रंजीत श्रीनिवास की उम्र (Ranjeet Srinivas) 40 साल थी। पेशे से वकील थे। 2016 का केरल विधानसभा चुनाव लड़ चुके थे। प्रदेश में बीजेपी की ओबीसी मोर्चा के सचिव थे। रविवार (19 दिसंबर 2021) को घर में घुसकर उनकी हत्या कर दी गई थी। इस मामले में सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (SDPI) के 5 कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया है। बार काउंसिल ऑफ इंडिया ने इस हत्या की एनआईए या सीबीआई जैसी किसी केंद्रीय एजेंसी से जॉंच की माँग की है। मीडिया से बातचीत में रंजीत श्रीनिवास के परिजनों ने कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। उस बर्बरता के बारे में बताया है जो हत्यारों ने उनके साथ की।
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, भाजपा नेता के भाई अभिजीत ने बताया, “भाई को कोच्चि में ओबीसी मोर्चा की समिति की पहली बैठक में शामिल होना था। हमारे परिवार के लिए यह दिन पवित्र था। दोनों भाई रविवार सुबह बेटी भाग्या को ट्यूशन छोड़कर घर लौटे, तब तक कुछ अजीब नहीं था। रंजीत के पास कोई वजह नहीं थी कि वो तंग हों। मगर एसडीबीआई नेता की हत्या के बाद गैंग ने बदला लेने के लिए नेता की तलाश शुरू की।” अभिजीत बताते हैं कि उनके भाई के सिर में हथौड़े से वार हुआ और बीवी, माँ और छोटी बेटी के सामने उनका चेहरा बिगाड़ दिया गया। छोटी बेटी जब भागकर बचाने आगे आई तो गैंग ने उसके सामने तलवार निकाल ली। माँ को जमीन में गिराकर उन्हें कुर्सी से दबा दिया गया। उन्होंने बताया कि गुंडों ने उनके भाई व भाजपा नेता रंजीत के पहले पैर अलग किए ताकि वो भाग न सकें। इसके बाद उनकी बाइक तोड़ी गई। उनसे उनकी धोती ले ली गई।
रंजीत की 71 वर्षीय माँ विनोदिनी जो अपने बेटे के लिए पूजा करके मंदिर से घर लौटी थीं, टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार वह कहती हैं, “घर की सीढ़ियाँ चढ़ते समय मुझे कुछ आवाज सुनाई दी। मुझे लगा कि कोई जबरदस्ती घर का दरवाजा खोल कर अंदर आ रहा है। उनके पास तलवारें थीं, हथौड़े थे। उन्होंने धक्का देकर दरवाजा खोला और घर में रखे टेबल का शीशा हथौड़े से तोड़ दिया। रंजीत आवाज सुनकर जैसे ही बाहर आया। उन्होंने उसके सिर पर हथौड़ा मार दिया। उपद्रवियों ने उसकी धोती उतारकर उसे मारा और जब मैं उनके पास रोते-रोते गई तो उन्होंने मुझे भी धक्का देकर नीचे गिरा दिया। उसकी बीवी लीशा आई तो उसे भी नीचे गिरा दिया। जब हृदया (रंजीत की छोटी बेटी) रोते आई तो उन लोगों ने तलवार निकाली। उन लोगों ने मेरी गर्दन पर भी तलवार रखकर मुझे डराया। इतनी सी देर में इन लोगों ने मेरे बेटे को बहुत बर्बरता से मारा।”
गौरतलब है कि केरल में भाजपा नेता की हत्या से पूर्व अलाप्पुझा जिले में सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया के प्रदेश सचिव केएस शान की मृत्यु हो गई थी। बताया गया था कि शनिवार (18 दिसंबर 2021) को केएस शान बाइक से अपने घर जा रहे थे, तभी शाम करीब सात बजे मन्नानचेरी के पास एक तेज रफ्तार कार ने उन्हें टक्कर मार दी। इससे वे गंभीर रूप से घायल हो गए। आनन-फानन में उन्हें कोच्चि के सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहाँ रविवार तड़के 12.45 बजे उन्होंने दम तोड़ दिया।