूजा-पाठ में विश्वास करने वाली लड़की बताते हुए हिन्दू धर्म अपनाने की इच्छा जताई। सोमवार (29 अप्रैल) को हिना की ‘घर वापसी’ बरेली के अगस्त्य मुनि आश्रम में पंडित के के शंखधर के माध्यम से हुई।

‘घर वापसी’ के बाद हिना ने अपना नाम आकांक्षा गंगवार रखा। इसी दिन हिना ने बरेली के ही आकाश गंगवार को अपना जीवन साथी चुना और वैदिक रीति-रिवाज़ से अग्नि के 7 फेरे लिए। वर-वधू ने एक साथ हवन किया। इस दौरान हिन्दू संगठनों के कई सदस्य मौके पर मौजूद रहे। इन सभी ने ‘हर-हर महादेव’ और ‘जय श्री राम’ का उद्घोष किया। विवाह के बाद हिना अपने पति आकाश के साथ घर चली गईं।

अब साईना जानी जाएँगी सोनी नाम से

‘घर वापसी’ का तीसरा मामला बरेली से ही है। यहाँ के नवाबगंज थाना क्षेत्र की रहने वाले साइमा ने अपना शुद्धीकरण करवा के हिन्दू धर्म स्वीकार कर लिया है। यह शुद्धीकरण बरेली के अगत्स्य मुनि आश्रम में हुआ। घर वापसी बिना किसी दबाव में अपनी मर्जी से करने वाली 25 वर्षीया साइमा ने अपना नया नाम सोनी रखा है। साइमा ने अपने शपथ पत्र में लिखा है कि वो इस्लाम मत में तीन तलाक और हलाला जैसी कुप्रथाओं को देख कर काफी व्यथित थीं।

सोनी बनीं साइमा ने कहा कि उनकी हिन्दू धर्म में अपनी पहले से ही आस्था रही है। वो हिन्दू देवी-देवताओं की पूजा पहले ही करती आईं हैं। सोमवार को ही सोनी ने अगत्स्य मुनि आश्रम में पंडित के के शंखधर की मौजूदगी में हाफिजगंज के रहने वाले आकाश से विवाह कर लिया। यह विवाह वैदिक विधि-विधान से हुआ जिसमें हिन्दू देवी-देवताओं की जयकार की गई। हिन्दू संगठन से जुड़े सदस्य भी इस मौके पर मौजूद थे। उन्होंने वर-वधू को सदा सुखी रहने का आशीर्वाद दिया। साइमा ने पुलिस को प्रार्थना पत्र दे कर अपने परिवार से अपनी और अपने पति की सुरक्षा की गुहार लगाई है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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