राजस्थान में पुलिस के सामने लोगों के हाथ-पैर काटने, आँख नोचने की धमकी दे रहा है एक काजी। खुलेआम वीडियो में। यह वीडियो अब वायरल है। बूंदी शहर के इस क़ाज़ी का नाम मुफ़्ती नदीम है। वीडियो में वो पैगंबर की शान में गुस्ताखी करने वालों के कत्लेआम की धमकी दे रहा है।
बूंदी शहर के क़ाज़ी मुफ़्ती नदीम के इस वीडियो को दानिश रज़ा अज़हरी ने 3 जून 2022 (गुरुवार) को अपने फेसबुक पर शेयर किया है। यह धमकी बूँदी जिले के एक पुलिस स्टेशन के आगे दी गई है। वीडियो में राजस्थान की पुलिस को भी देखा जा सकता है। राजस्थान पुलिस की मौजूदगी में मुफ़्ती ने कहा:
“अगर तुमने एक्शन नहीं लिया तो मुसलमान रिएक्शन देगा। ये कोई गुजारिश नहीं बल्कि चेतावनी है। पूरी दुनिया का मुसलमान उठेगा। ये न सिर्फ यहाँ का प्रशासन बल्कि पूरे देश की हुकूमत सुन ले। अगर उन्होंने (नूपुर शर्मा) ने जो बोला है, वो कानूनी तौर पर सही है तो हम ऐसे कानून के भी खिलाफ जाएँगे। इतिहास उठा कर देख लो कि जिस भी कौम के खिलाफ मुसलमानों ने रिएक्शन दिया है, उनके लिए जमीन छोटी पड़ गई है। वो जगह-जगह भागते फिरे और उनको जमीन का टुकड़ा भी नसीब नहीं हुआ।”
मुफ़्ती ने आगे कहा, “हम अपने आका की शान में की गई गुस्ताखी का बदला लेना जानते हैं। मेरे नबी की शान में एक लफ्ज भी बोला तो याद रखो कि जुबान काट ली जाएगी। हाथ उठाओगे तो हाथ काट लिए जाएँगे। ऊँगली उठाओगे तो ऊँगली काट ली जाएगी। अगर निगाहें भी उठीं तो निकाल कर बाहर फेंक देंगे। उसके बाद चाहे हम पर लाठी बरसाना या हमें जेल भेज देना।”
इस दौरान मौके पर मौजूद भीड़ बेशक-बेशक कह कर क़ाज़ी मुफ़्ती नदीम की बातों का समर्थन करती रही। हास्यास्पद यह कि इसी वीडियो में क़ाज़ी मुफ़्ती नदीम यह कहते सुना जा सकता है – “तुम मुझे गाली दो… बर्दाश्त है, मेरे वालिद लोगों को गाली दो… बर्दाश्त है, तुम मेरे खानदानों को बुरा कहो… बर्दाश्त है… लेकिन मेरे नबी की शान में अगर एक लब्ज भी बोला तो याद रख लो… जबान काट ली जाएगी।”
मुफ़्ती नदीम का वीडियो शेयर करते हुए दानिश रज़ा अज़हरी ने इस वीडियो के साथ कैप्शन में लिखा, “हमने मुहम्मदे अरबीﷺ का कालिमा पढ़ा है, जिनकी तलवार से कुफ्फारे मक्का हैबत खाते थे। सुन ले पूरी दुनिया, हम मज़बूर हैं, बुजदिल नहीं। हमे आपको मैदान ए अम्ल में आना है। रब तआला पर तव्वको करके याद है ना बद्र का मैदान सहाबा के हाथों में पेड़ की टहनियों से कुफ्फारे मक्का घुटनो के बल आ गए थे। उन टहनियों को ना तोड़ पाय वक़्त के ज़ालिम कुफ्फार! इंशा अल्लाह हक़ आएगा बातिल मिटेगा।”
इस वीडियो को शेयर करने वाले दानिश रज़ा अज़हरी बरेलवी विचारधारा से ताल्लुक रखते हैं। उनके द्वारा शेयर किए गए वीडियो पर अब तक हजारों रिएक्शन आ चुके हैं। अज़हरी के समुदाय के अधिकतर लोगों ने उनकी बातों का समर्थन किया है। उन्होंने न सिर्फ दिल (Heart) का मार्क दिया है बल्कि बेशक और तमाम अन्य बातों से बयान को जायज ठहराया है।
सोशल मीडिया पर राजस्थान पुलिस और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से इस मौलाना पर कार्रवाई की माँग की जा रही है।