Saturday, April 20, 2024
Homeदेश-समाजएक प्रोफेसर ऐसा भी: विदेश गए, जमात के आयोजन में शरीक हुए, सच्चाई छिपा...

एक प्रोफेसर ऐसा भी: विदेश गए, जमात के आयोजन में शरीक हुए, सच्चाई छिपा छात्रों का जीवन खतरे में डाला

प्रोफेसर शाहिद अंसारी इसी साल इथोपिया गए थे। वहाँ से मार्च में लौटने के बाद दिल्ली में जमात के आयोजन में हिस्सा लिया। इसके बाद 10 मार्च को वह गरीब रथ से प्रयागराज वापस आ गए। इसके बाद छात्रों को पढ़ाया। सहकर्मियों और शहर के कई प्रमुख लोगों से मिलते-जुलते रहे।

इलाहाबाद विश्वविद्यालय के पॉलिटिकल साइंस विभाग के प्रोफेसर शाहिद अंसारी ने अपनी करतूत से करीब 144 छात्र-छात्राओं और सहकर्मियों के लिए भी कोरोना संक्रमण का खतरा पैदा कर दिया है। दरअसल कुछ महीने पहले विदेश से लौटे इस प्रोफेसर ने तबलीगी जमात के आयोजन में शरीक होने की बात छिपा रखी थी। यह आयोजन निजामुद्दीन के उसी मरकज में हुआ था जो इस वक्त देश में कोरोना संक्रमण का केंद्र बनकर उभरा है।

देश भर में यहॉं से लोगों की तलाश की जा रही है। सरकार ने यहॉं आए लोगों से खुद आगे आकर जॉंच करवाने की अपील भी कर रखी है। लेकिन, इलाहाबाद विवि के प्रोफेसर शाहिद अंसारी पर इसका कोई असर नहीं हुआ। अब मामला सामने आने के बाद प्रोफेसर साहब पूरे परिवार के साथ क्वारंटाइन हो गए हैं। सच्चाई छिपाने को लेकर उन पर मुकदमा भी दर्ज किया गया है।

प्रोफेसर शाहिद अंसारी के जमात के आयोजन में शामिल होने का खुलासा बुधवार की रात हुआ। इंटेलीजेंस की सूचना पर गोविंदपुर मेहदौरी कॉलोनी स्थित उनके घर पुलिस पहुॅंची। स्वास्थ्य विभाग की टीम की सहायता से प्रोफेसर, उनकी पत्नी और गोद लिए हुए एक बच्चे को करेली के महबूबा गेस्ट हाउस में क्वारंटाइन कराया गया। एसपी सिटी ने बताया कि तथ्य छिपाने के आरोप में प्रोफेसर पर महामारी अधिनियम के तहत शिवकुटी थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया है।

दैनिक हिंदुस्तान में प्रकाशित संबंधित खबर

इसकी जानकारी मिलते ही आस-पड़ोस में रहने वाले लोगों के साथ ही विश्वविद्यालय में पढ़ने वालों छात्र-छात्राओं के बीच हड़कंप मच गया है। इसके पीछे की वजह ये कि जमात के आयोजन में हिस्सा लेने के बाद प्रोफेसर ने विश्वविद्यालय के करीब 150 छात्र-छात्राओं को पढ़ाया था। विश्वविद्यालय में चल रही परीक्षाओं में उनकी कक्ष नियंत्रण के तौर पर तैनाती थी। विश्वविद्यालय के अन्य प्रोफेसरों सहित शहर के कई प्रमुख लोगों से मुलाकात भी की। अब पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की टीम इन लोगों की तलाश में जुट गई है।

प्रोफेसर शाहिद अंसारी इसी साल इथोपिया गए थे। वहाँ से मार्च में लौटने के बाद दिल्ली में जमात के आयोजन में हिस्सा लिया। इसके बाद 10 मार्च को वह गरीब रथ से प्रयागराज वापस आ गए। चौंकाने वाली बात यह कि इससे पहले पुलिस द्वारा की गई पूछताछ में प्रोफेसर ने जमात के किसी भी कार्यक्रम में हिस्सा लेने से इनकार कर दिया था।

Special coverage by OpIndia on Ram Mandir in Ayodhya

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

‘शहजादे को वायनाड में भी दिख रहा संकट, मतदान बाद तलाशेंगे सुरक्षित सीट’: महाराष्ट्र में PM मोदी ने पूछा- CAA न होता तो हमारे...

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि राहुल गाँधी 26 अप्रैल की वोटिंग का इंतजार कर रहे हैं। इसके बाद उनके लिए नई सुरक्षित सीट खोजी जाएगी।

पिता कह रहे ‘लव जिहाद’ फिर भी ख़ारिज कर रही रही कॉन्ग्रेस सरकार: फयाज की करतूत CM सिद्धारमैया के लिए ‘निजी वजह’, मारी गई...

पीड़िता के पिता और कॉन्ग्रेस नेता ने भी इसे लव जिहाद बताया है और लोगों से अपने बच्चों को लेकर सावधान रहने की अपील की है।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -

हमसे जुड़ें

295,307FansLike
282,677FollowersFollow
417,000SubscribersSubscribe