उत्तर प्रदेश के बलिया में शुक्रवार (नवंबर 27, 2020) की शाम अपने ननिहाल गई दलित समुदाय की एक युवती की मुस्लिम समुदाय के एक युवक सैयद ने हत्या कर दी। ग्रामीणों ने हत्या आरोपित को घटनास्थल से 500 मीटर की दूरी पर खदेड़ कर धर-दबोचा। उसे पुलिस के हवाले कर दिया गया है। लोगों ने कहा कि वो युवती की लाश के पास बैठ कर रोते हुए देखा गया था। हत्या में प्रयोग किया गया चाकू को भी बरामद कर लिया गया है।
घटना दो समुदायों के बीच का होने के कारण गाँव में तनाव व्याप्त है, जिस कारण पुलिस की तैनाती बढ़ा दी गई है। वरिष्ठ अधिकारी पल-पल की खबर ले रहे हैं। हत्या के कारण का खुलासा नहीं हो सका है। पीड़िता थाना क्षेत्र के बघौता गाँव की रहने वाली है, जो सिकंदरपुर थाना क्षेत्र के ग्राम पंचायत लिलकर अंतर्गत लक्ष्मीपुर में अपने ननिहाल में आई थी। वहाँ पीड़िता प्रीति साहनी (बदला हुआ नाम) को गाँव के ही एक मुस्लिम युवक ने अपने पास बुलाया।
उस समय वो खेत में अपने सहेलियों के साथ चने का साग खोंट रही थी। जैसे ही वो युवक के पास पहुँची, उसने चाकू से उस पर हमला बोल दिया। युवती ने अपना हाथ आगे किया, जिससे उसकी उँगली कट गई। जैसे ही वो बेहोश होकर जमीन पर गिरी, सैयद ने उसका गला रेत दिया। सहेलियों के चीखने-चिल्लाने के बाद ग्रामीणों ने आरोपित को पकड़ लिया। हत्या आरोपित के मुस्लिम समुदाय के होने के कारण गाँव के लोगों में तनाव व्याप्त है।
— Ballia Police (@balliapolice) November 28, 2020
पीड़िता निषाद समुदाय से आती है, जो उत्तर प्रदेश और बिहार में दलित की श्रेणी में आते हैं। बलिया के पुलिस अधीक्षक देवेंद्र नाथ दुबे ने बताया कि आरोपित से पूछताछ जारी है। उसके पिता का नाम मोईनुद्दीन है। बताया जा रहा है कि वो पीड़िता को बुरी नजर से देखता था और उसे फाँसने में नाकाम रहा था, इसीलिए उसने इस हत्याकांड को अंजाम दिया। हत्या आरोपित के साथ एक महिला और एक पुरुष भी थे, जो फरार हो गए।
इसी तरह उत्तर प्रदेश के कानपुर में इसी महीने हुए एक हत्याकांड के बाद तनाव की स्थिति थी। कानपुर के जाजमऊ में मामूली विवाद हुआ। इसके बाद दो संप्रदायों के लोग बहस के बाद मारपीट और पथराव पर उतर आए। पूरी घटना के बाद 25 साल के पिंटू निषाद गंभीर रूप से घायल हो गए, जिन्हें अस्पताल में डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। पानी का मामूली छींटा पड़ने के कारण अमान और उसके साथी स्थानीय लोगों ने पिंटू और उसके साथियों की लाठी-डंडों से पिटाई कर दी थी।