Thursday, March 28, 2024
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नाम- वाजिद हुसैन, काम- दुबई में सिक्योरिटी गार्ड, कारनामा- डिएगो माराडोना की हेरिटेज घड़ी चुराई: असम में गिरफ्तार

माराडोना को पेले के बाद दुनिया के सर्वश्रेष्ठ फुटबॉलरों में गिना जाता है। उनका पिछले साल 25 नवंबर को हार्ट अटैक से निधन हो गया था। वह लंबे समय से कोकीन की लत और मोटापे से जुड़ी समस्याओं से जूझ रहे थे।

असम पुलिस ने दुबई से चोरी हुई फुटबॉल के दिवंगत दिग्गज खिलाड़ी डिएगो माराडोना की लिमिटेड एडिशन वाली हेरिटेज हुबोट घड़ी को शिवसागर जिले से बरामद कर लिया है। इस सिलसिले में पुलिस ने वाजिद हुसैन को गिरफ्तार किया है। वाजिद हुसैन दुबई से घड़ी चुराने के बाद इस साल अगस्त में भागकर असम आ गया था। की है। घड़ी की बरामदगी को लेकर राज्य के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने शनिवार (11 दिसंबर) जानकारी दी।

असम पुलिस ने यह घड़ी दुबई पुलिस के सहयोग से बरामद किया है। उन्होंने बताया कि इस मामले में आवश्यक कानून सम्मत कार्रवाई की जा रही है। सरमा ने ट्वीट में कहा, “अंतर्राष्ट्रीय सहयोग कानून के तहत @assampolice ने भारतीय संघीय LEA के माध्यम से @dubaipoliceHQ के साथ समन्वय किया है, ताकि दिग्गज फुटबॉलर स्वर्गीय डिएगो माराडोना से संबंधित एक विरासत @Hublot घड़ी को बरामद किया जा सके। इस मामले में वाजिद हुसैन को नाम के एक आरोपी को गिरफ्तार किया।”

कहा जाता है कि आरोपी वाजिद हुसैन दुबई में दिवंगत फुटबॉल खिलाड़ी के सामान का भंडारण करने वाली कंपनी के लिए सुरक्षा गार्ड के रूप में काम करता था। उसी समय माराडोना द्वारा हस्ताक्षरित सीमित संस्करण हुबोट घड़ी को उसने चुरा ली थी। इसके बाद वह इस साल अगस्त में भागकर असम वापस आ गया था।

असम के डीजीपी ने बताया कि एक केंद्रीय एजेंसी के माध्यम से दुबई पुलिस से एक इनपुट प्राप्त मिला था, उसके बाद आरोपी को शिवसागर जिले से आरोपी को गिरफ्तार किया।

इंडिया टुडे से बातचीत में शिबसागर जिले के पुलिस अधीक्षक राकेश रौशन ने कहा, “गुप्त सूचना के आधार पर हमने कल रात एक ऑपरेशन शुरू किया था और उस व्यक्ति को उसके ससुराल से पकड़ लिया। हमने उसके पास से एक हेरिटेज हुबोट घड़ी बरामद की है।”

माराडोना को पेले के बाद दुनिया के सर्वश्रेष्ठ फुटबॉलरों में गिना जाता है। उनका पिछले साल 25 नवंबर को हार्ट अटैक से निधन हो गया था। वह लंबे समय से कोकीन की लत और मोटापे से जुड़ी समस्याओं से जूझ रहे थे। मौत से दो सप्ताह पहले उनके दिमाग के ऑपरेशन के बाद उन्हें अस्पताल से छुट्टी दी गई थी। अपनी अगुवाई में माराडोना ने अर्जेंटीना को 1986 का फुटबॉल विश्व कप दिलाया था।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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