मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में कोरोना सर्वे टीम के साथ बदसलूकी की खबर सामने आई है। लोगों ने दस्तावेज फाड़ने के बाद हाथों में पत्थर लेकर टीम का पीछा किया। पुलिस के कहने पर मस्जिद से की गई अपील के बाद लोग शांत हुए और टीम ने सर्वे का काम पूरा किया।
गुरुवार को भोपाल में कोरोना सर्वे करने गई टीम पर हमला:-
— Single Source (@in_amang) May 1, 2020
*छोला स्थित कल्याण नगर में हमला
*सर्वे के दौरान भीड़ ने घरों से निकलकर पत्थर बरसाए
*महिला कर्मचारी से अभद्र व्यवहार
*उस्मानिया मस्जिद के ‘हाफ़िज़’ ने मस्जिद से समझाया फिर मामला शांत@AskAnshul @sambitswaraj @KapilMishra_IND
दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के मुताबिक भोपाल के छोला स्थित कल्याण नगर में गुरुवार दोपहर को आँगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की एक टीम कोरोना का सर्वे करने के लिए पहुँची। 9 सदस्यों की टीम ने दो घरों में सर्वे किया ही था कि कुछ लोग शोर मचाते हुए घरों से बाहर आ गए। इन लोगों ने दस्तावेजों को फाड़ा फिर टीम के साथ बदसलूकी की।
टीम के सदस्यों ने वहाँ से निकलने का प्रयास किया तो कुछ लोग हाथों में ईंट-पत्थर लेकर उनका पीछा करने लगे। आशा कार्यकर्ता परवीन और उसके साथी छीनाझपटी की गई। टीम ने किसी तरह कंट्रोल रूम को घटना से अवगत कराया।
सूचना मिलते ही सीएसपी और एसडीएम पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुँचे। पुलिस फोर्स को आते देख टीम का विरोध कर रहे लोग दरवाजे बंद कर अपने घरों में कैद हो गए। इसके बाद पुलिस के आग्रह पर नगर सुरक्षा समिति के सदस्य रमेश साहू ने उस्मानिया मस्जिद के हाफिज को बुलाया। हाफिज ने मस्जिद से आवाज लगाते हुए इलाके को लोगों को सर्वे की जरूरत समझाई।
करीब तीन घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद इलाके के लोग सर्वे कराने के लिए तैयार हुए। तब कहीं जाकर 900 घरों का सर्वे हो सका। सर्वे को दौरान टीम के साथ पुलिस भी मौजूद रही। सर्वे कार्य पूरा होने के बाद टीम ने राहत की साँस ली। कंटेमेंट प्रभारी डॉ. कमलेश अहिरवार के मुताबिक, इस घटना के बाद से टीम दहशत में है।
इससे पहले बुधवार को राजस्थान के धौलपुर में लॉकडाउन का पालन कराने पर पुलिसकर्मी पर गोली चलाने की घटना सामने आई थी। पीड़ित कॉन्स्टेबल शिव चरण मीणा के मुताबिक वह धौलपुर में लॉकडाउन के दौरान ड्यूटी पर तैनात थे। इस बीच एक स्थान पर खड़े 4-5 लोगों से जब उन्होंने लॉकडाउन के नियमों का हवाला देते हुए वहाँ से हट जाने के लिए कहा तो उन्होंने गोली चला दी। इसमें शिवचरण मीणा घायल हो गए थे।
वहीं पश्चिम बंगाल के हावड़ा में भी लॉकडाउन लागू करा रहे पुलिसकर्मियों पर लोगों ने हमला कर दिया था। यह घटना बेलिलियस रोड इलाके में मंगलवार (अप्रैल 28, 2020) दोपहर बाद घटी। 27 अप्रैल को महाराष्ट्र के औरंगाबाद में मस्जिद में नमाज पढ़ने को रोकने गई पुलिस पर लोगों ने पथराव कर दिया था। इस घटना में 1 पुलिसकर्मी घायल हो गए थे। पथराव करने वाली भीड़ में महिलाएँ भी शामिल थीं।
आपको बता दें कि सरकार ने कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में शामिल स्वास्थ्यकर्मियों और पुलिसकर्मियों के साथ हिंसा को गैर जमानती अपराध बनाया है। साथ ही ऐसा करने वाले को सात साल की सजा हो सकती है। लेकिन इसके बाद भी पुलिसकर्मियों पर हमले रूक नहीं रहे हैं। देश के कई हिस्सों से चिकित्साकर्मियों और पुलिस बल पर हमले की खबरें सामने आ रही हैं।