कोरोना के बढ़ते प्रभाव ने पूरे देश में पाबंदियाँ बढ़ा दी हैं। हर कोई कोशिश कर रहा है कि भीड़ भाड़ वाले इलाके में जाने से बचे। मगर, किसान नेता राकेश टिकैत ऐसी गंभीर स्थिति में भी अपनी हरकत से बाज नहीं आ रहे। उनका कहना है कि जैसे वह अपने गाँव में रहेंगे वैसे ही यूपी गेट, सिंघु बॉर्डर और टीकरी बॉर्डर पर भी रहेंगे। उन्होंने कहा है कि आंदोलन खत्म नहीं होगा, ये चलता रहेगा।
दैनिक जागरण की रिपोर्ट के अनुसार, राकेश टिकैत ने कहा कि यूपी गेट, सिंघु बार्डर और टीकरी बार्डर पर 5 माह से किसान डटे हैं। एक तरह से यहाँ किसानों ने अपना गाँव बसा लिया है। लॉकडाउन लगेगा, तो क्या गाँव में लोग नहीं रहेंगे। टिकैत ने यह भी कहा कि लाकडाउन लगेगा, तो उसके नियमों का पालन किया जाएगा। गाँवों से किसान यहाँ नहीं आएँगे। मगर जो यहाँ पर है वह यहीं पर रहेंगे। आंदोलन चलता रहेगा।
टिकैत ने यह भी बताया कि वह कोरोना का पहला डोज लगवा चुके हैं। बाकी किसानों को टीका लगवाने के लिए आसपास के निजी अस्पतालों और प्रशासन के बीच बातचीत हो रही है। सभी को टीका लगवाया जाएगा।
यहाँ बता दें कि यूपी गेट पर नए कृषि कानून के विरोध में किसान आंदोलन 28 नवंबर से हो रहा है। यही वजह है कि दिल्ली जाने कई वाली लेन बंद है। कई वाहनों को इसके कारण दिक्कत का सामना भी करना पड़ रहा है। लेकिन टिकैत व अन्य प्रदर्शनकारियों को आमजन की समस्या से कोई खासा फर्क नहीं पड़ रहा। वह अपनी मनमानी पर अड़े हुए हैं।
वहीं दिल्ली, यूपी, हरियाणा सरकार ने कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए नाइट कर्फ्यू और वीकेंड कर्फ्यू जैसे कड़े ऐलान किए हैं। यूपी सरकार ने तो सख्ती बढ़ाते हुए जुर्माने की रकम भी बढ़ा दी है। यूपी सरकार ने पहली बार नियम उल्लंघन पर पकड़े जाने पर 1 हजार का जुर्माना तय किया है, वहीं दूसरी बार पकड़े जाने पर 10 हजार रुपए का जुर्माना निर्धारित किया है।
इधर दिल्ली सरकार ने उपराज्यपाल के साथ बैठक करने के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि दिल्ली की स्थिति को नियंत्रित करने के लिए शुक्रवार रात 10 बजे से सोमवार सुबह 6 बजे तक के लिए वीकेंड कर्फ्यू लगाया जाएगा। इस दौरान जरूरी सेवाओं से जुड़े लोगों और शादी-विवाह जैसे कार्यक्रमों के लिए लोगों को पास दिए जाएँगे।