केरल के मुन्नार में एक वार्षिक कार्यक्रम का हिस्सा बने चर्च ऑफ साउथ इंडिया (CSI) के 480 पादरियों को Covid-19 प्रोटोकॉल का उल्लंघन करने के लिए गिरफ्तार किया गया है। इस कार्यक्रम में हिस्सा लेने वाले 100 से ज्यादा पादरी कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए थे। इसके अलावा 2 पादरियों की मौत हो गई थी जबकि 5 गंभीर अवस्था में थे।
द न्यू इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, पादरियों और समुदाय सदस्यों की कॉन्फ्रेंस पिछले माह 13 अप्रैल से 17 अप्रैल के बीच CSI क्राइस्ट चर्च में हुई थी। सैकड़ों पादरी अलग-अलग जगह से इस रिट्रीट मीट को अटेंड करने आए थे। खबर में सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि कार्यक्रम को टालने के अनुरोध के बावजूद बैठक हुई। साथ ही कहा गया था कि अगर कोई पादरी इसमें शामिल नहीं हुआ तो उस पर अनुशासनात्मक कार्रवाई होगी।
गुरुवार (06 मई) को पुलिस ने बताया कि तहसीलदार के बयान के आधार पर मामला दर्ज किया गया, जिसके तहत चर्च ऑफ साउथ इंडिया (CSI) के 480 पादरियों को रिट्रीट आयोजित करने और उसमें भाग लेने के लिए गिरफ्तार किया गया है।
रिपोर्ट के अनुसार, CSI ट्रस्ट एसोसिएशन के सचिव और ज्वाइंट क्रिश्चियन काउंसिल के सदस्य जैकब मैथ्यू ने कहा कि सरकार और काउंसिल के निर्देशों को मीटिंग के दौरान पूरी तरह नकारा गया। वहीं केंद्रीय केरल चर्चों और कोच्चि चर्चों की मीट को Covid-19 के बढ़ते मामलों के कारण आगे बढ़ा दिया गया था। लेकिन दक्षिण केरल के CSI ने बिना राज्य सरकार को जानकारी दिए ये मीट आयोजित की।
हालाँकि, CSI अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को खारिज कर रहा है। CSI के साउथ केरल सूबे के सचिव टीटी प्रवीण ने दावा किया कि संक्रमण कार्यक्रम के कारण नहीं फैला। उनका कहना है कि यह इल्जाम लगा कर सिर्फ एक निगेटिव अभियान चलाया जा रहा है।
मुन्नार के इंस्पेक्टर केआर मनोज ने समाचार एजेंसी PTI को बताया कि तहसीलदार के बयान के आधार पर चर्च प्रबंधन और 480 पादरियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है और पादरियों को केरल एपिडेमिक डिसीज ऐक्ट (KEDA) और आईपीसी की धारा 269 के तहत गिरफ्तार किया गया है। मनोज ने यह भी कहा कि कार्यक्रम की फोटो और वीडियो को जब्त करके आगे की कार्यवाई की जा रही है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार अधिकतर पादरी मुन्नार के CSI रिट्रीट सेंटर में 270 किमी दूर तिरुअनंतपुरम से बस के माध्यम से लाए गए थे। संक्रमितों में CSI मॉडरेटर और साउथ केरल सूबे के बिशप ए धर्माराज रसालम भी शामिल हैं। हालाँकि CSI यही दावा करता रहा कि कार्यक्रम में किसी भी प्रकार से Covid-19 के प्रोटोकॉल्स का कोई उल्लंघन नहीं हुआ है।