दिल्ली दंगों पर आधारित किताब की लेखिकाएँ अब Bloomsbury Publishing India Pvt के ख़िलाफ़ शिकायत दर्ज करवा रही हैं। आज दोपहर 3 बजे वह पुलिस हेडक्वार्टर में पुलिस आयुक्त कार्यालय में अपनी शिकायत दर्ज करवाएँगी। इसकी जानकारी बुद्धिजीवियों और शिक्षाविदों के समूह (group of intellectuals and academicians) द्वारा जारी की गई प्रेस रिलीज में दी गई है।
रिलीज के मुताबिक, किताब की लेखिकाओं का आरोप है कि ब्लूम्सबरी ने उनकी आने वाले किताब ‘दिल्ली रायट्स 2020: द अनटोल्ड स्टोरी’ की मैनुस्क्रिप्ट कई मीडिया पोर्टल्स और कार्यकर्ताओं को दी।
बता दें कि पिछले दिनों भी ब्लूम्सबरी पर किताब की मैनुस्क्रिप्ट लीक करने के आरोप लगे थे। हालाँकि तब शिकायत नहीं हुई थी। पर, अब इस किताब की लेखिकाओं ने कार्रवाई करने का फैसला ले लिया है।
मोनिका अरोड़ा, सोनाली चितालकर और प्रेरणा मल्होत्रा की यह वही किताब है, जिसे वामपंथियों और इस्लामी कट्टरपंथियों के दबाव में आकर प्रकाशन ने प्रकाशित करने से रद्द कर दिया था और एक बयान में हवाला यह दिया था कि लेखकों ने उसे किताब की वर्चुअल प्री पब्लिकेशन लॉन्च के आयोजन के बारे में नहीं बताया था।
इसके बाद कुछ ही दिन में इस किताब की मैनुस्क्रिप्ट व्हाट्सएप पर वायरल होने लगी। कई नेटिज़न्स ने सवाल भी उठाया था कि आखिर कैसे पूरी पुस्तक को अवैध रूप से जारी किया गया। उनका कहना था कि इस तरह से पुस्तक को सोशल मीडिया पर सर्कुलेट नहीं किया जा सकता।
फिर, यह बात सामने आई कि वायरल हो रही कॉपी वही है, जो ब्लूम्सबरी के पास थी। क्योंकि मैनुस्क्रिप्ट का दूसरे पन्ने पर स्पष्ट रूप से लिखा है कि यह एक कॉपी है। इसे ब्लूम्सबरी द्वारा प्रकाशित किया जा रहा है।
इसके अलावा यह भी सोचने वाली बात थी कि आम तौर पर लेखकों, प्रकाशन हाउस और संपादक के अलावा इस रूप में मैनुस्क्रिप्ट किसी और के पास उपलब्ध नहीं होती। इसलिए यह स्पष्ट है कि लेखकों द्वारा इस मैनुस्क्रिप्ट को वायरल नहीं किया जाएगा, क्योंकि इससे पुस्तक की बिक्री को नुकसान पहुँचेगा, जो अब गरुड़ प्रकाशन द्वारा प्रकाशित किया जा रहा है।
ऐसे में सवाल उठा कि क्या पब्लिशिंग हाउस द्वारा मैनुस्क्रिप्ट की कॉपी को लीक किया गया है? ध्यान देने वाली बात यह भी है कि व्हाट्सएप पर मैनुस्क्रिप्ट के वायरल होने से पहले वामपंथी पोर्टल TheQuint द्वारा इसे सबसे पहले एक्सेस किया गया था।